FMCG Stocks: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के लास्ट ट्रेडिंग सेशन यानी शुक्रवार (22 अगस्त) को गिरावट देखने को मिली। हैवीवेट शेयरों में बिकवाली ने बाजार को नीचे खींचा। निवेशक शुक्रवार को जैक्सन होल में केंद्रीय बैंक की सालाना आर्थिक मीटिंग में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान का इंतजार कर रहे हैं। बाजार में इस मूड-माहौल के बीच ब्रोकरेज फर्म एक्सिस सिक्योरिटीज ने जून तिमाही के नतीजों के बाद शॉर्ट और मीडियम टर्म आउटलुक के लिए दो एफएमसीजी स्टॉक्स पर खरीदारी की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि सरकारी खर्च में वृद्धि, कंज्यूमर प्राइस इन्फ्लेशन में स्थिरता और अनुकूल मानसून से सेक्टर को फायदा मिल सकता है।
एक्सिस सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पहली तिमाही में एफएमसीजी सेक्टर की टॉपलाइन ग्रोथ सीमित रही। इस दौरान बेमौसम बारिश से गर्मियों से जुड़ी कैटेगरी प्रभावित हुईं और प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी। हालांकि, ग्रामीण कंजम्प्शन में मजबूती बनी रही। इसका कारण घटती महंगाई, बढ़ा हुआ न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और सरकारी खर्च में वृद्धि रहा। वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में
ब्रोकरेज ने कहा कि ब्रोडर रिकवरी की उम्मीद जताई गई है। कंपनियों ने संकेत दिए हैं कि अगली 2-3 तिमाहियों में वॉल्यूम रिकवरी देखी जा सकती है। बेहतर मानसून, अच्छी फसल और बोआई के मौसम, महंगाई में राहत और ब्याज दरों में कटौती के चलते असली सुधार वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही से शुरू होने की संभावना है। ग्रॉस मार्जिन की बात करें तो अधिकतर कंपनियों का प्रदर्शन कमजोर रहा। इसका कारण कृषि आधारित कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि बताया गया है।
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ब्रोकरेज के अनुसार, भारतीय एफएमसीजी कंपनियां एक स्ट्रक्चरल ग्रोथ के रास्ते पर आगे बढ़ रही हैं। शैम्पू और प्रीमियम डिटर्जेंट जैसी कई श्रेणियां अभी भी कम पहुंच और कम सेवा वाली हैं। इससे आगे बढ़ने की बड़ी संभावना है। ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती पैठ इस सेक्टर की ग्रोथ क्षमता को और मजबूत करती है। इसके अलावा, सरकार की टैक्स छूट, संभावित ब्याज दर कटौती और हालिया जीएसटी में राहत से खपत को और गति मिलने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज ने कहा कि प्रीमियम उत्पादों की मांग भी इस ग्रोथ को बढ़ावा दे रही है। उपभोक्ताओं की बढ़ती क्रय शक्ति के साथ, लोग अब अधिक प्रीमियम और ब्रांडेड उत्पादों को प्राथमिकता देने लगे हैं। यह ट्रेंड एफएमसीजी सेक्टर के लिए प्रमुख ग्रोथ ड्राइवर बनता जा रहा है।
एक अस्थिर और अनिश्चित कारोबारी माहौल (VUCA) में भी एफएमसीजी सेक्टर सबसे बेहतरीन रिटर्न रेशियो जैसे ROCE, ROE और डिविडेंड यील्ड देने में आगे रहा है। इससे लॉन्ग टर्म कैपिटल सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
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ब्रोकरेज ने कहा कि वरुण बेवरेजेस ने अस्थिर माहौल में काम करने के बावजूद लगातार अन्य कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि, इस तिमाही में बेमौसम बारिश ने गर्मियों की पीक डिमांड को अस्थायी रूप से प्रभावित किया। लेकिन इसके लॉन्ग टर्म स्ट्रक्चरल ग्रोथ के कारक अब भी मजबूत बने हुए हैं।
ब्रोकरेज ने डोम्स इंडस्ट्रीज पर शॉर्ट से मीडियम टर्म के लिए ‘BUY’ रेटिंग दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी पिछले कुछ वर्षों से रणनीतिक पहलों को सफलतापूर्वक लागू कर रही है, जिनसे आने वाले वर्षों में विकास की गति मिलने की उम्मीद है।