2025 की शुरुआत मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स के लिए काफी खराब साबित हुई है। इन दोनों इंडेक्स ने इस साल अब तक बेंचमार्क निफ्टी50 से भी कमजोर प्रदर्शन किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में इनमें सुधार की संभावना कम है।
निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स ने 2025 में अब तक करीब 7% की गिरावट दर्ज की है, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स करीब 9% गिर चुका है। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स इसी अवधि में लगभग 2% कमजोर हुआ है।
Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा, “मार्केट में दो अहम ट्रेंड्स नजर आ रहे हैं। पहला, संस्थागत गतिविधियां—जहां एफआईआई (FII)लगातार बिकवाली कर रहे हैं और डीआईआई (DII) खरीदारी कर रहे हैं। दूसरा, क्वालिटी की ओर रुझान—लार्जकैप स्टॉक्स मजबूत हैं जबकि ब्रॉडर मार्केट कमजोर हो रहा है। ये दोनों ट्रेंड्स निकट भविष्य में जारी रह सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “डॉलर इंडेक्स और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स ऊंचे स्तर पर बने हुए हैं। ऐसे में FII के खरीदार बनने की संभावना फिलहाल नजर नहीं आती।”
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हालिया गिरावट ने कई सालों की शानदार तेजी पर ब्रेक लगा दिया है। BNP Paribas Securities की रिपोर्ट के मुताबिक, आखिरी बार इन दोनों इंडेक्स ने कैलेंडर ईयर (CY) में नुकसान CY19 में दर्ज किया था, जब निफ्टी मिडकैप 100 में 4% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 10% की गिरावट आई थी।
BNP Paribas का कहना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में जबरदस्त तेजी के कारण इनके वैल्यूएशन काफी महंगे हो गए हैं, खासतौर से लार्जकैप शेयरों की तुलना में। ऐसे में CY25 में निवेशकों को लार्जकैप शेयरों पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।
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BNP Paribas Securities में इंडिया इक्विटी रिसर्च के प्रमुख कुनाल वोरा ने बताया, “CY24 में मिडकैप और स्मॉलकैप का अच्छा प्रदर्शन घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) के बड़े निवेश की वजह से हुआ। जनवरी 2023 से इन शेयरों में आई तेजी ने इनके वैल्यूएशन को निफ्टी 50 के मुकाबले महंगा बना दिया है। फिलहाल निफ्टी मिडकैप का अगले 12 महीनों (NTM) का प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) रेश्यो निफ्टी 50 के P/E से 58% ज्यादा है।”
CY25 में अब तक, Nifty Midcap 150 इंडेक्स में शामिल 150 स्टॉक्स में से 109 स्टॉक्स (72 प्रतिशत) अपने 200-डे मूविंग एवरेज (DMA) से नीचे ट्रेड कर रहे हैं। वहीं, Nifty Smallcap 250 इंडेक्स के 250 स्टॉक्स में से 171 स्टॉक्स (68 प्रतिशत) अपने 200-DMA से नीचे कारोबार कर रहे हैं। यह आंकड़े बाजार की कमजोरी को दर्शाते हैं।
इस साल सबसे ज्यादा नुकसान झेलने वाले स्टॉक्स में Kalyan Jewellers India, Kaynes Technology, Aditya Birla Real Estate, KEC International, Oracle Financial Services Software, Oberoi Realty और PB Fintech शामिल हैं। ACE इक्विटी के आंकड़ों के मुताबिक, ये स्टॉक्स CY25 में अब तक 37 प्रतिशत तक गिर चुके हैं।
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Vodafone Idea, SBI Cards, Navin Fluorine, SRF, Shyam Metalics, Redington और Sundaram Finance जैसे शेयरों ने CY25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 20% तक की बढ़त दर्ज की है।
हालांकि, बाजार के जानकारों का कहना है कि छोटे और मिडकैप शेयरों में गिरावट का दबाव अभी बना रह सकता है। Equinomics Research के फाउंडर G Chokkalingam ने कहा, “कई अच्छे छोटे और मिडकैप शेयरों में बड़ी गिरावट आई है। यह स्थिति मार्च 2025 के मध्य तक जारी रह सकती है। इसकी वजह वैश्विक परिस्थितियां, बढ़ते तेल के दाम, कई शेयरों की वैल्यू में गिरावट और नकदी की कमी है।”
उन्होंने सलाह दी कि जिन निवेशकों में इंडेक्स में 5-7% और गिरावट झेलने की क्षमता है, वे क्वालिटी छोटे और मिडकैप शेयर होल्ड कर सकते हैं। साथ ही, मार्च 2024 तक हर गिरावट पर इन शेयरों में और निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।