निवेशकों ने निश्चित आय वाली यानी बॉन्ड में निवेश से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं से फरवरी में 13,815 करोड़ रुपये निकाले। इसके साथ ही नीतिगत दर में वृद्धि का दौर जल्दी समाप्त होने की उम्मीदों के बावजूद लगातार तीसरे महीने म्यूचुअल फंड से निकासी हुई है। इससे पहले ऐसे कोषों से जनवरी में 10,316 करोड़ रुपये जबकि दिसंबर में 21,947 करोड़ रुपये निकाले गये थे।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2022 में म्यूचुअल फंड्स में 3,668 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। निश्चित आय वाले कोष की 16 श्रेणियों में से नौ में समीक्षाधीन महीने में निकासी हुई जबकि शेष छह में निवेश हुआ। बहुत कम अवधि के निवेश वाले कोष से भारी निकासी हुई। कुल मिलाकर, बॉन्ड से जुड़े फंडों में समीक्षाधीन समय में 13,815 करोड़ रुपये की निकासी हुई।
यह भी पढ़ें : NPS अपनाएं बुढ़ापा सुधारें और कर भी बचाएं
मॉर्निंगस्टार इंडिया की शोध प्रबंधक- वरिष्ठ विश्लेषक कविता कृष्णन ने कहा कि निवेशक अन्य संपत्तियों की ओर रुख कर रहे हैं। इसके अलावा, नये विकल्प मिलने से भी निवेशक बॉन्ड के बजाए इसे तरजीह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतिगत दर के मोर्चे पर अगर कुछ बदलाव होता है, तो निवेशक बॉन्ड में निवेश के लिये फिर से आ सकते हैं।