Hindenburg Adani news: अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर आज दिन के कारोबार में 2.5 से 17.1 फीसदी तक टूट गए मगर कारोबार की समाप्ति पर ज्यादातर नुकसान की भरपाई करने में सफल रहे। अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट में अदाणी मामले में सेबी चेयरपर्सन पर हितों के टकराव का आरोप लगाए जाने से समूह के शेयरों में उठापटक देखी गई। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बेंचमार्क सूचकांकों में मामूली गिरावट रही।
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 479.78 अंक तक लुढ़क गया था। बाद में इसमें तेजी आई और यह दिन के निचले स्तर से करीब 880 अंक तक चढ़ गया लेकिन कारोबार समाप्ति पर यह 56.99 नीचे 79,648.92 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 20.50 अंक की गिरावट के साथ 24,347 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,212.10 अंक तक लुढ़का और 24,472.80 तक ऊपर गया था।
गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले समूह का बाजार पूंजीकरण आज 1.2 लाख करोड़ रुपये तक घट गया था मगर बाद में इसने नुकसान की भरपाई की और कारोबार बंद होने पर बाजार पूंजीकरण 20,000 करोड़ रुपये नीचे 17 लाख करोड़ रुपये रहा। अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 1.1 फीसदी गिरा और अदाणी पोर्ट्स ऐंड सेज में 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच को निशाने पर लेते हुए शनिवार को रिपोर्ट जारी की थी। इसमें आरोप लगाया था कि बुच की जिस विदेशी इकाई में हिस्सेदारी थी उसका कथित तौर पर अदाणी समूह के शेयरों की कीमतों में तेजी लाने के लिए इस्तेमाल किया गया था। हालांकि सेबी, बुच और अदाणी समूह ने इन आरोपों को बेबुनियाद और भ्रामक बताया था।
बाजार के भागीदारों ने कहा कि शुरुआती कारोबार में तीखी प्रतिक्रिया इस चिंता के कारण थी कि सेबी जल्द ही अदाणी समूह के खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है। आईटी और वित्तीय क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक और ऐक्सिस बैंक में लिवाली से बाजार को दिन के निचले स्तर से सुधरने में मदद मिली। बाजार में 2,187 शेयर गिरावट में और 1,899 लाभ में रहे। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 4,681 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 4,478 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।