सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमासेक (Temasek) ने भारत में अगले तीन साल में 9 से 10 अरब डॉलर निवेश की योजना बनाई है। टेमासेक के इन्वेस्टमेंट ग्रुप प्रमुख और भारत प्रमुख रवि लांबा ने कहा कि निवेश का मकसद उपभोक्ता रिटेल, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण के अनुकूल कारोबार में बढ़ते मौकों का फायदा उठाना होगा।
भारत में लंबे अरसे के लिए बहुत अच्छी संभावनाएं हैं और 287 अरब डॉलर के अपने कुल निवेश का 6 फीसदी भारत में लगा चुकी टेमासेक को यहां आने वाले मौके उन क्षेत्रों के लिए एकदम माकूल लग रहे हैं, जिनमें वह निवेश करती है।
लांबा ने कहा, ‘इस समय दुनिया में सबसे तेज अधिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि भारत की है और यहां राजकोषीय और मौद्रिक नीति भी अनुकूल है। इसलिए सही मौके मिलने पर हम भारत में अगले तीन साल में 9 से 10 अरब डॉलर निवेश करना चाहते हैं।’
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टेमासेक के भारत में निवेश के प्रबंध निदेशक विशेष श्रीवास्तव ने कहा कि कंपनी भारत में हर साल औसतन 1 अरब डॉलर लगाती है और वित्त वर्ष 2024 के लिए वह अपने लक्ष्य से बहुत आगे निकल चुकी है क्योंकि उसने अस्पताल श्रृंखला मणिपाल समूह में 2 अरब डॉलर का निवेश किया है।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘पिछले वित्त वर्ष में हमने 1 से 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया था और उसके बाद मणिपाल (हेल्थ एंटरप्राइजेज) और एटमबर्ग टेक्नोलॉजीज का सौदा किया।’
क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के पतन समेत दुनिया भर में कई जगह अपने निवेश पर चोट खा चुकी टेमासेक को भारत में खासा फायदा हुआ है। कंपनी जोमैटो, टाटा प्ले और ओला सहित कई कंपनियों की शुरुआती निवेशकों में शामिल है। अब जलवायु अनुकूल अवसरों जैसे अक्षय ऊर्जा और कंपनियों के कार्बन कम करने के प्रयासों में निवेश करने की उसकी योजना है।
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कंपनी सैटेलाइट टीवी से प्रसारण करने वाली टाटा प्ले में अपनी 20 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है। टाटा प्ले के प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में वह अपने शेयर बेच देगी। आईपीओ अटका तो वह टाटा संस को अपनी समूची हिस्सेदारी बेच देगी। टाटा प्ले ने शुरू से अभी तक अपने शेयरधारकों को 15 फीसदी रिटर्न दिया है मगर पिछले एक साल में उसका रिटर्न ऋणात्मक रहा है।