Why stock Market is Falling: भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार (12 फरवरी) को भारत के शेयर बाजारों पर फिर से मंदी का असर पड़ा। बीएसई पर सेंसेक्स इंडेक्स आज 905.21 अंक गिरकर 75,388.39 के निचले स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी 50 इंडेक्स 23,000 का लेवल छोड़कर 22,798.35 के निचले स्तर पर पहुंच गया। एनएसई पर निफ्टी इंडेक्स आज 273.45 अंक गिर गया।
ज़ोमैटो, इंडसइंड बैंक, एमएंडएम, अदानी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड, आईटीसी, एक्सिस बैंक और एशियन पेंट्स जैसे हैवी वेटेज वाले शेयरों ने बाजारों पर और दबाव डाला। इन सभी शेयरों की कीमतों में 2 फीसदी से 3 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।
अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, टाइटन कंपनी, एसबीआई, टाटा मोटर्स, नेस्ले इंडिया और एचडीएफसी बैंक भी सेंसेक्स के गिरावट वाले प्रमुख शेयरों में रहे। ब्रोडर मार्केटस में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स आज 2.5 फीसदी गिरकर कारोबार कर रहा था जबकि निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स आज 3 फीसदी गिर गया।
फोर्विस मजार्स इंडिया में पार्टनर, फाइनेंशियल एडवाइजर अखिल पुरी ने कहा, ”बाजार में गिरावट का कई कारकों का योगदान है। बढ़ती अमेरिकी बांड यील्ड, मजबूत अमेरिकी डॉलर और कमजोर रुपये ने भारतीय शेयरों को विदेशी निवेशकों के लिए कम आकर्षक बना दिया है। इससे बड़े पैमाने पर बिकवाली हुई है। इसके अलावा, कंजीमार स्टेपल, ऑटोमोबाइल और बिल्डिंग मेटीरियल जैसे क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के निराशाजनक तिमाही नतीजीन ने निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है।”
टेक्नीकल एनालिस्ट्स के अनुसार, मंगलवार को निफ्टी इंडेक्स में लगातार पांचवें सेशन में गिरावट दर्ज की गई थी। इसमें आज फिर गिरावट आई। इस गिरावट ने निर्णायक रूप से 23,400 के महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल को तोड़ दिया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्नीकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा, “हम दैनिक निफ्टी चार्ट पर ‘लोअर टॉप्स और बॉटम्स’ जैसे बड़े पैमाने पर मंदी के पैटर्न को देख सकते हैं। साथ ही इंडेक्स अब जनवरी के निचले स्तर 22,786 के स्तर से नीचे एक नया निचला लेवल बनाने के लिए नीचे फिसल रहा है।”
चॉइस ब्रोकिंग में डेरिवेटिव एनालिस्ट हार्दिक मटालिया ने कहा, ” टेक्नीकल आउटलुक से निफ्टी और सेंसेक्स वर्तमान में 20 एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) से रीबाउंड कर रहे हैं। मंथली चार्ट पर इंडेक्स अब एक प्रमुख सपोर्ट लेवल में चला गया है। अगर निफ्टी महत्वपूर्ण 22,800 समर्थन स्तर को सफलतापूर्वक बनाए रखता है, तो यह 23,800 अंक की ओर तेजी से बढ़ सकता है। हालांकि, इन स्तरों से ऊपर बने रहने में विफलता के कारण कंसोलिडेशन का चरण या करेक्शन वापस हो सकता है।”
उन्होंने कहा, ”निवेशकों को 23,000-22,900 रेंज के भीतर “गिरावट पर खरीदारी” (buy on dips) की स्ट्रेटीजी अपनानी चाहिए। इस लेवल इंडेक्सिस को मजबूत समर्थन मिलने की उम्मीद है।”
उन्होंने कहा कि निफ्टी महत्वपूर्ण समर्थन के रूप में 22,800 तक जा सकता है। जबकि ऊपर में 23,800 तक मजबूती दिखा सकता है। इन स्तरों के ऊपर या नीचे का ब्रेकआउट शॉर्ट टर्म में बाजार की दिशा तय कर सकते है। इसी तरह, सेंसेक्स के मामले में अगर इंडेक्स 75,000 समर्थन स्तर को सफलतापूर्वक बनाए रखता है, तो यह 80,000 अंक की ओर बढ़ सकता है।”
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज में सीनियर टेक्नीकल एनालिस्ट क्षितिज गांधी ने कहा कि निफ्टी काफी दबाव में है। यह टेक्नीकल चार्ट पर निचला-शीर्ष पैटर्न बना रहा है और अपने 200-दिवसीय मूविंग एवरेज से काफी नीचे कारोबार कर रहा है। यह लगतार कमजोरी का संकेत देता है। इंडेक्स के लिए रेसिस्टेंस का लेवल फिलहाल 23,200 के स्तर पर देखा जा रह है। इस स्तर से ऊपर का ब्रेकआउट स्तर 23,350 और 23,500 तक बढ़ा सकता है।”
उन्होंने कहा, ”नेगेटिव साइड पर 22,900 का सपोर्ट लेवल बना है। यह संकेत देता है कि इसमें 22,750 और 22,500 की ओर गिरावट आ सकती है। हालांकि तेज रिकवरी की उम्मीद नहीं है। ओवरसोल्ड स्थिति निवेशकों को शॉर्ट टर्म में कुछ राहत दे सकती हैं, जिससे संभावित रूप से तकनीकी उछाल आ सकता है।”
एंजेल वन में रिसर्च प्रमुख (टेक्नीकल और डेरिवेटिव) समीत चव्हाण ने कहा, “वैश्विक स्तर पर घटनाक्रमों के संभावित जोखिमों का आकलन करना महत्वपूर्ण है। यदि निफ्टी 23,000 अंक से नीचे गिरना जारी रखता है, तो बिकवाली और तेज हो सकती है और शॉर्ट टर्म में इंडेक्स 22,800-22,750 तक पहुंच सकता है। इसके उलट 23,250-23,350 की ओर कोई भी पलटाव एक प्रतिरोध के रूप में काम कर सकता है। इसके बाद 23,400 (20 डीईएमए) और 23500 के आसपास महत्वपूर्ण बाधाएं आ सकती है।”
इस बीच, मंगलवार को निफ्टी 310 अंक (1.32 फीसदी) की गिरावट के साथ 23,072 पर बंद हुआ था।
-ट्रंप का टैरिफ वॉर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ योजनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कनाडा और यूरोपीय संघ (ईयू) ने “यदि आवश्यक हो तो टैरिफ का मजबूती और दृढ़ता से विरोध करने” का फैसला किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने सोमवार को अमेरिका में स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया। उन्होंने और अधिक टैरिफ लगाने की भी चेतावनी दी है।
वहीं, यूरोपीय संघ और कनाडा का कहना है कि वे अपने आर्थिक हितों और अपने श्रमिकों, व्यवसायों और उपभोक्ताओं की रक्षा के लिए “दृढ़ और आनुपातिक जवाबी उपाय” के साथ जवाबी कार्रवाई करेंगे।
-FIIs की इंडियन स्टॉक मार्केट से बिकवाली
इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) का भारतीय शेयर बाजारों से बिकवाली का सिलसिला जारी है। एफआईआई लगभग हर रोज भारतीय स्टॉक बेच रहे हैं। एफआईआई ने मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में 4,486.4 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।