एम्स्टर्डम की टेक्नॉलजी निवेशक प्रोसस ने भारत को अपनी वृद्धि के सबसे खास बाजारों में से एक के रूप में पहचाना है और यहां अपना रणनीतिक निवेश बढ़ा रही है। उसकी परिसंपत्तियों का शुद्ध मूल्य 200 अरब डॉलर से ज्यादा है, जो भुगतान से लेकर ई-कॉमर्स तक फैली हुई हैं।
स्विगी, मीशो और पेयू में निवेश वाली कंपनी परिचालन बढ़ाने और पोर्टफोलियो कंपनियों का प्रदर्शन बेहतर बनाने के लिए दुनिया भर में 20,000 से ज्यादा आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एजेंट तैनात कर रही है। पीरजादा अबरार के साथ वीडियो इंटरव्यू में प्रोसस के इंडिया इकोसिस्टम के प्रमुख आशुतोष शर्मा ने कंपनी के मोबिलिटी और ट्रैवल में हाल के निवेशों, एआई क्षमताओं में इसकी प्राथमिकता और इस बारे में चर्चा की कि उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि भारत के बाजार की विविधता उपभोग श्रेणियों में कई कामयाब लोग पैदा करेगी। संपादित अंश …
अगर आप इन्हें अपने दम के आधार पर भी देखें, तो ये शानदार कंपनियां हैं। प्रोसस के मुख्य कार्य अधिकाराी फैब्रिसियो ब्लोइसी ने हाल में उस वृद्धि पर जोर दिया है, जो रैपिडो मोबिलिटी क्षेत्र में देख रही है। हर रोज की राइड संख्या के आधार पर रैपिडो शायद सबसे बाद में शुरुआत करने के बावजूद सबसे बड़ी मोबिलिटी सेवा प्रदाता है। इसी तरह इक्जिगो ने पिछले तीन-चार साल में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है।
आज वह शायद भारत में दूसरी सबसे बड़ी ओटीए (ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर) है। अगर आप भारत में किसी उपभोक्ता के गैर-जरूरी खर्च को देखें, तो हमारी उनमें से लगभग सभी तक पहुंच है। खान-पान की बात करें, तो हमने स्विगी में निवेश किया। किराना की बात करें, तो हम क्विक कॉमर्स में हैं। घरेलू सेवाओं की बात करें, तो अर्बन कंपनी और ई-कॉमर्स की बात करें, तो हम मीशो में हैं। लेकिन मोबिलिटी और ट्रैवल हमारे पोर्टफोलियो में नहीं थे।
20,000 एजेंट केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में और प्रोसस के परिचालन वाले क्षेत्रों में भी फैले हुए हैं। मेरी टीम किसी उद्योग के बारे में जानने के लिए एक एजेंट का इस्तेमाल करती है। हम अपने एजेंट को उद्योग, मुख्य कंपनियों, नियामकीय पहलुओं, मुख्य निवेशकों, सफलता की गाथाओं के बारे में बताने का काम देते हैं। वह 10, 15, 20 पेज की ठोस रिपोर्ट लेकर आता है। चैटजीपीटी या डीपसीक का ही इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता?
असल में, वे उन निजी डेटाबेस तक नहीं पहुंच सकते जिन तक हमारी पहुंच है। हमारा एजेंट पहुंच सकता है। स्विगी में आप किसी डिश की तस्वीर किसी एजेंट को दे सकते हैं और एजेंट उसका विवरण लिखेगा। मीशो के मामले में एआई में कंटेंट को तुरंत आपकी खास भाषा में तब्दील करने की क्षमता है। एआई आपको ऐसी एसकेयू (स्टॉक कीपिंग यूनिट) दिखा सकता है, जो एल्गोरिदम के हिसाब से आपकी मांग के प्रोफाइल के लिए ज्यादा दिलचस्प हैं।
हमारा मॉडल, जिसे हम एलसीएम – लार्ज कॉमर्स मॉडल कहते हैं, बहुत ही खास है। इसकी ऐप्लीकेशन कॉमर्स क्षेत्र के उपयोग वाले मामले में है और इसे उन कंपनियों के अरबों लेनदेने के खास डेटाबेस पर प्रशिक्षित किया गया है जो हमारी हैं। आप कोई ओपन सोर्स एआई इंजन लेते हैं और फिर आप उसे अपने डेटाबेस पर प्रशिक्षित करते हैं। जो नतीजा निकलता है, वह बहुत ही खास होता है क्योंकि इसे ऐसे डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है, जो केवल आपके पास है। यह हमारी पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धी फायदा बन जाता है। हमारा मकसद है कि हम अपने एआई प्रयासों को पूरी तरह से कॉमर्स और ऐसे उपयाग मामलों पर केंद्रित रखें जो हमारे पारिस्थितिकी तंत्र की मदद करें।
जहां भारत बड़ा है, वहीं भारत काफी ज्यादा अलग-अलग तरह का है। अमेरिका के उलट, जो ज्यादातर एक जैसा है, भारत में कई भाषाएं हैं, कई तरह के लोग हैं, खर्च करने के तरीके बहुत अलग हैं और डिजिटल परिपक्वता भी बहुत अलग है। किसी के लिए एमेजॉन पर जाकर सर्च बार में टाइप करना मजेदार होता है। किसी और के मामले में, यह भी नहीं पता कि टाइप कैसे करते हैं। कुछ लोगों के लिए यह ब्राउजिंग है – वे बस स्क्रॉल करते हैं और देखते हैं कि उन्हें कुछ पसंद आता है या नहीं। यह देखना मुश्किल है कि कोई एक उत्पाद पूरे भारत में कैसे सफल होगा। प्रोसस के तौर पर हम इन अलग-अलग विकल्पों को देखने में पूरी तरह से शामिल हैं। भारत अगले 50 करोड़ उपयोगकर्ता आधार के लिए और भी कई मौके देगा।