केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दीपावली से पहले केंद्र सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 3 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। इसी तरह पेंशनभोगियों की महंगाई राहत (डीआर) में भी 3 फीसदी की बढ़त की गई है। इस बढ़ोतरी से केंद्र सरकार के करीब 49 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा।
महंगाई भत्ते और महंगाई राहत का भुगतान केंद्र सरकार के कर्मचारियों व पेंशनभोगियों को किया जाता है, जिससे महंगाई के मुताबिक उनके मूल वेतन या पेंशन को समायोजित कर कीमतों में वृद्धि से उन्हें बचाया जा सके।
सीपीआई आधारित महंगाई सितंबर में 5 फीसदी के पार हो चुकी है। इस बढ़त के साथ, 1 जुलाई 2024 की प्रभावी तिथि से ही केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए डीए और डीआर उनके मूल वेतन और मूल पेंशन का 53 फीसदी हो चुका है।
इसमें साल में दो बार 1 जनवरी और 1 जुलाई को बदलाव किया जाता है। यह श्रम ब्यूरो द्वारा प्रकाशित औद्योगिक कामगारों के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई-आईडब्ल्यू) के मुताबिक किया जाता है।
सरकार ने एक बयान में कहा, ‘यह बढ़ोतरी मंजूर किए गए फॉर्मूले के तहत की गई है, जो सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक है।’ डीए और डीआर दोनों का मिलाकर खजाने पर कुल 9,448.35 करोड़ रुपये का सालाना बोझ पड़ेगा।