एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को बंद होने से एक दिन पहले बुधवार को 3.3 गुना आवेदन मिले। इस निर्गम के लिए करीब 27,000 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई हैं और 34 लाख से ज्यादा आवेदन मिले हैं। इससे निवेशकों की जबरदस्त मांग का पता चलता है।
निवेशकों की संस्थागत श्रेणी को 2.6 गुना, एचएनआई श्रेणी को 7.6 गुना और खुदरा श्रेणी को लगभग दोगुना आवेदन मिले। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने आईपीओ के लिए 1,080-1,140 रुपये प्रति शेयर का कीमत दायरा तय किया है। कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर निर्गम का आकार 11,607 करोड़ रुपये है जिससे दक्षिण कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स प्रमुख की भारतीय इकाई का मूल्यांकन करीब 77,400 करोड़ रुपये बैठता है।
यह आईपीओ पूरी तरह से मूल कंपनी का बिक्री प्रस्ताव (ओएफएस) है जो अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि इस इश्यू की कीमत प्रतिस्पर्धियों की तुलना में आकर्षक है।
सेंट्रम ब्रोकिंग ने एक नोट में कहा, 1,140 रुपये के ऊपरी स्तर पर कंपनी का मूल्यांकन वित्त वर्ष 2025 के प्रति शेयर आय (ईपीएस) के करीब 35 गुना के पीई पर उचित है जबकि अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियां काफी अधिक गुणकों पर कारोबार कर रही हैं। हम इस इश्यू को ‘सब्सक्राइब’ रेटिंग देते हैं।
भारत में एलजी का मुकाबला सैमसंग, वोल्टास, हैवेल्स, गोदरेज, ब्लू स्टार, हायर, व्हर्लपूल, फिलिप्स और सोनी से है। सैमसंग के बाद यह देश की दूसरी सबसे बड़ी उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता कंपनी है।