घरेलू शेयर बाजार बुधवार को सीमित दायरे में रहे और बिना किसी बड़े उतार-चढ़ाव के लगभग सपाट बंद हुए। शुरुआती गिरावट के बाद निफ्टी में कुछ और फिसलन देखी गई, लेकिन चुनिंदा सेक्टर्स के हैवीवेट शेयरों में खरीदारी लौटने से बाजार संभला और सभी नुकसान की भरपाई कर ली। दिन के अंत में निफ्टी 25,250 के पास जाकर 25,212 के स्तर पर बंद हुआ।
इस दौरान सेक्टोरल प्रदर्शन मिला-जुला रहा, जिससे बाजार में हलचल बनी रही। आईटी, रियल्टी और ऑटो सेक्टर में तेजी रही, जबकि मेटल और फार्मा शेयरों में कमजोरी देखी गई। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दो दिन की तेजी के बाद ठहराव दिखा और ये भी लगभग सपाट बंद हुए।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा के अनुसार, ग्लोबल संकेतों में मिलाजुला रुख और सुस्त शुरुआत वाले अर्निंग सीजन के कारण निवेशकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि यदि निफ्टी 25,250 के ऊपर 20-डे ईएमए को पार करता है, तो इसमें आगे रिकवरी की संभावनाएं खुल सकती हैं। अन्यथा 24,900–25,000 के स्तर पर फिर से प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिल सकती है।
उन्होंने सलाह दी कि ट्रेडर्स को फिलहाल सतर्क रुख अपनाना चाहिए और केवल उन्हीं शेयरों पर ध्यान देना चाहिए जिनमें रिलेटिव स्ट्रेंथ और मजबूत अर्निंग आउटलुक नजर आ रहा हो।
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पावर सेक्टर के कुछ चुनिंदा शेयरों में हाल ही में खरीदारी बढ़ी है। टाटा पावर उनमें सबसे मजबूत नजर आ रहा है। अप्रैल में गिरावट के बाद यह शेयर लगातार ऊपर जा रहा है। अभी यह 20 दिनों के मूविंग एवरेज के ऊपर बना हुआ है, जो इसके मजबूत होने का संकेत देता है।
यह स्टॉक तीन महीने के बेस फॉर्मेशन से ऊपर निकला है और 20, 100 व 200 डीईएमए के ऊपर मजबूती से बना हुआ है। ब्रेकआउट के साथ वॉल्यूम में बढ़त ने इस तेजी को और मजबूत किया है। इसके अलावा BFSI सेक्टर की हालिया आउटपरफॉर्मेंस भी इस शेयर में तेजी का समर्थन करती है।
एफएमसीजी सेक्टर में लंबे समय की सुस्ती के बाद अब रफ्तार लौटती दिख रही है। आईटीसी ने हाल ही में अपने लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज (200 DEMA) से सपोर्ट लेकर रिकवरी की शुरुआत की है। इसका हालिया आउटपरफॉर्मेंस इसे सेक्टर की तेजी का प्रमुख लाभार्थी बना सकता है।
(डिस्क्लेमर: यह खबर रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा के विचारों पर आधारित है। निवेश से पहले अपने सलाहकार से परामर्श लें।)