Tata Mutual Fund: एसेट मैनेजमेंट कंपनी टाटा म्युचुअल फंड की ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड (Tata Midcap Growth Fund) ने लॉन्ग टर्म में निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है। इस फंड को 1 जुलाई 1994 को लॉन्च किया गया था। इस तरह से स्कीम को बाजार में लॉन्च हुए 30 साल से ज्यादा का समय हो गया है। मार्केट में डेब्यू (Since Inception) के बाद से फंड का सालाना औसत रिटर्न 20.9% रहा है। अगर किसी निवेशक ने इस स्कीम की शुरुआत में 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया है, तो आज उसके फंड की वैल्यू करीब 3 करोड़ रुपये हो चुकी है। जबकि केवल 500 रुपये की मंथली SIP से 30 साल में 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड बन गया है।
म्युचुअल फंड हाउस टाटा के मुताबिक, टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड ने SIP निवेशकों को औसतन 21.2% सालाना का रिटर्न दिया है। अगर किसी निवेशक ने इस स्कीम के लॉन्च होने के बाद से अब तक 500 रुपये की मंथली SIP की है तो आज उसके फंड की वैल्यू करीब 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
मंथली SIP- 500 रुपये
निवेश की अवधि- 30 साल
30 साल में कुल निवेश- 1,80,000 रुपये
SIP पर 30 साल में एन्युलाइज्ड रिटर्न- 21.2% (31 दिसंबर 2024 तक के आधार पर)
30 साल बाद फंड की वैल्यू- 1,57,26,212 रुपये (1.57 करोड़ रुपये)
इसी तरह से, टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड ने लंपसम यानी एकमुश्त निवेशकों को भी जबरदस्त रिटर्न दिया है। बाजार में कदम रखने के बाद से फंड का सालाना औसत रिटर्न 20.9% रहा है। मान लीजिए कि किसी निवेशक ने स्कीम की शुरुआत में 1 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया था तो 30 साल बाद आज उसके फंड की वैल्यू बढ़कर 2.97 करोड़ रुपये हो गई है।
स्कीम लॉन्च होने के समय एकमुश्त निवेश- 1 लाख रुपये
एकमुश्त निवेश पर 30 साल का सालाना रिटर्न- 20.9% (31 दिसंबर 2024 तक के आधार पर)
30 साल बाद फंड की वैल्यू – 2,97,02,228 रुपये (2.97 करोड़ रुपये)
इस इक्विटी फंड ने परफॉर्मेंस के मामले में अपने बेंचमार्क, Nifty Midcap 150 TRI को भी पीछे छोड़ दिया है। इस फंड के बेंचमार्क इंडेक्स ने 30 साल में औसतन 19.9% का रिटर्न दिया है।
टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो मुख्य रूप से अच्छे ग्रोथ-ओरिएंटेड मिड कैप स्टॉक्स और उनसे संबंधित सिक्योरिटीज में निवेश करता है। टाटा म्युचुअल फंड की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, 9 फरवरी 2025 तक इस फंड का AUM 4,362.8 करोड़ रुपये है। 10 फरवरी की क्लोजिंग के आधार पर इस फंड का NAV 446.11 रुपये है।
इस फंड का एक्सपेंस रेश्यो 0.66% है। फंड में कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है। हालांकि निवेश की 12% से अधिक यूनिट्स पर, 365 दिनों के भीतर रिडेम्पशन करने पर निवेशक को 1% का एग्जिट लोड देना होगा। वहीं, आवंटन की तारीख से 365 दिनों के बाद रिडेम्पशन पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
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टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड का टारगेट ऐसी कंपनियों में निवेश करना है, जिनकी बुनियादी ताकत मजबूत हो और जिनमें लंबी अवधि में अच्छी ग्रोथ की क्षमता हो। यह उन व्यवसायों को प्राथमिकता देता है, जिनमें कंपाउंडिंग की विशेषताएं होती हैं और समय के साथ बेहतर रिटर्न दे सकते हैं। फंड ‘खरीदो और होल्ड करो’ की रणनीति अपनाता है, यानी जब तक स्टॉक अपनी सही वैल्यू तक नहीं पहुंचता, तब तक निवेश बनाए रखा जाता है। साथ ही, यह सेगमेंट, सेक्टर या मार्केट के लीडर्स में निवेश करने पर जोर देता है।
वर्तमान थीम को कैप्चर करना: (चीन+1, प्रीमियमाइजेशन, पीएलआई, आउटसोर्सिंग, कैपेक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स)-ऐसे सेक्टर जिनमें अगले 3-5 वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है।
कम पैठ वाले सेक्टर्स में ग्रोथ: जैसे बीमा, एएमसी, हेल्थकेयर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर फोकस।
साइकलिकल रिकवरी: (बैंक, कमर्शियल वाहन, इंडस्ट्रियल्स, कैपेक्स)- ऐसे सेक्टर जो लंबे समय तक खराब प्रदर्शन के बाद अब रिकवरी के संकेत दिखा रहे हैं।
हाल ही में बाजार में आई गिरावट ने उन थीम्स में निवेश करने का अवसर दिया है, जिन्हें पहले अधिक मूल्यांकन के कारण नजरअंदाज कर दिया गया था।
टाटा म्युचुअल फंड के मुताबिक, यह फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकता है जो मुख्य रूप से ग्रोथ-ओरिएंटेड मिड कैप कंपनियों की इक्विटी और उनसे संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करना चाहते हैं। साथ ही जिनका मकसद लॉन्ग टर्म में कैपिटल एप्रीसिएशन प्राप्त करना है। टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड में मिनिमम 100 रुपये के SIP से निवेश किया जा सकता है। रिस्कोमीटर पर फंड का जोखिम बहुत हाई है। इस फंड को 9 मार्च 2021 से सतीश चंद्र मिश्र मैनेज कर रहे हैं।
टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड, मिडकैप कंपनियों में रणनीतिक निवेश के जरिए लॉन्ग टर्म में बेहतरीन रिटर्न देने की कोशिश करता है। फंड के पोर्टफोलियो में विभिन्न सेक्टर्स की प्रमुख कंपनियां शामिल हैं, जो ग्रोथ-ओरिएंटेड और संभावनाओं से भरपूर हैं। 9 फरवरी 2025 तक के अपडेटेड डेटा के अनुसार फंड की टॉप 10 होल्डिंग्स कुछ इस प्रकार है-
Company | Holdings (%) |
Muthoot Finance Ltd. | 3.30% |
Max Financial Services Ltd. | 3.20% |
Alkem Laboratories Ltd. | 3.11% |
Aurobindo Pharma Ltd. | 2.95% |
Jubilant Foodworks Ltd. | 2.85% |
Cummins India Ltd. | 2.67% |
Lupin Ltd. | 2.60% |
Oberoi Realty Ltd. | 2.55% |
Uno Minda Ltd. | 2.33% |
Mphasis Ltd. | 2.20% |
स्त्रोत: टाटा म्युचुअल फंड (9 फरवरी 2025 तक का अपडेटेड डेटा)
टाटा मिडकैप ग्रोथ फंड का पोर्टफोलियो विभिन्न सेक्टर्स में अच्छी तरह से डायवर्स है, जिससे इसे स्थिरता और लॉन्ग टर्म ग्रोथ हासिल करने में मदद मिलती है। 9 फरवरी 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, इस फंड ने सबसे अधिक 18.28% निवेश फाइनेंशियल सर्विसेज में किया है, जबकि कैपिटल गुड्स, हेल्थकेयर, ऑटोमोबाइल और सर्विसेज जैसे अन्य प्रमुख सेक्टर्स में भी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।
Sectors | Investment (%) |
Financial Services | 18.28% |
Capital Goods | 14.28% |
Healthcare | 13.44% |
Automobile And Auto Components | 6.05% |
Services | 5.86% |
Information Technology | 5.37% |
Realty | 5.30% |
Chemicals | 4.45% |
Consumer Services | 3.81% |
Construction Materials | 3.38% |
स्त्रोत: टाटा म्युचुअल फंड (9 फरवरी 2025 तक का अपडेटेड डेटा)
(डिस्क्लेमर: यहां फंड्स के परफॉर्मेंस की डिटेल दी गई है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। यहां निवेश की सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)