Bonus Share: बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) ने हाल ही में 4:1 की रेश्यो में बोनस शेयर का ऐलान किया है। इसका मतलब है कि शेयरहोल्डर्स को हर एक शेयर पर 4 शेयर फ्री में मिलेंगे। कंपनियों के तिमाही नतीजे जारी करने सीजन जारी है। कई कंपनियां अपने फाइनेंशियल रिजल्ट्स के साथ बोनस शेयर और डिविडेंड जैसी घोषणाएं कर रही हैं। इससे मन में हमेशा एक सवाल आता है कि आखिर यह बोनस शेयर क्या होता है और किसे और कितना फायदा होता है। जैसा की नाम से पता चल रहा है, बोनस शेयर बोनस के रूप में मिलते है। यह कंपनी पर निर्भर कर करता है वह एक शेयर के बदले कितने बोनस शेयर दे रही है।
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आसान भाषा में बताये तो बोनस एक तरह से अतिरिक्त शेयर होते हैं। कंपनियां बोनस शेयर अपने मौजूदा शेयरहोल्डर्स को मुफ्त में देती हैं। ये शेयर सिर्फ उन्हीं निवेशकों को मिलते हैं जिनके पास पहले से कंपनी के शेयर होते हैं। कंपनियां अपने स्टॉक को रिटेल निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनाने के लिए बोनस शेयर जारी करती हैं
जब कोई कंपनी अच्छा मुनाफा कमाती है, लेकिन उसके पास नकद (कैश) कम होता है, तो वह अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देने की जगह बोनस शेयर जारी करती है। इससे कंपनी की कैश फ्लो पर असर नहीं पड़ता और निवेशकों को भी फायदा मिलता है।
बोनस शेयर मौजूदा शेयरों के अनुपात (Ratio) में दिए जाते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई कंपनी 2:1 के रेश्यो में बोनस देती है, तो इसका मतलब है कि हर दो शेयर पर एक बोनस शेयर मिलेगा। अगर किसी निवेशक के पास 1,000 शेयर हैं, तो उसे 500 बोनस शेयर (1,000 x 1/2) और मिलेंगे।
टैक्स फ्री: बोनस शेयर मिलने पर निवेशकों को कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।
लॉन्ग टर्म में फायदेमंद: जो निवेशक लंबे समय तक निवेश करते हैं, उनके लिए ये बोनस शेयर निवेश बढ़ाने का अच्छा मौका होते हैं।
बढ़ता है भरोसा: इससे कंपनी में निवेशकों का भरोसा मजबूत होता है, क्योंकि कंपनी अपना कैश बिजनेस को बढ़ाने में इस्तेमाल कर रही होती है।
डिविडेंड पर फायदा: भविष्य में जब कंपनी डिविडेंड देती है, तो जिनके पास ज़्यादा शेयर होते हैं (बोनस के कारण), उन्हें ज़्यादा डिविडेंड मिलता है।