मंगलवार को शेयर बाजार में अपोलो हॉस्पिटल्स का जलवा देखने को मिला। कंपनी के शेयर 3.4% चढ़कर 7,014.7 रुपये के दिन के हाई पर पहुंच गए। इस तेजी की वजह बनी कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रेटिंग। कोटक ने स्टॉक को ‘Add’ से अपग्रेड कर ‘BUY’ का टेग दे दिया।
बाजार बंद होने तक अपोलो हॉस्पिटल्स का शेयर 2.13% बढ़कर 6,925 रुपये पर कारोबार कर रहा था। वहीं, इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 1.60% गिरकर 75,838.36 पर था। कंपनी का बाजार मूल्य 1,00,347.31 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
क्या कहा कोटक ने?
कोटक ने अपोलो हॉस्पिटल्स का टारगेट प्राइस 8,100 रुपये से बढ़ाकर 8,270 रुपये कर दिया। आज के बंद भाव के हिसाब से यह स्टॉक लॉन्ग टर्म में करीब 19 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि कंपनी का अगले तीन साल (FY2025-27E) का बेड विस्तार बाकी कंपनियों से कम है, जिससे इसके लिए जोखिम कम हो जाता है।
दिलचस्प बात ये है कि अपोलो का दिल्ली-एनसीआर जैसे हाइपर-कॉम्पिटिटिव बाजारों में कम दखल है, जिससे इसकी स्थिति बाकी कंपनियों से बेहतर है।
मार्जिन में सुधार की उम्मीद
रिपोर्ट के मुताबिक, अपोलो के अस्पतालों में मुनाफे के मार्जिन (EBITDA) में 60 बेसिस पॉइंट्स का सुधार होगा और यह 24.7% तक पहुंच सकता है। इसकी वजह मौजूदा अस्पतालों में बढ़ती ऑक्यूपेंसी और नए अस्पतालों का विस्तार माना जा रहा है।
अपोलो के बारे में
1983 में डॉ. प्रताप सी रेड्डी द्वारा शुरू किया गया अपोलो हॉस्पिटल्स आज भारत की सबसे बड़ी हेल्थकेयर कंपनियों में से एक है। यह सिर्फ अस्पताल ही नहीं, बल्कि फार्मा और डायग्नोस्टिक्स में भी अपनी छाप छोड़ रही है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर ने 4 फीसदी की गिरावट झेली है। वहीं, पिछले एक साल में अपोलो के शेयर ने 12.5% की बढ़त दी है, जो सेंसेक्स की 9.5% की तेजी से भी बेहतर है।