भारतीय बीमा नियामक व विकास प्राधिकरण (इरडाई) ने बीमा कंपनियों से इस माह के अंत तक बीमा सुगम में शुरुआती 300 करोड़ रुपये की पूंजी डालने का निर्देश दिया है। विभिन्न सूत्रों के मुताबिक बीमा सुगम आईआरडीएआई का एमेजॉन की तरह का डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा जिस पर बीमा पॉलिसियां खरीदी, बेची जा सकेंगी और उनसे संबंधित सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी।
‘बीमा मंथन’ कार्यक्रम में उपस्थित एक निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी के एमडी व सीईओ ने बताया, ‘इस बार बीमा मंथन के दौरान बीमा कंपनियों को फरवरी के अंत तक शुरुआती पूंजी निवेश करने के लिए कहा गया है। हम इस राशि के लिए अपने-अपने बोर्ड से बातचीत कर रहे हैं।’
इस सीईओ ने कहा, ‘हमें बीमा सुगम के लिए करीब 5 करोड़ रुपये का योगदान करना है। हम में से हरेक को शुरुआती 300 करोड़ की पूंजी के लिए निवेश करना है। हमारे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इस बार मंथन में हुए विचार-विमर्श के तहत हमें इस महीने के अंत तक यह राशि मुहैया करवानी है।’ बीमा सुगम के लिए पूंजी की आवश्यकता पहले अनुमानित 100 से 200 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपये कर दी गई है। इस क्रम में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस प्रत्येक ने 6.6 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए अपने बोर्ड से मंजूरी ले ली है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने बीमा सुगम में 10 करोड़ रुपये निवेश करने के लिए अपने बोर्ड की स्वीकृति ले ली है। भारतीय जीवन बीमा निगम ने एक्सचेंजों को बताया है कि उसने बीमा सुगम में 8.33 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 1 लाख रुपये का निवेश किया था। सरकारी न्यू इंडिया एश्योरेंस और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस में से हरेक के बोर्ड ने 5 करोड़ रुपये निवेश करने की मंजूरी दे दी है।
बीमा सुगम की शुरुआत में कई बार देरी होने के बाद अब यह 2025 के मध्य में शुरू होने की उम्मीद है। नियामक का शुरुआती प्रस्ताव इसे 2022 में शुरू करना था लेकिन इसको शुरू करने की कई अनुमानित तिथियां गुजर चुकी हैं।
बीमा सुगम को बीमा उद्योग के लिए यूपीआई की तरह माना जा रहा है। बीमा सुगम पॉलिसीधारक को केंद्र में रखेगा और इसका उद्देश्य भारत में हर व्यक्ति तक बीमा को पहुंचाना है। यह विश्व में अपनी तरह का पहला सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म होगा। बीमा सुगम ग्राहकों के लिए बड़े मार्केट प्लेस के रूप में काम करेगा जहां ग्राहक जीवन, स्वास्थ्य और सामान्य बीमा क्षेत्र की पॉलिसियों की तुलना, खरीदारी और प्रबंधन कर सकते हैं। इससे वितरकों को भी फायदा होगा जो कम समय में सस्ते मूल्य पर लेनदेन पूरा कर सकते हैं।
बीमा सुगम असल में इरडाई की योजना पर आधारित बीमा ट्रिनिटी का हिस्सा है। इस ट्रिनिटी में ‘बीमा विस्तार” भी शामिल है जो गांवों पर केंद्रित समग्र बीमा उत्पाद है। इसे महिला केंद्रित एजेंट ‘बीमा वाहक’ बीमा सुगम पर बेचेंगे।
बीमा सुगम प्लेटफॉर्म को बनाने और संचालन करने के लिए बीमा सुगम इंडिया फेडरेशन (बीएसआईएफ) बनाई गई है। इरडाई ने बीते सप्ताह जारी बयान में बताया था कि बीएसआईएफ ने अपने सभी निगमन और अन्य आधारभूत कार्य पूरे कर लिए हैं और अब वह उत्साहित उद्योग प्रतिभागियों द्वारा पूंजीकृत होने के लिए तैयार है। महिलाओं पर केंद्रित बीमा फील्ड बिक्री कार्यबल तैयार होने की कगार पर है और बीमा वाहक अप्रैल 2025 में ‘सॉफ्ट लॉन्च’ के लिए तैयार है।