प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद भारत में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर सेंटीमेंट पॉजिटव रही है। फिक्की ने सोमवार को एक सर्वेक्षण में यह बात कही।
उद्योग मंडल ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के बारे में अपने ताजा तिमाही सर्वेक्षण में कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के बाद की तिमाहियों में वृद्धि की रफ्तार बरकरार है। सर्वेक्षण में नौ प्रमुख क्षेत्रों – वाहन और वाहन कलपुर्जा, पूंजीगत सामान और निर्माण उपकरण, सीमेंट, रसायन उर्वरक और फार्मास्युटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और व्हाइट गुड्स, मशीन उपकरण, धातु और धातु उत्पाद, परिधान, खिलौने और हस्तशिल्प की धारणा का आकलन किया गया।
Also read: गरीबी घटाने में भारत का कमाल, पांच साल में 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले
सर्वेक्षण में बड़े उद्योगों और SME क्षेत्र की 400 से अधिक विनिर्माण इकाइयों से रायशुमारी की गई। सर्वेक्षण में 55 प्रतिशत उत्तर देने वालों ने कहा कि मार्च तिमाही में उनका उत्पादन बढ़ा। इसके अलावा 57 प्रतिशत का कहना था कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उनका उत्पादन बढ़ेगा। हालांकि, उत्पादन में औसत वृद्धि एक अंक में रहेगी।