Stock Market Closing Bell on Wednesday, September 17, 2025: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार बुधवार (17 सितंबर) को लगतार दूसरे ट्रेडिंग सेशन में मजबूती के साथ बंद हुए। भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत फिर से शुरू होने से सेंटीमेंट्स पर पॉजिटिव असर पड़ा। इससे आईटी सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली। साथ ही पीएसयू बैंक शेयरों में खरीदारी से बाजार को पुश मिला। हालांकि, फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। निवेशकों की नजर अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व पर टिकी हुई है। फेडरल रिजर्व बुधवार को ब्याज दरों पर फैसला सुनाएगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि केंद्रीय बैंक इसमें कटौती कर सकता है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) मजबूती के साथ 82,506.40 अंक पर खुला। खुलते ही इसमें तेजी देखने को मिली। लेकिन कारोबार आगे बढ़ने के साथ यह एक सिमित दायरे में ट्रेड करते दिखा। अंत में यह 313.02 अंक या 0.38 फीसदी की बढ़त के साथ 82,693.71 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 भी मजबूती के साथ 25,276 पर खुला। खुलते ही यह 25,300 अंक के पार चला गया। अंत में यह 91.15 अंक या 0.36 प्रतिशत की मजबूती के साथ 25,330 पर बंद हुआ।
रेलिगेयर ब्रोकिंग में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा, ”शेयर बाजार बुधवार को सीमित दायरे में कारोबार के बाद हल्की बढ़त के साथ बंद हुए। इससे पॉजिटिव लेकिन सतर्क रुख का संकेत मिला। मजबूत शुरुआत के बाद निफ्टी इंडेक्स पूरे दिन एक सिमित दायरे में कारोबार करता रहा। अंत में यह 25,330.25 के स्तर पर बंद हुआ। सेक्टोरल प्रदर्शन मिला-जुला रहा। आईटी, बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में सबसे अधिक तेजी देखने को मिली। वहीं मेटल्स, एफएमसीजी और फार्मा सेक्टर में मुनाफावसूली देखी गई।”
उन्होंने कहा, ”हालांकि बाजार सीमित दायरे में ही रहा। लेकिन नीति सुधारों को लेकर आशावाद और मजबूत घरेलू निवेश प्रवाह के चलते सेंटीमेंट्स सकारात्मक बने हुए है। वहीं, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा से पहले की सतर्कता ने तेजी पर लगाम लगा दी। निफ्टी अब 25,500 के स्तर की ओर बढ़ रहा है। इसमें बैंकिंग सेक्टर की नई मजबूती और सेक्टर्स में रोटेशनल खरीदारी का समर्थन मिल रहा है। हम निवेशकों को ‘डिप्स पर खरीदारी’ की स्ट्रेटेजी जारी रखने की सलाह देते हैं। सपोर्ट लेवल 25,050–25,150 के आसपास माना जा सकता है। हालांकि, वैश्विक घटनाओं के चलते बढ़ती अस्थिरता की संभावना को देखते हुए पोजिशन साइज सीमित रखना बेहतर रहेगा।”
सेंसेक्स की कंपनियों में एसबीआई, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL), कोटक महिंद्रा बैंक और ट्रेंट के शेयर सबसे ज्यादा बढ़त में रहे। वहीं, टाइटन, आईटीसी, बजाज फिनसर्व और टाटा स्टील सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में शामिल रहे।
ब्रोडर मार्केट में बीएसई मिडकैप 0.08 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.68 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 2.61 प्रतिशत और निफ्टी आईटी 0.65 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी मेटल 0.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में बुधवार को गिरावट देखी गई। वॉल स्ट्रीट में गिरावट का असर एशियाई बाजारों में देखने को मिला। निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय नीतिगत बैठक के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। इसमें व्यापक रूप से ब्याज दर में कटौती की उम्मीद की जा रही है। जापान का निक्केई इंडेक्स स्थिर कारोबार कर रहा था, जबकि टॉपिक्स 0.53 प्रतिशत गिर गया था। कोस्पी और एएसएक्स 200 भी क्रमशः 0.94 प्रतिशत और 0.63 प्रतिशत नीचे रहे।
फेडरल रिजर्व (Fed Reserve) के बुधवार को निर्णय से पहले अमेरिकी इक्विटी फ्यूछरस में थोड़ा बदलाव आया। केंद्रीय बैंक की तरफ से दिसंबर के बाद पहली बार ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की जा रही है।
एसएंडपी 500 सेशन के शुरू में एक नया रिकॉर्ड बनाने के बाद 0.13 प्रतिशत गिरकर 6,606.76 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट 0.07 प्रतिशत गिरकर 22,333.96 पर आ गया और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 125.55 अंक या 0.27 प्रतिशत गिरकर 45,757.90 पर आ गया।
Urban Company, Dev Accelerator और Shringar House of Mangalsutra के शेयरों पर बुधवार को विशेष ध्यान रहेगा। ये शेयर बाजार में अपनी शुरुआत करेंगे। विशेष रूप से Urban Company की जबरदस्त शुरुआत होने की संभावना है। ग्रे मार्केट में इसके करीब 50 प्रतिशत प्रीमियम के संकेत मिल रहे हैं।