Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार तीसरी कारोबारी सेशन में तेजी दर्ज की गई और बाजार चढ़कर बंद हुआ। निवेशकों को उम्मीद है कि नई सरकार की तरफ पूंजीगत खर्च (Capital expenditure) जारी रखा जाएगा।
साथ ही निर्यात के उत्साहजनक आंकड़ों के बीच हैवी वेटेज वाली कंपनियां एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) में खरीदारी से बाजार को समर्थन मिला। इसी के साथ भारतीय शेयर लगातार दूसरे ट्रेडिंग सेशन में रिकॉर्ड लेवल पर बंद हुए।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज बढ़त के साथ 76,912.38 अंक पर खुला और कारोबार के दौरान 77,081.30 अंक के लेवल तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 0.24 प्रतिशत या 181.87 अंक की बढ़त लेकर 76,992.77 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ़्टी भी 0.29 फीसदी या 66.70 अंक की वृद्धि के साथ 23,465.60 अंक पर बंद हुआ। इंट्रा-डे कारोबार में यह 91.5 अंक या 0.39 प्रतिशत बढ़कर 23,490.40 के नए रिकॉर्ड लेवल पर भी पहुंच गया था। निफ़्टी की 50 कंपनियों में से 28 कंपनियों के शेयर हरे जबकि 22 के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
Top Gainers
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) का शेयर सबसे ज्यादा 2.20 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। साथ ही टाइटन, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), टाटा मोटर्स, अल्ट्रा सीमेंट, बजाज फाइनेंस और एक्सिस बैंक के शेयर प्रमुख रूप से फायदे में रहे।
Top Losers
दूसरी तरफ, टेक महिंद्रा का शेयर सबसे ज्यादा 1.38 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा टीसीएस, विप्रो, एचसीएल टेक, कोटक बैंक, एलएंडटी, एसबीआई, एनटीपीसी भी गिरावट में रहे
बोनांजा पोर्टफोलियो के रिसर्च एनालिस्ट वैभव विदवानी ने कहा, ”मई 2024 में अमेरिका की सालाना मुद्रास्फीति दर अप्रैल में 3.4 प्रतिशत से घटकर 3.3 फीसदी हो गई। एक्सपर्ट्स ने इसके 3.4 प्रतिशत पर रहने का अनुमान जताया था। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पॉजिटिव सेंटिनेंट से घरेलू बाजार में सकरात्मक माहौल को बढ़ावा दिया।”
मई में भारत का निर्यात बढ़ा
भारत में मई में वस्तु निर्यात (commodity export) नौ प्रतिशत बढ़कर 38.13 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले इसी महीने में 34.95 अरब डॉलर था। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
आंकड़ों के अनुसार, आयात 7.7 प्रतिशत बढ़कर 61.91 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो मई 2023 में 57.48 अरब अमेरिकी डॉलर था। समीक्षाधीन महीने में व्यापार घाटा (आयात और निर्यात के बीच का अंतर) 23.78 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।