घोटालों, हेरफेर और फ्रंट-रनिंग गतिविधियों का पता लगाने के प्रयास में पूंजी बाजार नियामक ने जीमेल, फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, व्हाट्सऐप और समान ऐप का विश्लेषण शामिल कर अपनी जांच का दायरा बढ़ाया है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अपनी जांच में मैसेजिंग ऐप के जरिये संदेशों की जांच पहले से ही करता है।
हालांकि कुछ उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब नियामक ने डिजिटल फॉरेंसिक सेवाएं मुहैया कराने के लिए पैनल में शामिल एजेंसियों से आवेदन मांगते वक्त इन सोशल नेटवर्किंग साइटों का विशेष तौर पर जिक्र किया है।
एक साल के लिए वैध ये एजेंसियां अधिग्रहण और डिजिटल डेटा के विश्लेषण में मदद करती हैं। पिछले साल ऐसी आठ एजेंसियों का चयन किया गया था। इस बार, नियामक ने इस क्षेत्र में न्यूनतम जरूरी अनुभव पांच साल से घटाकर तीन साल कर दिया है।
मुनाफावसूली से 19,100 तक लुढ़क सकता है निफ्टी
नैशनल स्टॉक एक्सेंज (एनएसई) के निफ्टी ने शुक्रवार को अपनी तीसरी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की। भारत की मुद्रास्फीति राह और कमजोर वैश्विक रुझानों से संबंधित चिंताओं से इस गिरावट को बढ़ावा मिला। विश्लेषकों का मानना है कि निफ्टी में खासकर 19,420 के स्तरों के आसपास कुछ मुनाफावसूली हो सकती है जिससे यह सूचकांक गिरकर 19,100 के स्तर पर जा सकता है। वहीं तेजी के मामले में, 19,600 पर इसे बड़ा प्रतिरोध मिलने की संभावना है।
टीवीएस सप्लाई का जीएमपी सुस्त
टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्युशंस के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) 10 प्रतिशत से नीचे बना हुआ है। सप्लाई चेन समाधान प्रदाता का 880 करोड़ रुपये का आईपीओ सोमवार को बंद हो रहा है।
कंपनी के आईपीओ के लिए कीमत दायरा 187 रुपये से 197 रुपये प्रति शेयर के दायरे में तय किया गया है जिसमें 600 करोड़ रुपये का ताजा निर्गम और 280 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश शामिल है। इस आईपीओ से प्राप्त होने वाली रकम का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में किया जाएगा।