Stock Market Closing Bell, Thursday, August 28, 2025: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच ट्रंप टैरिफ लागू होने की वजह से भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (28 अगस्त) को सपाट स्तर पर खुलने के बाद बड़ी गिरावट में बंद हुए। कारोबार के दौरान निचले स्तरों पर खरीदारी के बावजूद बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी50 और सेंसेक्स में बिकवाली हावी रही। अमेरिकी के भारत से आयात पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लागू होने के साथ निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। बाजार के जानकारों का कहना है कि इससे बाजारों पर शॉर्ट टर्म में दबाव बना रह सकता है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 30 अंक गिरकर 80,754 पर खुला। खुलते ही बेंचमार्क इंडेक्स में गिरावट गहरा गई। कारोबार के दौरान यह 80,013 अंक तक फिसल गया था। अंत में यह 705.97 अंक या 0.87 प्रतिशत गिरकर 80,080 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी गिरावट के साथ 24,695 अंक पर खुला। सपाट ओपनिंग के बाद इंडेक्स में बिकवाली हावी हो गई और यह इंट्रा-डे ट्रेड में 24,481 गिर गया था। अंत में यह 211.15 अंक या 0.85 प्रतिशत गिरकर 24,500 पर बंद हुआ।
निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ने मंगलवार को लगभग 1% की गिरावट दर्ज की थी, जो तीन महीनों में उनकी सबसे तेज एकदिनी गिरावट रही। वहीं, बुधवार को घरेलू बाजार एक स्थानीय अवकाश के कारण बंद रहे। ताजा गिरावट के साथ बाजार दो ट्रेडिंग सेशन में करीब 2 फीसदी टूट गए हैं।
बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप मंगलवार (26 अगस्त) को 449,95,068 करोड़ रुपये था। दोपहर 3:35 बजे यह 4,45,43,453 करोड़ रुपये रह गया। इस तरह, निवेशकों को 451,615 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में एचसीएल टेक (HCL Tech) के शेयर में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली। शेयर लगभग 3 फीसदी फिसल गया। इंफोसिस, सनफार्मा, पावर ग्रिड, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर प्रमुख रूप से गिरावट में रहे। दूसरी तरफ, टाइटन, एलएन्डटी, मारुति, एक्सिस बैंक और रिलायंस हरे निशान में रहे।
सेक्टोरल मोर्चे पर सभी सेक्टर में बिकवाली दर्ज की गई। निफ्टी रियल्टी में सबसे 1.26 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। निफ्टी फार्मा, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, निफ्टी मेटल और निफ्टी पीएसयू बैंक भी गिरावट में चल रहे थे।
टैरिफ संबंधी चिंताओं और कंपनियों के सुस्त जून तिमाही के नतीजों के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने अगस्त में अब तक 2.66 अरब डॉलर मूल्य के भारतीय शेयर बेचे हैं। यह फरवरी के बाद से विदेशी निवेशकों की सबसे अधिक बिकवाली है।
एशियाई बाजारों में मंगलवार को मिला-जुला रुख देखने को मिला। मेनलैंड चीन का CSI 300 इंडेक्स 0.25 फीसदी चढ़ा, जबकि जापान का निक्केई 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार करता दिखा। वहीं, हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.66% टूट गया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.41% की बढ़त के साथ ट्रेड कर रहा था, क्योंकि निवेशक बैंक ऑफ कोरिया की नीतिगत बैठक के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
दूसरी ओर, सोमवार रात वॉल स्ट्रीट के प्रमुख इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुए। S&P 500 ने नई ऊंचाई छुई, जिसमें एनर्जी और हेल्थकेयर सेक्टर का अहम योगदान रहा। क्लोजिंग के वक्त S&P 500 में 0.24% की तेजी रही, नैस्डैक 0.21% और डॉव जोन्स 0.32% ऊपर बंद हुआ। हालांकि, एनविडिया (Nvidia) के शेयर करीब 3% गिर गए। इसकी वजह थी डाटा सेंटर कारोबार में उम्मीद से कमजोर बिक्री, जो हाल ही में घोषित नतीजों में सामने आई।
अमेरिका ने भले ही भारत के उत्पादों पर 50 फीसदी का ऊंचा टैरिफ लगा दिया हो मगर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत का विकल्प खुला है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि दोनों देश वर्तमान चुनौतियों का हल निकालने की संभावना तलाश रहे हैं। उक्त अधिकारी ने कहा, ‘संचार माध्यम खुले हैं। दोनों पक्षों को इस बात की चिंता है कि ये चीजें कैसे सामने आएंगी और दोनों पक्ष इन मुद्दों को हल करने के तरीके पर विचार कर रहे हैं। यह लॉन्ग टर्म रिश्ते में एक अस्थायी चरण है। बातचीत का विकल्प खुला रखना महत्त्वपूर्ण है।’