facebookmetapixel
रेल मंत्रालय का बड़ा कदम: NMP 2.0 में मुद्रीकरण से 2.5 लाख करोड़ जुटाएगा रेलवे4 नए लेबर कोड आज से लागू: कामगारों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा, मौजूदा श्रम कानून बनेंगे सरलरुपये में तेज गिरावट: डॉलर के मुकाबले 89.5 के पार, बॉन्ड यील्ड में उछालसेबी बड़े सुधारों की तैयारी में: ब्रोकर और म्युचुअल फंड नियमों में बदलाव संभव, नकदी खंड में कारोबार बढ़ाने पर जोरभारतीय क्रिकेट टीम का स्पॉन्सर बनकर अपोलो टायर्स को डबल डिजिट में ग्रोथ की आस: नीरज कंवर2025-26 में रियल एस्टेट में हर साल आएगा 5–7 अरब डॉलर संस्थागत निवेश!भारत-इजरायल स्टार्टअप सहयोग होगा तेज, साइबर सुरक्षा और मेडिकल टेक में नई साझेदारी पर चर्चासुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: ITAT में CA और वकील को अब समान पात्रता मानदंडनई दवाओं पर 10 साल की एक्सक्लूसिविटी की मांग, OPPI ने कहा- इनोवेशन बढ़ाने को मजबूत नीति जरूरीइन्फ्रा और ऊर्जा क्षेत्र के दिग्गजों संग सीतारमण की बजट पूर्व बैठक में अहम सुझावों पर चर्चा

Meesho IPO: ₹4,250 करोड़ जुटाने की तैयारी, सेबी के पास गोपनीय रूप से फाइल किया DRHP

Meesho ने आईपीओ के लिए गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग चुना है, जिसके तहत DRHP की सार्वजनिक जानकारी अंतिम चरण तक रोकी जा सकती है।

Last Updated- July 03, 2025 | 5:28 PM IST
Meesho Sale

Meesho IPO: सॉफ्टबैंक समर्थित ई-कॉमर्स कंपनी मीशो (Meesho) ने बाजार नियामक सेबी के पास गोपनीय रूप (confidential route) से ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।

IPO से Meesho जुटाएंगी ₹4,250 करोड़

25 जून को हुई आम बैठक (EGM) में आईपीओ लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। कंपनी ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए कम से कम ₹4,250 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया, “मीशो ने सेबी के पास गोपनीय रूप से DRHP फाइल किया है।”

हालांकि, इस आईपीओ में होने वाली सेकेंडरी शेयर बिक्री सहित कुल इश्यू साइज का पता नहीं चल पाया है। इस संबंध में Meesho को भेजे गए सवाल का कोई जवाब नहीं मिला।

Also read: Maharatna PSU से स्मालकैप कंपनी को मिला ₹400 करोड़ का मेगा ऑर्डर, शेयर में अपर सर्किट; 2 हफ्ते में 22% उछला

IPO के लिए Meesho ने चुना प्री-फाइलिंग रूट

कंपनी ने आईपीओ के लिए गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग चुना है, जिसके तहत ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) की सार्वजनिक जानकारी अंतिम चरण तक रोकी जा सकती है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग कंपनियों को ज्यादा आजादी देता है। इससे उन पर जल्द आईपीओ लाने का दबाव नहीं रहता। पारंपरिक प्रक्रिया में कंपनियों को सेबी की मंजूरी मिलने के 12 महीने के भीतर आईपीओ लाना होता है। लेकिन प्री-फाइलिंग प्रक्रिया में यह समय सीमा बढ़कर 18 महीने हो जाती है।

First Published - July 3, 2025 | 4:52 PM IST

संबंधित पोस्ट