टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) ने FY25 की तीसरी तिमाही में मिले-जुले नतीजे पेश किए हैं। एक तरफ चाय और अन्य कच्चे माल की महंगाई ने भारतीय कारोबार के मुनाफे पर असर डाला, लेकिन अंतरराष्ट्रीय ब्रांडेड बेवरेज और नॉन-ब्रांडेड बिजनेस ने कंपनी को संभाल लिया। यही वजह है कि बड़े ब्रोकरेज हाउस इस स्टॉक पर भरोसा जता रहे हैं और इसमें आगे बढ़त की उम्मीद कर रहे हैं।
मोतीलाल ओसवाल की ‘बाय’ रेटिंग, 10% की तेजी की उम्मीद
मोतीलाल ओसवाल ने इस स्टॉक पर बाय रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस ₹1,130 तय किया है। फिलहाल, कंपनी का शेयर ₹1,027 पर बंद हुआ है, यानी लॉन्ग टर्म में इसमें 10% की बढ़त की गुंजाइश है। बीते 6 महीनों में इस स्टॉक ने 13.62% की गिरावट झेली है, लेकिन पिछले एक महीने में यह 12.28% उछल चुका है। अब यह शेयर नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने के लिए तैयार दिख रहा है।
प्रीमियम ब्रांड्स से उम्मीदें बरकरार
कंपनी का भारतीय ब्रांडेड बिजनेस भले ही महंगे कच्चे माल की वजह से दबाव में रहा, लेकिन टाटा संपन्न, टाटा स्टारबक्स और NourishCo जैसे प्रीमियम ब्रांड्स ने ग्रोथ दिखाई है। टाटा संपन्न की आय 23% बढ़ी है, और स्टारबक्स का मुनाफा भी बढ़ रहा है। कंपनी ने चाय और नमक की कीमतें बढ़ा दी हैं, जिससे आने वाले समय में भारतीय कारोबार के मार्जिन में सुधार की उम्मीद है।
रेडी-टू-ड्रिंक सेगमेंट और स्टारबक्स की परफॉर्मेंस
NourishCo के रेडी-टू-ड्रिंक सेगमेंट की आय 2% घटकर ₹1.58 अरब रह गई, जिसका कारण ट्रेड प्राइसिंग में बदलाव बताया गया है। हालांकि, टाटा स्टारबक्स ने अच्छी ग्रोथ दिखाई और इसकी आय 8% बढ़ गई। प्रीमियम बिजनेस में भी 12% की बढ़त दर्ज की गई, जिससे यह कुल रेडी-टू-ड्रिंक बिजनेस का 15% हिस्सा बन चुका है।
शेयर की स्थिति:
मौजूदा भाव: ₹1,027
52-वीक हाई: ₹1,253.69
52-वीक लो: ₹882.90