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Nomura का अनुमान: 24,970 तक पहुंच सकता है Nifty, निवेशकों के लिए एक और मौका

निफ्टी 24,000 पर कारोबार करने के साथ इस महीने के निचले स्तर से करीब 10 फीसदी चढ़ चुका है।

Last Updated- April 21, 2025 | 11:02 PM IST
NSE

नोमूरा ने मार्च 2026 तक निफ्टी का लक्ष्य बढ़ाकर 24,970 रुपये कर दिया है। पहले उसने दिसंबर 2025 तक 23,784  का लक्ष्य दिया था। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि निफ्टी वित्त वर्ष 2027 के लिए अपनी अनुमानित आय 1,280 रुपये के 19.5 गुना पर कारोबार करेगा जबकि पहले यह अनुमान 18.5 गुना था। नोमूरा का कहना है कि निफ्टी 17-20 गुना के मूल्यांकन दायरे में कारोबार करेगा जिससे अगले 12 महीनों के दौरान उसमें 9 फीसदी की कमी से लेकर 7 प्रतिशत से अ​धिक के संभावित रिटर्न का अनुमान है।

निफ्टी 24,000 पर कारोबार करने के साथ इस महीने के निचले स्तर से करीब 10 फीसदी चढ़ चुका है। ब्रोकरेज का मानना ​​है कि स्थिर जोखिम वाला माहौल छह महीने की लगातार बिकवाली के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के निवेश को बहाल कर सकता है। नोमूरा ने चयन के आधार पर निवेश करने, खपत जैसे घरेलू क्षेत्रों को प्राथमिकता देने और आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव से लाभा​न्वित होने वाली कंपनियों पर दांव लगाने का सुझाव दिया है। 

कम आय संबं​धी जो​खिम और आकर्षक मूल्यांकन की वजह से वित्त पसंदीदा है। इसके बाद कंज्यूमर स्टैपल, डिस्क्रेशनरी, ऑटोमोबाइल, तेल और गैस, दूरसंचार, बिजली, इंटरनेट, रियल एस्टेट और चुनिंदा हेल्थकेयर शेयर शामिल हैं। 

ब्रोकरेज फर्म सूचना प्रौद्योगिकी, उद्योग, सीमेंट और धातु जैसे निर्यात-केंद्रित क्षेत्रों को लेकर सतर्क बनी हुई है और फार्मास्युटिकल्स के लिए अल्पाव​धि के टैरिफ जोखिम को लेकर आशंकित है।  हालांकि बाजार में गिरावट से खरीदारी के अवसर मिल सकते हैं।

भारतीय इ​क्विटी बाजार अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की 2 अप्रैल की टैरिफ घोषणा से हुए नुकसान की भरपाई कर चुके हैं। उपभोक्ता वस्तु और वित्त समेत घरेलू क्षेत्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। आईटी, धातु, वाहन और फार्मास्युटिकल जैसे निर्यात-केंद्रित क्षेत्रों ने वै​श्विक व्यापारिक तनाव के बीच कमजोर प्रदर्शन किया है।

नोमूरा ने कारोबार से जुड़ी अनि​श्चितता के बीच भारत की मजबूती पर ध्यान दिया है। उसने मजबूत वृहद आ​र्थिक बुनियादी आधार और घटती जिंस और तेल कीमतों को ध्यान में रखा है। बाजार धारणा को अमेरिका-भारत व्यापार समझौते और आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव के लिहाज से पसंदीदा स्थान के तौर पर भारत की मजबूत ​स्थिति की वजह से मदद मिली है।

हालांकि, नोमूरा ने कमजोर आर्थिक आंकड़ों और इक्विटी जोखिम प्रीमियम में वृद्धि की आशंका जताते हुए बढ़त और आय पूर्वानुमानों के लिए जोखिम की चेतावनी दी है।

First Published - April 21, 2025 | 10:32 PM IST

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