वित्त वर्ष 2024 के लिए चार परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (AMC) के वित्तीय आंकड़ों ने दलाल पथ को उत्साहित किया है। इन सभी कंपनियों ने जनवरी-मार्च तिमाही और पूरे वित्त वर्ष 2024 के दौरान शुद्ध लाभ और राजस्व में दमदार वृद्धि दर्ज की है। यह मजबूत प्रदर्शन इस क्षेत्र के लिए शानदार वृद्धि परिवेश के बीच दर्ज किया गया है और इसे एयूएम में तेज वृद्धि तथा इक्विटी पेशकशों में दमदार प्रदर्शन से मदद मिली है।
वित्त वर्ष 2024 में घरेलू म्युचुअल फंड (एमएफ) उद्योग के लिए एयूएम 34 प्रतिशत तक बढ़कर 54.1 लाख करोड़ रुपये रही, जो 2016-17 के बाद सर्वाधिक है। सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी एचडीएफसी एएमसी का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 44 प्रतिशत बढ़कर 540 करोड़ रुपये हो गया क्योंकि राजस्व 29 प्रतिशत बढ़कर 695.4 करोड़ रुपये हो जाने से उसे मदद मिली।
एयूएम के लिहाज से देश की तीसरी सबसे बड़ी एमएसी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 में सालाना आधार पर 37 प्रतिशत बढ़कर 1,943 करोड़ रुपये हो गया। चौथी तिमाही में राजस्व एक साल पहले के मुकाबले 28.6 प्रतिशत तक बढ़कर 695 करोड़ रुपये हो गया, हालांकि यह आंकड़ा बाजार अनुमान के मुकाबले कमजोर रहा।
एचडीएफसी एएमसी का शेयर नतीजों की घोषणा के बाद लगभग 3 प्रतिशत गिर गया था, हालांकि बाद के कारोबारी सत्रों में यह अपने नुकसान की भरपाई करने में सफल रहा। प्रबंधन ने संकेत दिया है कि चौथी तिमाही दबाव वाली रही क्योंकि प्रतिफल में गिरावट वितरण भुगतान में गिरावट की तुलना में ज्यादा रही।
कंपनी का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में प्रमुख इक्विटी फंडों और हाइब्रिड फंडों का शुरुआती प्रतिफल चौथी तिमाही के मुकाबले अधिक है और उसने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में इक्विटी पर प्रतिफल 47 आधार अंक रहने का अनुमान जताया है। जेएम फाइनैंशियल रिसर्च ने 4,100 रुपये के संशोधित कीमत लक्ष्य के साथ इस शेयर पर ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है। कंपनी की वैल्यू उसकी वित्त वर्ष 2026 की आय के 37 गुना पर है।
इस बीच, निप्पॉन लाइफ एएमसी ने चौथी तिमाही में मुनाफे में सालाना आधार पर 73 प्रतिशत की वृद्धि दजकी। निप्पॉन लाइफ का मुनाफा मार्च तिमाही में बढ़कर 343 करोड़ रुपये हो गया। पूरे वित्त वर्ष के लिए शुद्ध लाभ 1,106 करोड़ रुपये रहा जो 2022-23 के मुनाफे की तुलना में 53 प्रतिशत अधिक है।
परिचालन से राजस्व चौथी तिमाही में 34 प्रतिशत तक बढ़कर 468 करोड़ रुपये हो गया। प्रभुदास लीलाधर रिसर्च के विश्लेषकों का कहना है कि अनुमान के मुकाबले कंपनी का राजस्व 4.6 प्रतिशत तक कम रहा क्योंकि इस पर अन्य परिचालन खर्च तथा कम मिश्रित प्रतिफल से दबाव पड़ा। यह मिश्रित प्रतिफल तिमाही आधार पर 1.4 आधार अंक तक घटकर 43.4 आधार अंक रह गया। वित्त वर्ष के लिए राजस्व 22 प्रतिशत बढ़कर 1,643 करोड़ रुपये रहा। मार्च तिमाही में कुल आय सालाना आधार पर 45 प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए 34 प्रतिशत तक बढ़ी।
ब्रोकरेज के विश्लेषक गौरव जानी ने इस शेयर को ‘खरीदें’ रेटिंग दी है जो वित्त वर्ष 2026 की मुख्य ईपीएस के 29.4 गुना पर कारोबार कर रहा है। यह एचडीएफसी एएमसी के मुकाबले 15 प्रतिशत कम पर है। ब्रोकरेज ने मल्टीपल को 30-31 गुना से थोड़ा बढ़ा दिया है और अपने लक्ष्य मूल्य को मामूली रूप से बढ़ाकर 615 रुपये कर दिया है।
यूटीआई एएमसी का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 90 प्रतिशत तक बढ़कर 163 करोड़ रुपये हो गया जबकि राजस्व 38 प्रतिशत तक बढ़कर 416 करोड़ रुपये हो गया।
हालांकि कमजोर तिमाही वृद्धि और मुनाफे पर कुछ दबाव से इस शेयर के लिए वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2026 के अनुमानों में डाउनग्रेड को बढ़ावा मिला है। आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 में एक साल पहले के मुकाबले 31 प्रतिशत तक बढ़कर 780 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
दलाल पथ इस क्षेत्र पर उत्साहित है। घरेलू म्युचुअल फंड क्षेत्र की वृद्धि का रिकॉर्ड मजबूत बना हुआ है और परिसंपत्तियां 2029-30 से पहले 100 लाख करोड़ रुपये की ऊंचाई पर पहुंच जाने का अनुमान है।