बाजार नियामक सेबी बोर्ड बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजन करने की तिमाही परंपरा अब बंद कर रहा है। आम तौर पर नियामक प्रमुख इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल अहम फैसलों के पीछे के कारणों और अन्य सवालों का जवाब देने में करते हैं।
सूत्रों ने संकेत दिया कि इस बार सेबी अपनी सोमवार की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करेगा। बैठक में डेरिवेटिव सेगमेंट के लिए नई ट्रेडिंग व्यवस्था, म्युचुअल फंड लाइट नियमन, नए परिसंपत्ति वर्ग की शुरुआत और इनसाइडर ट्रेडिंग के नियमों में कुछ समायोजन जैसे अहम फैसले होने की उम्मीद है।
सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच हितों के टकराव संबंधी विवादों में घिरी हैं और इसी के बीच यह परंपरा समाप्त हो रही है। उन पर कांग्रेस पार्टी और अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाए थे। तब से पुरी सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल तो हुई हैं लेकिन मीडिया से दूरी बरकरार रखी है।