भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के 25,000 करोड़ रुपये के पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) को लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, जो देश के सबसे बड़े ऋणदाता के शेयरों की मजबूत मांग को दर्शाता है। सूत्रों के अनुसार भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) जैसे कई घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इसमें खूब दांव लगाया है।
सूत्रों ने बताया कि एलआईसी ने 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां लगाईं जबकि एसबीआई एमएफ, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्युचुअल फंड और एचडीएफसी बैंक जैसे घरेलू म्युचुअल फंड (एमएफ) में से प्रत्येक ने 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां लगाईं। इसके अलावा सिंगापुर के जीआईसी और कैपिटल इंटरनैशनल सहित लगभग आधा दर्जन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भी क्यूआईपी में हिस्सा लिया।
कारोबार की समाप्ति पर स्टेट बैंक का शेयर आज 828.75 रुपये पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 0.35 फीसदी कम है। सूत्रों ने कहा कि क्यूआईपी में 31 करोड़ शेयरों में से अधिकांश बोलियां लगभग 820 रुपये प्रति शेयर पर आईं। क्यूआईपी के लिए मूल्य दायरा 806.75 से 831.70 रुपये प्रति शेयर के बीच थी। निर्गम का आधार मूल्य 811.05 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था जो कि निचले मूल्य दायरे से 0.5 फीसदी कम था।
एक निवेश बैंकर ने कहा, ‘पूंजी जुटाने की इस कवायद से बड़े संस्थानों को एसबीआई में बड़ी मात्रा में शेयर लेने का मौका मिला। खुले बाजार में कीमतों में बदलाव के बिना इतनी बड़ी मात्रा में शेयर खरीदना संभव नहीं हो पाता।’
ब्लूमबर्ग के अनुसार आम सहमति में 12 महीने के लिए भारतीय स्टेट बैंक के शेयर भाव का लक्ष्य करीब 935 रुपये है, जिसका मतलब है वर्तमान स्तर से लगभग 13 फीसदी की बढ़त। तकरीबन 40 ब्रोकरेज ने एसबीआई शेयर को ‘खरीदें’ रेटिंग दी और एक ने ‘बेचें’ और 9 ब्रोकरेज ने ‘होल्ड करने’ की रेटिंग दी है।
विश्लेषकों ने कहा कि बैंक के उचित मूल्यांकन और उत्साहजनक विकास की संभावना ने निवेशकों को आकर्षित किया। एक अन्य बैंकर ने कहा, ‘शेयर बिक्री में म्युचुअल फंड, बीमा कंपनियों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की भागीदारी के साथ जोरदार प्रतिक्रिया देखी गई। निर्गम से ज्यादा आवेदन मिलने से निवेशकों को आवेदन राशि के 20 से 30 फीसदी मूल्य के शेयर ही मिलेंगे।’
विश्लेषकों ने कहा कि स्टेट बैंक द्वारा 25,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने से उसकी पूंजी पर्याप्तता अनुपात में 60 आधार अंक से ज्यादा की वृद्धि होगी। 31 मार्च, 2025 को बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 14.25 फीसदी था।
इससे पहले स्टेट बैंक ने जून 2017 में क्यूआईपी के माध्यम से 15,000 करोड़ रुपये की इक्विटी जुटाई थी। वित्त वर्ष 2025 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2025 तक एसबीआई का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 14.25 फीसदी था, जिसमें कॉमन इक्विटी टियर 1 10.81 फीसदी, एटी1 1.3 फीसदी और टियर 2 बॉन्ड 2.14 फीसदी था।