सुरक्षित समझी जाने वाली परिसंपत्ति और दीर्घावधि निवेश विकल्प सोने की लोकप्रियता क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते आकर्षण की वजह से अब कुछ हद तक कमजोर पड़ती दिख रही है। दिसंबर 2020 में बिटकॉइन पर दांव लगाने के बाद जेफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने अपने एशिया एक्स-जापान पोर्टफोलियो में अब क्रिप्टो में 5 प्रतिशत अंक (पीपीटी) तक का इजाफा किया है और स्वर्ण निवेश में समान मात्रा में कटौती की है।
निवेशकों को भेजी अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट ‘ग्रीड ऐंड फियर’ में वुड ने लिखा है, ‘अमेरिका में बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की पेशकश और क्रिप्टो की बढ़ती स्वीकार्यता को ध्यान में रखते हुए डॉलर नियंत्रित पेंशन फंडों के लिए वैश्विक पोर्टफोलियो के लिए ग्रीड ऐंड फियर में बदलाव पिर जोर दिया गया है। ग्रीड ऐंड फियर रिपोर्ट में दिसंबर 2020 में शुरू मौजूदा 5 प्रतिशत आवंटन के मुकाबले बिटकॉइन में अन्य 5 पीपीटी आवंटन बढ़ेगा। इसके तहत सोने में निवेश के भारांक में अन्य 5 पीपीटी तक की कमी की जाएगी।’ वुड का मानना है कि बिटकॉइन सोने की प्रतिस्पर्धी है।
जून में बिटकॉइन खनन पर चीन के दबदबे से बिटकॉइन की तेज रिकवरी के बाद, वुड का मानना है कि एथेरियम पर सट्टा बढऩे की संभावना है।
वुड का कहना है, ‘एथेरियम पर बढ़ते फोकस का मुख्य कारण है कि यह प्रोटोकॉल तेजी से बढ़ रहे विकेंद्रीकृत वित्त (डी-फाई) क्षेत्र में कार्य के केंद्र में है। डीफाई ऐसा क्षेत्र है जिसमें मौजूदा समय में यह देखना संभव है कि किस तरह से क्रिप्टो ने पारंपरिक वित्त को प्रभावित करना शुरू किया है।’
दूसरी तरफ, स्वण्र मांग प्रभावित हुई है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की ताजा गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट के अनुसार, 2021 की तीसरी तिमाही में, वैश्विक तौर पर सोने के लिए मांग सालाना आधार पर 7 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 13 प्रतिशत घटकर करीब 831 टन रह गई। मुख्य तौर पर इसमें स्वर्ण समर्थित ईटीएफ से निकासी की वजह से कमी आई।
डब्ल्यूजीसी के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक लुइस स्ट्रीट ने कहा, ‘एक साल पहले निवेशक सोने पर ध्यान दे रहे थे और इसे महामारी से बचाव के लिहाज से सुरक्षित निवेश विकल्प मान रहे थे। गोल्ड ईटीएफ इन प्रवाह के मुख्य लाभार्थी रहे और वर्ष 2020 की पहली तीन तिमाहियों के दौरान उन्होंने 1,000 से ज्यादा टन का इजाफा किया।’
डब्ल्यूजीसी को भविष्य में स्वर्ण मांग के लिए पूरे वर्ष की तस्वीर काफी हद तक समान रहने की संभावना है, जिसमें मजबूत उपभोक्ता और केंद्रीय बैंक की मांग की वजह से ईटीएफ से नुकसान कम होगा।
डब्ल्यूजीसी की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है, ‘आभूषण मांग पिछले साल के स्तर से आगे बनी रहेगी, लेकिन कुल मिलाकर निवेश मांग वर्ष 2021 में कमजोर रहेगी। स्वर्ण सिक्कों और बिस्कुट की अच्छी मांग के बावजूद कुल मांग सुस्त रहने का अनुमान है।’
