facebookmetapixel
केंद्र सरकार ने चीनी निर्यात पर लगाई मुहर, मोलासेस टैक्स खत्म होने से चीनी मिलों को मिलेगी राहतCDSCO का दवा कंपनियों पर लगाम: रिवाइज्ड शेड्यूल एम के तहत शुरू होंगी जांचें; अब नहीं चलेगी लापरवाहीपूर्वोत्तर की शिक्षा में ₹21 हजार करोड़ का निवेश, असम को मिली कनकलता बरुआ यूनिवर्सिटी की सौगातकेंद्र सरकार ने लागू किया डीप सी फिशिंग का नया नियम, विदेशी जहाजों पर बैन से मछुआरों की बढ़ेगी आयCorporate Action Next Week: अगले हफ्ते शेयर बाजार में स्प्लिट-बोनस-डिविडेंड की बारिश, निवेशकों की चांदीBFSI फंड्स में निवेश से हो सकता है 11% से ज्यादा रिटर्न! जानें कैसे SIP से फायदा उठाएं900% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेDividend Stocks: निवेशक हो जाएं तैयार! अगले हफ्ते 40 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड, होगा तगड़ा मुनाफाStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, छोटे निवेशकों के लिए बनेगा बड़ा मौकादेश में बनेगा ‘स्पेस इंटेलिजेंस’ का नया अध्याय, ULOOK को ₹19 करोड़ की फंडिंग

भारी गिरावट में भी इस Hospital Stock ने लगाई छलांग, कोटक सिक्योरिटीज ने कहा- खरीदें, 8270 रुपये तक जा सकता है भाव

बाजार बंद होने तक अपोलो हॉस्पिटल्स का शेयर 2.13% बढ़कर 6,925 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

Last Updated- January 21, 2025 | 4:37 PM IST
Stocks to Buy

मंगलवार को शेयर बाजार में अपोलो हॉस्पिटल्स का जलवा देखने को मिला। कंपनी के शेयर 3.4% चढ़कर 7,014.7 रुपये के दिन के हाई पर पहुंच गए। इस तेजी की वजह बनी कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रेटिंग। कोटक ने स्टॉक को ‘Add’ से अपग्रेड कर ‘BUY’ का टेग दे दिया।

बाजार बंद होने तक अपोलो हॉस्पिटल्स का शेयर 2.13% बढ़कर 6,925 रुपये पर कारोबार कर रहा था। वहीं, इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 1.60% गिरकर 75,838.36 पर था। कंपनी का बाजार मूल्य 1,00,347.31 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

क्या कहा कोटक ने?

कोटक ने अपोलो हॉस्पिटल्स का टारगेट प्राइस 8,100 रुपये से बढ़ाकर 8,270 रुपये कर दिया। आज के बंद भाव के हिसाब से यह स्टॉक लॉन्ग टर्म में करीब 19 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि कंपनी का अगले तीन साल (FY2025-27E) का बेड विस्तार बाकी कंपनियों से कम है, जिससे इसके लिए जोखिम कम हो जाता है।

दिलचस्प बात ये है कि अपोलो का दिल्ली-एनसीआर जैसे हाइपर-कॉम्पिटिटिव बाजारों में कम दखल है, जिससे इसकी स्थिति बाकी कंपनियों से बेहतर है।

मार्जिन में सुधार की उम्मीद

रिपोर्ट के मुताबिक, अपोलो के अस्पतालों में मुनाफे के मार्जिन (EBITDA) में 60 बेसिस पॉइंट्स का सुधार होगा और यह 24.7% तक पहुंच सकता है। इसकी वजह मौजूदा अस्पतालों में बढ़ती ऑक्यूपेंसी और नए अस्पतालों का विस्तार माना जा रहा है।

अपोलो के बारे में

1983 में डॉ. प्रताप सी रेड्डी द्वारा शुरू किया गया अपोलो हॉस्पिटल्स आज भारत की सबसे बड़ी हेल्थकेयर कंपनियों में से एक है। यह सिर्फ अस्पताल ही नहीं, बल्कि फार्मा और डायग्नोस्टिक्स में भी अपनी छाप छोड़ रही है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर ने 4 फीसदी की गिरावट झेली है। वहीं, पिछले एक साल में अपोलो के शेयर ने 12.5% की बढ़त दी है, जो सेंसेक्स की 9.5% की तेजी से भी बेहतर है।

First Published - January 21, 2025 | 4:28 PM IST

संबंधित पोस्ट