भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, साल 2025 में देश में सामान्य से बेहतर बारिश होने की संभावना है। इससे अच्छी फसल होगी और ग्रामीण इलाकों में खरीददारी बढ़ेगी। इसी आधार पर वे2वेल्थ ब्रोकरेज ने अपनी “Monsoon Picks 2025” रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें खासतौर पर वे कंपनियां शामिल हैं जो बेहतर मॉनसून का फायदा उठा सकती हैं। इनमें खाद, बीज, कृषि लोन और रोज़मर्रा की जरूरत की चीज़ों से जुड़ी कंपनियां हैं। सरकार भी 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने की योजना में ग्रामीण विकास और खेती को खास महत्व दे रही है।
FY25 में भारत के कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों ने 3.8% की अच्छी वृद्धि दिखाई, जबकि FY24 में यह सिर्फ 1.4% थी। FY26 में भी सरकार 3.5% की ग्रोथ की उम्मीद कर रही है, जो दुनिया के मानकों से कहीं बेहतर है। इससे फर्टिलाइजर, ट्रैक्टर, दोपहिया वाहन और FMCG कंपनियों को फायदा होगा। ग्रामीण बाजार में सुधार के चलते उपभोक्ता मांग भी बढ़ेगी।
RBI ने अप्रैल में ब्याज दरों में 0.25% कटौती की थी और जून 2025 में और कटौती की संभावना है। कच्चे तेल की कीमतें गिरने से महंगाई पर नियंत्रण बना है। FY26 के लिए GDP ग्रोथ 6.5% और मुद्रास्फीति 4% के अंदर रहने की उम्मीद है।
निफ्टी 50 ने 2025 में अब तक 12.2% की तेजी दिखाई है। विदेशी निवेशकों (FII) की वापसी, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ताओं में सुधार और घरेलू निवेशकों की SIP में रिकॉर्ड निवेश (अप्रैल में ₹26,632 करोड़) से बाजार में उत्साह बना हुआ है। ऐसे समय में वे2वेल्थ ने 7 खास कंपनियों को चुना है, जिन्हें “खरीदें” की सलाह दी गई है।
कंपनी ने Q4FY25 में अपने कारोबार में जबरदस्त बढ़ोतरी दिखाई है। इस तिमाही में रेवेन्यू 32% बढ़कर ₹1,046 करोड़ हुआ, जबकि EBITDA 76% बढ़ा और मार्जिन 16% तक पहुंच गया। शुद्ध मुनाफा भी 49% बढ़कर ₹143 करोड़ रहा, जिसका मार्जिन 14% था। बिक्री में ज्यादा वॉल्यूम्स का असर दिखा, हालांकि कीमतों पर दबाव भी रहा। खासकर रबी मौसम में मक्का की अच्छी मांग और क्रॉप प्रोटेक्शन प्रोडक्ट्स की बिक्री में बढ़ोतरी हुई। पिछले तिमाही के प्रमोशनल निवेशों का भी फायदा मिला, जो खासतौर पर स्प्रिंग कॉर्न में नजर आया। कंपनी का चैनल मैनेजमेंट बाजार की मौसमी जरूरतों के अनुसार मजबूत बना हुआ है, जिससे लॉन्गटर्म फायदा मिलेगा।
FY25 में कुल बिक्री 7% बढ़कर ₹5,473 करोड़ रही, लेकिन खराब मौसम और कीमतों पर दबाव के कारण मक्का के बीज उत्पादन की लागत बढ़ गई, जिससे ग्रॉस मार्जिन में कमी आई। फिर भी कंपनी ने खर्चों को नियंत्रित करते हुए EBITDA और PAT मार्जिन को क्रमशः 10% और 13% पर बनाए रखा, जो कंपनी की मजबूती को दर्शाता है।
FY25 में कंपनी ने कई नए क्रॉप प्रोटेक्शन प्रोडक्ट्स के लिए रजिस्ट्रेशन हासिल किए हैं, जिससे उसका उत्पाद पोर्टफोलियो और मजबूत हुआ है। इनमें हर्बिसाइड, फफूंदनाशी और कीटनाशक शामिल हैं, जो भविष्य में विकास का आधार बनेंगे।
आगामी FY26 में सामान्य मॉनसून और मक्का की अच्छी कीमत से कंपनी के मक्का बीज व्यवसाय को मजबूती मिलने की उम्मीद है। मॉनसून से पहले हुई बारिश से हर्बिसाइड प्रोडक्ट्स की मांग भी बेहतर होगी। हालांकि, मक्का बीज उत्पादन की बढ़ी लागत और ग्लाइफोसेट की कीमतों में गिरावट से मुनाफे पर दबाव रह सकता है। कंपनी FY25 से FY27 के बीच 10% रेवेन्यू, 30% EBITDA और 28% PAT की सालाना बढ़ोतरी की उम्मीद रखती है। वर्तमान शेयर मूल्य पर इसका P/E अनुपात 28 गुना और EV/EBITDA अनुपात 21 गुना है। इन सभी कारणों से वे2वेल्थ ने इस स्टॉक को खरीदने की सलाह दी है।
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Canara Bank देश के बड़े सरकारी बैंकों में से एक है, जिसने FY25 में 11.7% की बढ़त के साथ कुल ₹10,733 अरब का लोन दिया है। इसका सबसे बड़ा हिस्सा कृषि ऋण का है, जो ₹2,469 अरब यानी कुल लोन का 23% है। बैंक का रिटेल लोन भी अच्छा है, जो ₹2,234 अरब तक पहुंच चुका है।
बैंक का नेटवर्क बहुत बड़ा और मजबूत है, जिसके करीब 9,850 ब्रांच और 7,819 BC पॉइंट्स देश के अलग-अलग हिस्सों में फैले हुए हैं। इसकी ब्रांचों का वितरण मेट्रो, अर्बन, सेमी-अर्बन और ग्रामीण इलाकों में क्रमशः 19%, 20%, 29% और 32% है। इस नेटवर्क की वजह से बैंक ने FY25 में कुल जमा राशि में 11% की बढ़त दर्ज की और कुल जमा ₹14,569 अरब हो गया। इसमें CASA अनुपात 28.5% है, जो बैंक की लागत कम रखने में मदद करता है।
FY24 में बैंक ने करीब 22 लाख किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए, जिनकी कुल राशि ₹327 अरब थी। इसके अलावा, खाद्य प्रोसेसिंग क्षेत्र को भी ₹126 अरब का ऋण दिया गया है।
बैंक की एसेट क्वालिटी में लगातार सुधार हो रहा है। सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (Gross NPA) FY23 में 5.4% थी, जो FY25 में घटकर 2.9% हो गई है। FY25 में बैंक ने ₹88 अरब की NPA प्रावधान राशि रखी, और FY26 में क्रेडिट कॉस्ट केवल 0.9% रहने की उम्मीद है।
बैंक की पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) 16.3% है, जो मजबूत बैलेंस शीट का संकेत है। आने वाले समय में Canara Robeco के IPO से बैंक को और पूंजी मिलने की संभावना है, जिससे उसकी वृद्धि और मजबूत होगी।
भारत में 2025 में बेहतर मॉनसून की उम्मीद है, जिससे महंगाई नियंत्रित रहने की संभावना है और RBI ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। इससे बैंकिंग क्षेत्र में लोन की मांग बढ़ेगी और Canara Bank को फायदा होगा। इसलिए यह स्टॉक निवेश के लिए अच्छा विकल्प माना जा रहा है।
Coromandel International अपनी बड़ी परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ा रही है। काकिनाडा में फास्फोरिक और सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट लगभग 45% पूरे हो चुके हैं और ये Q4FY26 तक शुरू होने वाले हैं। कंपनी ने नये विस्तार के लिए निवेश योजनाओं को थोड़ा सीमित कर दिया है और अब मुख्य रूप से मौजूदा सुविधाओं का बेहतर इस्तेमाल और स्पेशल्टी केमिकल्स पर ध्यान दे रही है।
कंपनी का Nano DAP खासा लोकप्रिय होता जा रहा है। ये पारंपरिक DAP की जगह एक बोतल में उपलब्ध होता है, जिससे किसान कम मात्रा में दवा इस्तेमाल कर बेहतर फसल पा सकते हैं। FY25 में 26 लाख बोतलें बिक चुकी हैं, जो किसानों में इसकी स्वीकार्यता को दर्शाती हैं। आने वाले 2-3 सालों में कंपनी का लक्ष्य है कि Nano DAP के ज़रिए लगभग 2 मिलियन टन DAP को बदला जा सके।
Coromandel ने कच्चे माल की आपूर्ति को मजबूत करने के लिए BMCC को अपनी सहायक कंपनी बनाया है, जो रॉक फॉस्फेट का एक बड़ा हिस्सा सप्लाई करता है। साथ ही, कंपनी ने Ma’aden के साथ लंबे समय के लिए DAP/NPK सप्लाई समझौता किया है, जिससे कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। काकिनाडा में चल रहे प्रोजेक्ट्स के पूरा होने के बाद फर्टिलाइजर की उत्पादन क्षमता और मार्जिन में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
Q4FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 27% बढ़कर ₹4,988 करोड़ हो गया, जबकि EBITDA 56% बढ़कर ₹410 करोड़ और PAT मार्जिन 12% रहा। पूरे FY25 में राजस्व में 9% की बढ़त हुई, मुख्यतः उत्पादन बढ़ने की वजह से। क्रॉप प्रोटेक्शन बिजनेस में भी 7% की ग्रोथ दर्ज की गई।
Coromandel International की योजनाएं FY26-27 में प्रोजेक्ट पूरा करके मुनाफे और उत्पादन को बढ़ाने की हैं। कंपनी FY25-27 के दौरान 9% राजस्व, 22% EBITDA और 17% PAT की औसत वार्षिक वृद्धि की उम्मीद कर रही है। वर्तमान कीमत पर इसका P/E 25x और EV/EBITDA 17x है। यही वजह है कि ब्रोकरेज इसे निवेश के लिए खरीदने की सलाह दी है।
Emami भारत की एक प्रमुख कंपनी है जो पर्सनल केयर और हेल्थकेयर प्रोडक्ट बनाती है। कंपनी का इतिहास 1974 से शुरू होता है और इसके कई प्रसिद्ध ब्रांड जैसे Navratna, Boroplus, और Fair and Handsome आज भी बाजार में लीडर हैं। Emami की खासियत है कि यह आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन पर आधारित प्रोडक्ट बनाती है, जो ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
कंपनी के उत्पादों का बाजार में अभी भी विस्तार की बहुत गुंजाइश है, क्योंकि इसके प्रोडक्ट्स की पहुंच देश में पूरी तरह नहीं हो पाई है। Emami अपने बड़े ब्रांड्स को छोटे पैक में उपलब्ध कराकर और भारी विज्ञापन खर्च करके मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करती आ रही है। कंपनी अपने राजस्व का करीब 17% हिस्सा विज्ञापन पर खर्च करती है, जिससे उसके ब्रांड्स को बढ़ावा मिलता है।
Q4FY25 में Emami की कुल बिक्री में 8.1% की वृद्धि हुई, जिसमें घरेलू बाजार में 11% की बढ़ोतरी और 7% की वॉल्यूम वृद्धि देखी गई। प्रमुख ब्रांड्स जैसे Navratna, Dermicool, Boroplus और हेल्थकेयर रेंज ने अच्छी बिक्री की। कंपनी के अंतरराष्ट्रीय कारोबार में भी 6% की बढ़ोतरी हुई। कच्चे माल की कीमतें कम होने और प्रोडक्ट मिक्स बेहतर होने से कंपनी के लाभ मार्जिन में सुधार हुआ है।
Emami ने ई-कॉमर्स पर भी अच्छा ध्यान दिया है और सभी बड़े ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। कंपनी की डिजिटल रणनीतियां और ब्रांड-विशेष पोर्टल्स ने आधुनिक ट्रेड और ई-कॉमर्स के जरिए राजस्व में बढ़ोतरी की है, जो पिछले पांच सालों में 5% से बढ़कर 22% हो गया है।
हालांकि महंगाई और शहरी बाजार की धीमी चाल के बावजूद, Emami नए उत्पाद लॉन्च, पहुंच बढ़ाने और डिजिटल मार्केटिंग पर फोकस जारी रखे हुए है। कंपनी के पास नीस पर्सनल केयर कैटेगरी में मजबूत पकड़ है और इसके उत्पादों में अभी भी विस्तार की काफी संभावना है। वर्तमान कीमत पर इसका P/E FY26 के लिए 27x है। ब्रोकरेज का कहना है कि Emami को निवेश के लिहाज से मजबूत माना जा सकता है।
Godrej Agrovet Ltd एक बड़ी कृषि कंपनी है जो नए-नए तरीके और उत्पाद बनाकर भारतीय किसानों की मदद करती है ताकि उनकी फसल और पशु पालन से अच्छी कमाई हो सके। कंपनी के काम के मुख्य क्षेत्र हैं जानवरों का खाना (Animal Feed), फसलों की सुरक्षा (Crop Protection), ताड़ के तेल (Oil Palm), दूध और पोल्ट्री (Dairy और Poultry) और तैयार खाद्य पदार्थ (Processed Foods)। इन सभी क्षेत्रों में कंपनी की बाजार में अच्छी पकड़ है और वह लोगों के बीच लोकप्रिय है।
FY25 और Q4FY25 में क्रॉप प्रोटेक्शन बिजनेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस सेक्टर का मार्जिन FY25 में 40% तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर है। यह सफलता मुख्य रूप से बेहतर वॉल्यूम ग्रोथ की वजह से मिली, जिसमें कंपनी के इन-हाउस और ट्रेडेड प्रोडक्ट दोनों शामिल हैं। वेजिटेबल ऑयल सेक्टर ने भी FY25 में अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर क्रूड पाम ऑयल और पाम कर्नेल ऑयल की बढ़ी हुई कीमतों की वजह से। सितंबर 2024 में आयात शुल्क बढ़ने से भी इस सेक्टर को फायदा मिला। Q4FY25 में Astec Lifesciences ने Q3FY25 की तुलना में बेहतर परिणाम दिखाए, जो बेहतर वॉल्यूम और कम इनपुट कॉस्ट के कारण था। डेयरी सेक्टर में कंपनी के वैल्यू-एडेड प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ी है और अब यह कुल बिक्री का 37% हिस्सा बन गए हैं। हालांकि, Q4 में प्रोक्योरमेंट कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से कुछ असर पड़ा।
मैनेजमेंट ने FY26 के लिए 16-18% राजस्व और आय में वृद्धि का अनुमान लगाया है, जो मुख्य रूप से वॉल्यूम ग्रोथ से आएगी। खासतौर पर CDMO (Contract Development and Manufacturing Organization) बिजनेस में 35% की वृद्धि की उम्मीद है, और इस सेक्टर की हिस्सेदारी FY26 में 70-75% तक पहुंचने की संभावना है, जो FY25 में 60% थी। Astec Lifesciences के लिए FY26 में EBITDA ब्रेकइवन का भी लक्ष्य रखा गया है।
जोखिम के तौर पर कच्चे माल और कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव, मौसम की स्थिति और सरकारी नियमों का असर कंपनी के राजस्व और लाभ पर पड़ सकता है।
Godrej Agrovet की विविधीकृत प्रोडक्ट लाइन, मजबूत बाजार स्थिति, और गुणवत्तापूर्ण प्रबंधन इसे भारतीय कृषि क्षेत्र की प्रगति का अच्छा प्रतिनिधि बनाती है। कंपनी के पास मजबूत बैलेंस शीट है और वह अच्छा नकदी प्रवाह और रिटर्न देती है। वर्तमान में कंपनी का P/E FY26 के लिए 28x है। इस स्टॉक में निवेश के लिए अवसर है।
Hero Motocorp दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर निर्माता कंपनी है, जिसका हेड ऑफिस नई दिल्ली में है। 1984 में स्थापित इस कंपनी ने फ्यूल एफिशिएंट मोटरसाइकिल और स्कूटर के क्षेत्र में मजबूत पहचान बनाई है। इसके लोकप्रिय मॉडल जैसे स्प्लेंडर, HF डीलक्स, और एक्सपल्स भारत में खासे पसंद किए जाते हैं। कंपनी की घरेलू बाजार में अच्छी पकड़ है और वह वैश्विक स्तर पर भी विस्तार कर रही है। साथ ही, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और टिकाऊ परिवहन समाधानों में भी निवेश कर रही है।
FY25 में, कंपनी की मोटरसाइकिल बिक्री में 5.5% की वृद्धि हुई और कुल 54,76,495 यूनिट्स बेचीं गईं। वहीं, स्कूटर की बिक्री में थोड़ी गिरावट आई, जो 1.9% कम होकर 4,22,692 यूनिट्स रह गई। कंपनी के अन्य सेगमेंट्स में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली। घरेलू बिक्री में 3.5% की बढ़ोतरी हुई और यह 56,11,758 यूनिट्स तक पहुंच गई। निर्यात में जबरदस्त उछाल आया, जो 43.1% बढ़कर 2,87,429 यूनिट्स हो गया। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री में भी तेजी आई और यह 179% बढ़कर 48,629 यूनिट्स हो गई।
कंपनी ने FY26 के लिए 14-16% EBITDA मार्जिन का लक्ष्य रखा है। यह मार्जिन ज्यादा मुनाफेदार उत्पादों की बढ़ती बिक्री और कीमतों में बढ़ोतरी से पूरा होगा। कंपनी 100cc और 125cc इंजन वाले वाहनों में विस्तार कर रही है, जहां ज्यादा लोग पुराने वाहन बदल रहे हैं और फाइनेंसिंग भी बेहतर हो रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में, कंपनी Vida ब्रांड पर ध्यान दे रही है और H1FY26 यानी साल के पहले छह महीनों में दो नए सस्ते मॉडल लॉन्च करने की योजना है। साथ ही, Vida Pro मॉडल के लिए PLI योजना की मंजूरी भी H1FY26 के अंत तक मिलने की उम्मीद है।
कुल मिलाकर, ब्रोकरेज की राय है कि कंपनी के निकट भविष्य में बेहतर विकास की संभावनाएं मजबूत हैं। वर्तमान में कंपनी FY27 के अनुमानित आधार पर 15.9 गुना P/E पर ट्रेड कर रही है, जो कि इसके पिछले 5 वर्षों के औसत P/E 21.6 गुना से काफी नीचे है। यह दर्शाता है कि कंपनी का शेयर अभी उचित मूल्यांकन पर है और निवेश के लिए यह एक अच्छा अवसर प्रदान कर सकता है।
Supreme Industries Ltd (SIL) भारत की एक बड़ी प्लास्टिक बनाने वाली कंपनी है, जिसके पास 50 साल से ज्यादा का अनुभव है। कंपनी के देश भर में 28 फैक्ट्री हैं, जो सालाना करीब 0.8 मिलियन टन प्लास्टिक बनाती हैं। SIL के उत्पाद इंडस्ट्रियल, कंज्यूमर, पाइपिंग और पैकेजिंग सेक्टर में आते हैं। कंपनी खासकर क्रॉस-लैमिनेटेड फिल्म्स, HMHD फिल्म्स, मल्टीलेयर फिल्म्स, SWR पाइपिंग सिस्टम और PP मैट्स के लिए जानी जाती है।
Q4FY25 में कंपनी की बिक्री मात्र 2% बढ़ी क्योंकि मार्केट की मांग कमजोर थी। पाइप सेक्टर में 2% बढ़ोतरी हुई, लेकिन इंडस्ट्रियल, पैकेजिंग और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स की बिक्री 6-11% कम हुई। रेजिन की कीमतें कम होने की वजह से NSR में 2-3% की गिरावट आई। कुल मिलाकर, कंपनी की आमदनी 2% बढ़ी, लेकिन EBITDA 15% गिर गया। कंपनी का शुद्ध मुनाफा (APAT) 33% कम हुआ, इसका कारण कम मार्जिन, कम आय और ज्यादा खर्च था।
FY26 में कंपनी को 12-13% बिक्री बढ़ोतरी की उम्मीद है और EBITDA मार्जिन 14.5-15.5% के बीच रहने की संभावना है, क्योंकि रेजिन की कीमतें स्थिर रहने वाली हैं। कंपनी ने Wavin India कंपनी को खरीदा है, जो जून 2025 तक पूरा हो जाएगा। इससे कंपनी की पाइप बनाने की क्षमता FY26 के अंत तक 8.7 लाख टन से बढ़कर 10 लाख टन हो जाएगी। प्लंबिंग की मांग भी बढ़ेगी क्योंकि बाजार में सामान की आपूर्ति ठीक हो रही है और सरकार के खर्चे बढ़ रहे हैं।
ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के आगे बढ़ने की संभावना अच्छी है। SIL अभी FY27 के लिए अनुमानित P/E 39.7x पर ट्रेड कर रही है, जो इसके पिछले 5 साल के औसत P/E 42.2x से थोड़ा कम है। इसलिए यह निवेश के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।
Swaraj Engines Ltd मुख्य रूप से महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के “Swaraj” ट्रैक्टरों के लिए डीजल इंजन बनाती है। कंपनी 20 HP से लेकर 65 HP तक की ताकत वाले इंजन सप्लाई करती है। 1989-90 से काम शुरू करने के बाद से अब तक Swaraj Engines ने करीब 1.59 मिलियन इंजन ट्रैक्टरों में लगाए हैं। खासकर 30 HP से ज्यादा वाले इंजन अब ज्यादा पसंद किए जाने लगे हैं क्योंकि ये बड़े खेत वाले किसानों और नई खेती के तरीकों के लिए बेहतर हैं। साथ ही, भारत में फल-फूल की खेती बढ़ने से छोटे और सस्ते इंजन की भी मांग तेजी से बढ़ी है।
देश में ट्रैक्टर उद्योग ने FY20 से FY25 के बीच सालाना करीब 9.7% की बढ़ोतरी की, लेकिन महिंद्रा के Swaraj डिवीजन ने इससे भी ज्यादा बढ़ोतरी करते हुए सालाना 13.1% इंजन बिक्री, 16.8% से 17.8% तक राजस्व और EBITDA में वृद्धि दिखाई है। इसके साथ ही कंपनी ने अपना मार्केट शेयर भी 270 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर FY25 में 18.75% कर लिया है।
Q4FY25 में Swaraj Engines की आमदनी, EBITDA और नेट मुनाफा लगभग 29% बढ़ा है, जो अच्छी बिक्री और मार्केट शेयर बढ़ने की वजह से हुआ। कंपनी ने Kirloskar से कुछ बिजनेस भी लिया है, जिससे उसकी ताकत और बढ़ी है।
हालांकि, कंपनी को कुछ खतरे भी हैं क्योंकि इसका काम सीधे ट्रैक्टर उद्योग पर निर्भर है। जैसे खेती में बारिश पर निर्भरता, सरकार की नीतियां, क्रेडिट मिलना या नहीं, कमोडिटी की कीमतें और नए नियम।
फिर भी, बढ़ती खरीद क्षमता, खेती में मशीनों का इस्तेमाल बढ़ना और नई तकनीकें आने से ट्रैक्टर की मांग अच्छी बनी रहेगी। इसलिए कंपनी का इंजन बिजनेस भी तेजी से बढ़ने वाला है। कंपनी के फायदे भी अच्छे हैं, जैसे RoCE करीब 53% और RoE लगभग 40%, साथ ही फ्री कैश फ्लो भी पॉजिटिव है।
अभी Swaraj Engines का शेयर FY26 के लिए 26 गुना P/E पर ट्रेड कर रहा है, जो इसके अच्छे प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं को दिखाता है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।