Stock Market: शेयर बाजार आज लगातार तीसरे सत्र में तेजी के साथ बंद हुआ। माना जा रहा है कि ज्यादातर प्रमुख केंद्रीय बैंक अब दरें नहीं बढ़ाएंगे, जिस उम्मीद में बाजार चढ़ गया है। बॉन्ड बाजार में तेजी से दर कटौती की आस से भी निवेशकों में जोखिम वाली संपत्तियों पर दांव लगाने का हौसला बढ़ा है। सेंसेक्स 595 अंक चढ़कर 64,959 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 181 अंक ऊपर 19,412 पर बंद हुआ।
अमेरिका के वृहद आर्थिक आकड़ों से अर्थव्यवस्था में नरमी के संकेत मिल रहे हैं, जिसे देखकर ट्रेडर अगले साल जून तक दर में कटौती पर दांव लगा रहे हैं। 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड की यील्ड सोमवार को घटकर करीब 4.6 फीसदी रह गई।
पिछले महीने इसकी यील्ड 16 साल के सबसे ऊंचे स्तर 5 फीसदी पर पहुंच गई थी। अमेरिका में बॉन्ड यील्ड तेजी से बढ़ने के कारण पिछले महीने देसी शेयर बाजार करीब 5 फीसदी तक लुढ़क गया था।
पिछले हफ्ते फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया था कि 10 वर्षीय बॉन्ड यील्ड में हालिया तेजी के कारण आगे दर बढ़ोतरी की जरूरत कम हो गई है। फेड के नरम बयान से दर वृद्धि का सिलसिला थमने की उम्मीद फिर जगी है, जिसका असर दुनिया भर के बाजारों में दिखा है।
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पिछले दो कारोबारी सत्र में विदेशी फंडों ने बिकवाली भी कम की है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 550 करोड़ रुपये के शेयर बेचे मगर देसी संस्थागत निवेशकों ने करीब 600 करोड़ रुपये की लिवाली कर डाली।
अमेरिका में बॉन्ड यील्ड कम होने से निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है मगर कुछ विश्लेषकों ने आगाह किया है कि महंगाई में नरमी नहीं आई और अर्थव्यवस्था में लचीलापन दिखा तो बॉन्ड यील्ड फिर बढ़ सकती है।
डालमा कैपिटल के मुख्य निवेश अधिकारी गैरी डुगन ने कहा, ‘मुद्रास्फीति नरम हो सकती है मगर इसमें ज्यादा गिरावट के आसार नहीं है। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड इस हफ्ते भले ही कम हो जाए मगर यह अब भी पिछले कई वर्षों की तुलना में ज्यादा है।’
कंपनी के नतीजों में निराशा नहीं दिखने और भारत के वृहद आर्थिक आंकड़े बेहतर रहने से भी निवेशकों का हौसला बढ़ा है। मगर इजरायल-हमास संघर्ष और तेल के दाम पर इसके असर के बारे में निवेशक चिंतित हैं।
स्वतंत्र इक्विटी विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, ‘जोखिम लेने की भावना बढ़ी है। लेकिन इजरायल-हमास संषर्घ को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता। यह भी नहीं कहा जा सकता कि यह विवाद बड़े संघर्ष का रूप नहीं लेगा।’
अमेरिका और चीन के वृहद आर्थिक आंकड़े और फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल तथा बैंक ऑफ इंगलैंड के गवर्नर एंड्रयू बाइली के बयान अगले कुछ दिनों में बाजार को दिशा देंगे।
मगर आज बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर 2,422 शेयर लाभ में और 1,381 गिरावट पर बंद हुए। सेंसेक्स में चार को छोड़कर सभी शेयर गिरावट पर बंद हुए। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा 2.3 फीसदी की गिरावट लार्सन ऐंड टुब्रो में देखी गई। पिछले हफ्ते के निचले स्तर से निफ्टी 570 अंक या 3 फीसदी चढ़ चुका है।