मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शानदार जीत का खुमार आज दलाल पथ पर भी दिखा और देसी बेंचमार्क सूचकांक खुशी से रिकॉर्ड तोड़ते हुए नई चोटियों पर पहुंच गए। अमेरिका में ब्याज दरों में जल्द कटौती की आस लगाए तेजड़ियों को चुनावी नतीजों ने पंख ही लगा दिए। केंद्र में भाजपा की सत्ता बरकरार रहने और नीतियां स्थिर बनी रहने की की उम्मीद से निवेशकों ने हर क्षेत्र के शेयरों की जमकर लिवाली की, जिससे बाजार पूंजीकरण एक ही दिन में 5.8 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया।
बेंचमार्क सेंसेक्स 1,384 अंक या 2.05 फीसदी उछल कर 68,685 पर बंद हुआ। निफ्टी 419 अंक की तेजी या 2.1 फीसदी बढ़कर 20,687 पर बंद हुआ। दोनों सूचकांकों में करीब 14 महीने में यह एक दिन की सबसे बड़ी तेजी है। इसके साथ ही दोनों सूचकांक अब तक के अपने सर्वोच्च स्तर पर बंद हुए।
भाजपा ने हिंदी पट्टी के तीन अहम राज्यों में जीत हासिल की। मध्य प्रदेश में उसने सत्ता बरकरार रखी और छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में कांग्रेस को बेदखल कर खुद सत्ता पर काबिज हो गई। इनमें राजस्थान में कांटे की टक्कर और मध्य प्रदेश में भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर बताई जा रही थी। छत्तीसगढ़ में तो सभी अनुमान कांग्रेस की जीत के ही लग रहे थे मगर भाजपा ने सभी अनुमानों को धता बताते हुए शानदार जीत दर्ज की।
चुनावी नतीजों ने निवेशकों चिंता भी काफी हद तक दूर कर दी है कि सत्तारूढ़ दल का प्रदर्शन खराब होने पर सरकारी खजाने की सेहत ताक पर रखकर लोकलुभावन योजनाओं में खर्च किया जाएगा।
बिड़ला सन लाइफ एएमसी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी ए बालासुब्रमणयन ने कहा, ‘शेयर बाजार देखता है कि पैसा वास्तव में कहां खर्च हो रहा है और नीति निर्माण में कितनी स्थिरता है। बाजार की प्रतिक्रिया बता रही है कि नीतियां वृद्धि के लिए बनाई जा रही हैं मुफ्त की रेवड़ी बांटने के लिए नहीं। जब तक पूंजी महंगी नहीं होती और ब्याज दरें मौजूदा स्तर पर ही रहती हैं तब तक शेयरों का महंगा होना भी चिंता की बात नहीं होगी और भारत की वृद्धि की संभावना पर किसी को संदेह नहीं है।’
बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण में आज 5.8 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। इससे पहले बाजार पूंजीकरण में एक दिन में इतनी वृद्धि 17 मई, 2022 को हुई थी, जब भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर सूचीबद्ध हुआ था।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी प्रणव हरिदासन ने कहा कि विधानसभा चुनावों के नतीजों ने बाजार को खुशी भरे अचंभे में डाल दिया है। बाजार को अब मौजूदा सरकारी नीतियां 2024 के बाद भी चलते रहने की संभावना दिख रही है। हमें लगता है कि औद्योगिक विकास में तेजी और ब्याज दर में नरमी के कारण निकट अवधि में बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ेगी।
ब्याज दर बढ़ने का सिलसिला खत्म होने की उम्मीद और मजबूत आर्थिक आंकड़ों से पिछले कुछ हफ्तों में निवेशकों का हौसला बढ़ा हुआ है। अमेरिका में बॉन्ड यील्ड में नरमी से बीते हफ्ते देसी बाजार का पूंजीकरण पहली बार 4 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंचा और निफ्टी सितंबर के अपने रिकॉर्ड स्तर को भी पार कर गया। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड नरम पड़ने से नवंबर में वैश्विक बाजारों में तीन साल में सबसे अच्छी मासिक वृद्धि देखी गई।
नवंबर में देसी बाजार कुछ कमजोर रहा था मगर जुलाई-सितंबर तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहने के बाद इसमें तेजी देखी जा रही है। मजबूत आंकड़ों के कारण अर्थशास्त्री भी अपना वृद्धि अनुमान बढ़ा रहे हैं। सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी वृद्धि दर 7.6 फीसदी रही, जो भारतीय रिजर्व बैंक के 6.5 फीसदी अनुमान से अधिक है। विनिर्माण के लिए परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) भी नवंबर में बढ़कर 56 पर पहुंच गया।
विश्लेषकों ने कहा कि संस्थागत निवेशकों की लिवाली जारी रही तो बाजार में तेजी का यह दौर फिलहाल बना रहेगा।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘सब मान रहे हैं कि 2024 में सत्ता और नीतियों में निरंतरता बनी रहेगी। इससे विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक ज्यादा रकम यहां लगाएंगे। पिछले कुछ दिनों से विदेशी निवेशकों ने लिवाली बढ़ाई भी है। देसी निवेशक भी कुछ समय से अच्छी लिवाली कर रहे हैं। मगर तेजी का सिलसिला तभी बना रहेगा, जब संस्थागत निवेशक लिवाली जारी रखें और आम चुनावों के नतीजे भी विधानसभा चुनावों जैसे ही रहें। यह भी सच है कि बाजार में जब भी जबरदस्त तेजी आती है तो काफी लोग शेयर बेचते भी हैं, इसलिए हमें जल्द ही मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।’
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने आज 2,073 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे और देसी संस्थागत निवेशकों ने करीब 5,000 करोड़ रुपये बाजार में लगाए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर 2,373 शेयर लाभ में और 1,480 शेयर नुकसान में बंद हुए। बैंक निफ्टी 3.6 फीसदी चढ़कर 46,431 की नई ऊंचाई पर पहुंच गया।