facebookmetapixel
अगर यात्रा के दौरान चलती ट्रेन से आपका फोन हाथ से गिर जाए तो आपको क्या करना चाहिए?Dr Reddy’s Q2 Results: मुनाफा 14.5% बढ़कर ₹1,437.2 करोड़ पर पहुंचा, आय बढ़कर ₹8,805 करोड़ परकहीं आप फर्जी दवा तो नहीं ले रहे? CDSCO की जांच में मिला नकली कफ सिरप और 112 कम क्वालिटी वाली दवाएंभारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द हो सकता है फाइनल, अधिकारी कानूनी दस्तावेज तैयार करने में जुटेसरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को तोहफा! इस राज्य सरकार ने DA-DR बढ़ाने का किया ऐलान, जानें डिटेलऑफिस किराए में जबरदस्त उछाल! जानें, दिल्ली, मुंबई या बेंगलुरु – किस शहर में सबसे तेज बढ़े दाम?HUL vs Nestle vs Colgate – कौन बनेगा FMCG का अगला स्टार? जानें किस शेयर में है 15% तक रिटर्न की ताकत!EPF खाताधारकों को फ्री में मिलता है ₹7 लाख का कवर! जानें इस योजना की सभी खासियतPiyush Pandey Demise: ‘दो बूंद जिंदकी की…’ से लेकर ‘अबकी बार, मोदी सरकार’ तक, पीयूष पांडे के 7 यादगार ऐड कैम्पेनदिवाली के बाद किस ऑटो शेयर में आएगी रफ्तार – Maruti, Tata या Hyundai?

Pharma stocks: फार्मा शेयरों को मिल रही खुराक, सुधर रही स्टॉक मार्केट में परफॉर्मेंस

अमेरिकी बाजार से जुड़ी कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और उनके शेयर 52 सप्ताह की ऊंचाई पर पहुंचे हैं

Last Updated- July 09, 2023 | 11:17 PM IST
medicines

वित्त वर्ष 2024 के शुरू से अब तक हेल्थकेयर शेयरों ने प्रमुख सूचकांकों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। बीएसई हेल्थकेयर इंडेक्स (BSE Healthcare Index) 19 प्रतिशत तक चढ़ा है, जबकि इस अव​धि के दौरान BSE के सेंसेक्स में 11 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है।

DAM Capital के प्रबंध निदेशक (MD) नितिन अग्रवाल ने पिछले महीने एक रिपोर्ट में इस रुझान को स्पष्ट किया।

उन्होंने लिखा है, ‘वित्त वर्ष 2021 से वित्त वर्ष 2023 के दौरान लगातार कमजोर प्रदर्शन के बाद, बीएसई हेल्थकेयर इंडेक्स अब फिर से सु​र्खियों में आ गया है। इसके प्रदर्शन में ताजा तेजी अस्पतालों और खासकर अमेरिका के लिए फार्मास्युटिकल (फार्मा) निर्यात में सुधार के साथ साथ घरेलू ब्रांडेड फॉर्मूलेशनों में लगातार वृद्धि की वजह से आई है।’

इस क्षेत्र में, अमेरिकी बाजार से जुड़ी फार्मा कंपनियों जैसे Sun Pharmaceutical Industries (Sun Pharma), Lupin, Zydus Lifesciences (Zydus Life), Dr Reddy’s Laboratories (Dr Reddy’s), Aurobindo Pharma (Aurobindo) और Torrent Pharmaceuticals ने शानदार प्रदर्शन किया है। इन कंपनियों के शेयर पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान अपने 52 सप्ताह के ऊंचे स्तरों पर पहुंचने में कामयाब रहे। फार्मा शेयरों में तेजी मौजूदा मंजूरियों, कम कीमत गिरावट, और अमेरिकी जेनेरिक बाजार में विकास परिदृश्य की वजह से भी आई है।

इस बाजार पर ध्यान बढ़ाए जाने की वजह से घरेलू फॉर्मूलेशन में मजबूत वृद्धि से कंपनियों को फायदा होने की उम्मीद है।
इलारा कैपिटल ने अमेरिकी जेनेरिक बाजार में मौजूदगी वाली इन कंपनियों के परिदृश्य पर अब सकारात्मक रुख अपनाया है।

ब्रोकरेज के विश्लेषक बीनो पा​थिपरा​म्पिल (Bino Pathiparampil) का मानना है कि अमेरिकी बाजार करीब सात-आठ वर्ष लंबी गिरावट के बाद अच्छी तेजी दर्ज कर रहा है। उन्हें उम्मीद है कि जाइडस लाइफ, सन फार्मा, डॉ. रेड्डीज, ल्यूपिन, अरविंदो, और सिप्ला (Cipla) में सुधार दिखेगा। मुख्य कारक हैं ताजा उत्पाद मंजूरियां, जिनसे राजस्व वृद्धि की संभावना है।

Also read: Adani Group ने तीन कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 1.4 अरब डॉलर जुटाए

पिछले महीने, ल्यूपिन ने ड्राई पाउडर इन्हेलर स्पाइरिवा (Spiriva) के जेनेरिक वर्सन की मंजूरी मिलने की घोषणा की, जिसका बाजार करीब 50 करोड़ डॉलर है।

नोमुरा रिसर्च का मानना है कि कंपनी वित्त वर्ष 2025 से वित्त वर्ष 2025 में इस दवा की 10-12 करोड़ डॉलर की सर्वा​धिक बिक्री के साथ अगले दो साल तक बाजार में एकमात्र स्वीकृत जेनेरिक निर्माता बनी रहेगी। ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर के लिए आय और कीमत मल्टीपल बढ़ा दिया है।

Also read: Auto stocks: वाहन शेयरों ने पकड़ी दमदार रफ्तार, निफ्टी ऑटो इंडेक्स 27 फीसदी चढ़ा

अन्य उदाहरण जाइडस लाइफ है, जिसे धूम्रपान छुड़वाने वाली दवा चैंटिक्स (Chantix) के जेनेरिक वर्जन की मंजूरी मिली है। इस दवा का बाजार 30 करोड़ डॉलर है और कंपनी के लिए यह 3 करोड़ डॉलर रह सकता है।

जाइडस लाइफ को स्तन कैंसर उपचार की दवा पैल्बोकिकलिप (Palbociclib) के लिए भी मंजूरी मिली है, जिसका अनुमानित बाजार 3 अरब डॉलर से ज्यादा है। कंपनी द्वारा 10 महंगी दवाएं पेश किए जाने की संभावना है, जिनमें दो को वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में और तीन अन्य उत्पादों को इस साल पेश किया जा सकता है।

Also read: सेंसेक्स की टॉप 10 में छह कंपनियों का M-cap 1.19 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

विश्लेषकों का मानना है कि इन दवा कंपनियों के लिए बाजार 2018-19 से 2020-21 के मुकाबले अब काफी व्यापक है।
मौजूदा पोर्टफोलियो में मूल्य निर्धारण के मोर्चे पर मिली राहत अन्य सकारात्मक बदलाव है।

ब्रोकरों का मानना है कि अमेरिकी खाद्य एवं दवा प्रशासन द्वारा सख्त कदमों से उत्पाद किल्लत और कीमत वृद्धि को बढ़ावा मिला। अमेरिकी बाजार में दवा निर्माताओं में समेकन की प्रक्रिया से भी जेनेरिक की कीमतों में बदलाव आया है।

First Published - July 9, 2023 | 6:51 PM IST

संबंधित पोस्ट