Closing bell: वैश्विक बाजारों में मिलेजुले रुख के बीच आईटी स्टॉक्स में तेजी के बावजूद घरेलू शेयर बाजार लगातार तीसरे ट्रेडिंग सेशन में गिरकर बंद हुए। कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजे सुस्त रहने की आशंका और अमेरिकी ब्याज दरों में कम बार कटौती की बढ़ती संभावनाओं ने मार्केट के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण इस सप्ताह बाजार दबाव में दिखे हैं।
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुक्रवार (10 जनवरी) को बढ़त के साथ 77,682 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 600 से ज्यादा अंक तक लुढ़क गया था। अंत में सेंसेक्स 241.30 अंक या 0.31% की गिरावट लेकर 77,378.91 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी बढ़त लेकर खुला। मगर यह भी कुछ ही देर में लाल निशान में चला गया। अंत में निफ्टी 95. अंक या 0.4% गिरकर 23,431 पर क्लोज हुआ।
भारतीय शेयर बाजार देसी कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों को लेकर चिंताओं के कारण शुक्रवार (10 जनवरी) को गिरकर बंद हुआ। सप्ताह की शुरुआत में जारी आंकड़ों के बाद अर्थव्यवस्था में संभावित ग्रोथ मंदी का संकेत मिलने के बाद कंपनी रिजल्ट्स में नरमी को लेकर चिंताएं तेज हो गई हैं। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की लगातार जारी बिक्री ने भी आग में घी डालने का काम किया, जिससे बाजार में उथल-पुथल मच गई।
इस सप्ताह दोनों इंडेक्स लगभग 2.4% गिर गए। इससे दो सप्ताह की वृद्धि का सिलसिला टूट गया। सेंसेक्स के लिए यह हफ्ता (6 जनवरी-10 जनवरी) दवाब भरा और बेंचमार्क इंडेक्स 1845 टूट गया। पिछले हफ्ते सेंसेक्स 79,223 के स्तर पर बंद हुआ था जबकि इस हफ्ते यह 77,379 पर क्लोज हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी -50 इस वीक (6 जनवरी-10 जनवरी) 573 अंक गिरकर बंद हुआ। पिछले सप्ताह निफ़्टी 24,004 के स्तर पर बंद हुआ था। जबकि इस हफ्ते यह 23,432 पर बंद हुआ, जो 573 अंक की गिरावट दर्शाता है।
बाजार के 13 प्रमुख सेक्टर्स में से 12 में साप्ताहिक आधार पर गिरावट दर्ज की गई। ब्रॉयडर, अधिक घरेलू स्तर पर केंद्रित स्मॉलकैप और मिडकैप में क्रमशः 7.3% और 5.8% की गिरावट आई। एकमात्र आईटी सेक्टर 2% लाभ के साथ सप्ताह को बंद करने में कामयाब रहा।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर शुक्रवार को बीएसई (BSE) पर इंट्रा डे ट्रेड में 6% से ज्यादा चढ़ गए। कारोबार के अंत में यह 228.90 रुपये या 5.67% उछलकर 4265.55 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। कंपनी की शेयरों में यह तेजी मांग में सुधार के शुरुआती संकेतों के चलते आई है।
टीसीएस के सीईओ के कृतिवासन ने गुरुवार को नतीजे जारी करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कंपनी आने वाले वर्षों में डिस्क्रिशनरी प्रोग्राम्स में अधिक विश्वास देख रही है। कृतिवासन के इस बयान ने नार्थ अमेरिकी में रेवेन्यू के लगातार पांचवीं तिमाही में कमजोर प्रदर्शन को ऑफसेट कर दिया।