मणिपाल समूह में हाल में 2 अरब डॉलर निवेश करने वाली टेमासेक ने अपनी मौजूदा कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाकर और नए जमाने की कंपनियों में पैसा लगाकर भारत में अपने टेक्नोलॉजी, उपभोक्ता और वित्तीय सेवा पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने की योजना बनाई है। देव चटर्जी और सोहिनी दास के साथ साक्षात्कार में टेमासेक के भारत में प्रमुख (इन्वेस्टमेंट ग्रुप) रवि लांबा, प्रबंध निदेशक विशेष श्रीवास्तव और मोहित भंडारी ने कंपनी की निवेश योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:
रवि लांबा: हम भारत पर दीर्घावधि के लिहाज से सकारात्मक हैं। हमारा मानना है कि भारत में अवसर हमारे निवेश थीमों के अनुरूप हैं। वैश्विक तौर पर सर्वाधिक जीडीपी वृद्धि, उपयुक्त वित्तीय एवं मौद्रिक नीतिगत ढांचे के साथ हम भारत में अगले तीन वर्षों के दौरान 9-10 अरब डॉलर का निवेश करने की संभावना तलाश रहे हैं।
रवि लांबा: हमने चार ढांचागत ट्रेंड पर ध्यान दिया है, जैसे डिजिटलीकरण, खपत, टिकाऊ रहन-सहन और लंबी जिंदगी, तथा हम वित्तीय सेवा, उपभोक्ता और प्रौद्योगिकी एवं हेल्थकेयर सेवाओं में अपनी पैठ बढ़ाने की संभावना देख रहे हैं।
विशेष श्रीवास्तव: वैश्विक तौर पर हम निजी ऋण क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, खासकर विकसित बाजारों में अवसर देख रहे हैं। जिन कंपनियों ने ऊंचे मूल्यांकन पर पैसा जुटाया, वे कम मूल्यांकन पर हिस्सेदारी घटाना नहीं चाहेंगी। यह उनके लिए बेहद अच्छा उत्पाद है और हम अच्छा प्रतिफल देख रहे हैं। लेकिन भारत में हम उस बाजार में प्रत्यक्ष रूप से आगे नहीं बढ़ रहे हैं बल्कि हमने बेहद सतर्कता के साथ के साथ सौदे किए हैं।
मोहित भंडारी: वैश्विक तौर पर बैंकों ने कुछ खास क्षेत्रों से कदम वापस खींचे हैं, जहां वे कर्ज प्रदान कर रहे थे, तथा इससे निजी ऋण के लिए अवसर पैदा हो रहा है। इवॉल्यूशनएक्स एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो नए जमाने की अर्थव्यवस्था के लिए उद्यम वृद्धि से संबंधित ऋण पर ध्यान केंद्रित करता है। इस प्लेटफॉर्म को हमारे और डीबीएस द्वारा समर्थन हासिल है।
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विशेष श्रीवास्तव: डीबीएस के साथ हमारा प्लेटफॉर्म सिर्फ ऋण ट्रांजेक्शन कर रहा है, जबकि हम केवल इक्विटी में कारोबार करते हैं। हम अन्य निवेश से भी इक्विटी जैसे प्रतिफल की उम्मीद करते हैं। हमारे पास कई इकाइयां हैं। उदाहरण के लिए इनोवेन कैपिटल, जिसमें हमारी 50 प्रतिशत भागीदारी है। इसके अलावा सीटाउन होल्डिंग्स भी इक्विटी के अलावा क्रेडिट सेगमेंट से जुड़ी हुई है। इसलिए हमारे पास पूंजी के विभिन्न माध्यम हैं, जो वैश्विक हैं, लेकिन भारत में भी ऐसा किया जाएगा।
विशेष श्रीवास्तव: वैश्विक तौर पर हमारा पोर्टफोलियो करीब 287 अरब डॉलर का है और भारत में हमने अपने कुल वैश्विक पोर्टफोलियो का 6 प्रतिशत निवेश किया है। यह टेमासेक के संपूर्ण पोर्टफोलियो में बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा है। अपनी करीब एक दशक की मौजूदगी में हमने हर साल अरब डॉलर का निवेश किया। इस साल यह आंकड़ा पहले ही पार हो चुका है। 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए यह आंकड़ा 1-1.5 अरब डॉलर था और उसके बाद हमने मणिपाल (हेल्थ एंटरप्राइजेज) और एटमबर्ग टेक्नोलॉजीज सौदे पूरे किए। दोनों ही सौदे वित्त वर्ष के बाद हुए।
मोहित भंडारी: फार्मइजी सौदा अभी चल रहा है, इसलिए हम इस पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहेंगे। फार्मईजी में हमारी करीब 13 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वहीं थायरोकेयर में फार्मईजी की 72 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस क्षेत्र पर हमारा भरोसा बरकरार है।