Paras Defence: भारत के डिफेंस सेक्टर में पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड का कद तेजी से बढ़ रहा है। कंपनी ने महाराष्ट्र के नवी मुंबई में अपना उन्नत और अत्याधुनिक ऑप्टिकल सिस्टम्स परीक्षण केंद्र (optical systems testing facility) शुरू किया है। इस खबर के बाद पारस डिफेंस के शेयरों में तूफानी तेजी देखी गई। आज इंट्रा-डे ट्रेड में शेयर 5 प्रतिशत उछला और इसमें 1025.10 रुपये के भाव पर अपर सर्किट लगा। कंपनी ने दावा किया कि यह केंद्र भारत में अंतरिक्ष और रक्षा के लिए हाइपरस्पेक्ट्रल और अन्य ऑप्टिकल सिस्टम्स के अनुसंधान और विकास के लिए सबसे उन्नत केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है।
कंपनी ने शुक्रवार को एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “यह परीक्षण केंद्र भारत में स्पेस और डिफेंस के लिए हाइपरस्पेक्ट्रल और अन्य ऑप्टिकल सिस्टम्स के अनुसंधान और विकास के लिए सबसे उन्नत केंद्र होगा। हाइपरस्पेक्ट्रल ऑप्टिकल सिस्टम्स का उपयोग पृथ्वी अवलोकन, ऑटोमोबाइल, आंतरिक सुरक्षा, नेविगेशन और टेलीकम्यूनिकेशन जैसे क्षेत्रों में किया जा सकता है। ये सिस्टम कमर्शियल स्पेस सेक्टर का भविष्य माने जा रहे हैं।
संदर्भ के लिए, अकेले स्पेस टेक्नोलॉजी मार्केट अगले दशक के अंत तक 7.5 प्रतिशत की CAGR (सालाना वृद्धि दर) के साथ 1 लाख करोड़ डॉलर से अधिक होने का अनुमान है। इसे और मजबूती प्रदान करते हुए, भारत की अंतरिक्ष नीति का लक्ष्य 2030 तक वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का 10 प्रतिशत हिस्सा हासिल करना है।
इस साल अब तक, पारस डिफेंस के शेयरों में करीब 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि सालाना आधार पर इस शेयर ने निवेशकों को करीब 45.82 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स अब तक 11 प्रतिशत बढ़ा है, वहीं सालाना आधार पर यह इंडेक्स 21 प्रतिशत चढ़ा है। सीधे-सीधे कहे तो पारस डिफेंस के शेयरों का प्रदर्शन बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर रहा है। कारोबार के अंत में, पारस डिफेंस का शेयर 4.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1019.00 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस शेयर का 52 सप्ताह का हाई 1,592 रुपये है, जो इसने 5 जुलाई, 2024 को बनाया था।
पारस डिफेंस के इस उन्नत और अत्याधुनिक ऑप्टिकल सिस्टम्स परीक्षण केंद्र का उद्घाटन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) चीफ डॉ. एस. सोमनाथ ने किया। सोमनाथ ने कहा, “मैं पारस डिफेंस की नई प्लांट का उद्घाटन करते हुए बेहद प्रसन्न हूं, जो भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में उनके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करता है। अपनी एडवांस मैन्युफैक्चरिंग और परीक्षण क्षमताओं के साथ, पारस लगातार इसरो के मिशनों के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण ऑप्टिकल सिस्टम्स प्रदान कर रहा है।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारी साझेदारी इनोवेशन और हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह प्लांट न केवल हमारे अंतरिक्ष अन्वेषण प्रयासों को सुदृढ़ करती है, बल्कि अन्य उद्योगों में ऑप्टिकल सिस्टम्स के अनुप्रयोगों को भी विस्तार देती है। इस तरह की पहल पारस को ऑप्टिकल-इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करती है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति को आगे बढ़ाती है।”
कंपनी के प्रबंधन ने कहा कि उन्नत ऑप्टिकल और ऑप्ट्रोनिक्स सिस्टम पर पारस डिफेंस का फोकस सरकार के “विजन 2047” से मेल खाता है, जो देश को वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था और मानव जाति के लिए अंतरिक्ष अन्वेषण (space exploration) में सबसे आगे होने की परिकल्पना करता है।