बेंचमार्क सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) सूचकांकों में मंगलवार को तीसरे दिन बढ़त दर्ज हुई क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और लार्सन ऐंड टुब्रो में हुए इजाफे से बैंकिंग दिग्गजों आईसीआईसीआई बैंक व ऐक्सिस बैंक के अलावा टीसीएस में आई गिरावट की भरपाई करने में मदद मिली।
राजनीतिक व नीतिगत निरंतरता जारी रहने को लेकर तीन केंद्रीय मंत्रियों के भरोसेमंद बयान से भी मनोबल को मजबूती मिली। इस बीच, वैश्विक बाजारों ने अमेरिका में जारी होने वाले महंगाई के अहम आंकड़ों से पहले सतर्क रुख अपनाया, जो फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों की दिशा तय कर सकती है।
सेंसेक्स 329 अंक चढ़कर 73,104.6 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी ने 114 अंकों के इजाफे के साथ 22,218 पर कारोबार की समाप्ति की। दोनों सूचकांकों के लिए यह 29 अप्रैल के बाद की सबसे बड़ी एकदिवसीय बढ़त रही। उतारचढ़ाव की माप करने वाला इंडिया वीआईएक्स करीब 2 फीसदी फिसलकर 20.2 पर आ गया। नरेंद्र मोदी सरकार की सीटें कम रहने की चिंता के बीच यह इंडेक्स पिचले 13 कारोबारी सत्रों में 10.2 से 20.6 पर पहुंच गया था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा, चुनाव के नतीजों को लेकर चिंता करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से सत्ता संभालेंगे और भारतीय जनता पार्टी की वापसी हो रही है।
एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बाजार के उतारचढ़ाव को अहमियत नहीं देते हुए कहा था कि केंद्र में सत्ता की निरंतरता का बाजार स्वागत करेगा।
पिछली तीन कारोबारी सत्रों में बेंचमार्क निफ्टी अपने सर्वोच्च स्तर से 3 फीसदी टूट गया था क्योंकि लगातार पांच दिन तक नुकसान देखने को मिला था। व्यापक बाजार में गिरावट और भी ज्यादा रही थी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स अपने सर्वोच्च स्तर से करीब 6 फीसदी नीचे आया था।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, देसी बाजार हालिया निचले स्तर से सुधार की राह पर है, जिसे भारत में खुदरा महंगाई घटने और एशियाई बाजारों से अनुकूल संकेत का फायदा मिला है। हालांकि निवेशक आगामी अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों को लेकर सतर्क हैं, जिसमें पिछले महीने के मुकाबले मामूली बढ़ोतरी का अनुमान है और यह ब्याज कटौती के अनुमान को लेकर चिंता बढ़ा सकता है। उतारचढ़ाव और सीमित दायरे में कारोबार अल्पावधि में बना रह सकता है क्योंकि कम मतदान को लेकर अनिश्चितता जारी है।
व्यापक बाजारों ने मंगलवार को उम्दा प्रदर्शन किया और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 2 फीसदी की उछाल आई जबकि निफ्टी मिडकैप 10 इंडेक्स में करीब 1 फीसदी का इजाफा हुआ। विशेषज्ञों ने कहा कि सेंसेक्स फिर से 73,000 की ओर चला गया है और निफ्टी 22,200 से ऊपर बंद हो रहा है, जो सकारात्मक संकेत है लेकिन बाजार अल्पावधि में सीमित दायरे में रह सकते हैं।
मेहता इक्विटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, बाजार देखो व इंतजार करो की रणनीति अपना रहा है क्योंकि चुनाव का सीजन चल रहा है और यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि तीन दिन से आ रही तेजी आगे टिकी रहेगी या नहीं लेकिन सेंसेक्स का 73,000 के अहम स्तर से ऊपर बंद होना अहम रहेगा। दिलचस्प रूप से निवेशक मिड व स्मॉलकैप में ऐसे समय में वैल्यू खोजना जारी रखे हुए हैं जब निवेशक सामान्य तौर पर चुनाव के सीजन के दौरान कम निवेश करते हैं। सेंसेक्स के दो तिहाई शेयर चढ़े।