भारत के बाजार पूंजीकरण 1 लाख करोड़ डॉलर, 2 लाख करोड़ डॉलर और 3 लाख करोड़ डॉलर की यात्रा में अहम योगदान वाली 10 अग्रणी कंपनियों की सूची में सिर्फ चार कंपनियां लगातार शामिल होती रही और ये हैं रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस और भारतीय स्टेट बैंक। भारत ने पहली बार मई 2007 में 1 लाख करोड़ डॉलर का बाजार पूंजीकरण हासिल किया। 14 साल के लंबे अंतराल में 10 अग्रणी कंपनियों की सूची में काफी बदलाव हुआ और रिलायंस कम्युनिकेशंस, ओएनजीसी और एनटीपीसी इस सूची से गायब हो गईं और कोटक महिंद्रा बैंक व बजाज फाइनैंस जैसे नए नाम इससे जुड़े। मौजूदा सूची और जुलाई 2017 में दो लाख करोड़ डॉलर के बाजार पूंजीकरण के समय वाली सूची मोटे तौर पर एक जैसी है क्योंकि उनमें सात कंपनियां एक जैसी हैं।
भारत पहले नंबर का बाजार : मॉर्गन स्टैनली
ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टैनली ने मंगलवार को कहा कि एशिया इमर्जिंग मार्केट पैक में भारत उसके लिए पहले नंबर का बाजार है। आय की रफ्तार काफी सुदृढ़ है और नीतिगत मोर्चे पर उठाया जाने वाला कदम बुनियादी ढांचे में सुधार ला रहा है। मॉर्गन स्टैनली के रणनीतिकार डेनियल ब्लेक ने 2021 के अर्धवार्षिक एशिया रणनीति परिदृश्य पर मीडिया से बातचीत में ये बातें कही। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि भारत की आय की रफ्तार साल 2002 में काफी ज्यादा बढ़ेगी, जो पीई गुणक को नीचे लाएगी। बीएस