वोडाफोन आइडिया (वीआई) का शेयर गुरुवार को दिन के कारोबार में बीएसई पर 15 प्रतिशत चढ़कर 16.40 रुपये के 52 सप्ताह ऊंचे स्तर पर पर पहुंच गया। तुलनात्मक तौर पर बीएसई टेलीकॉम सूचकांक में दिन के कारोबार में 0.46 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
गुरुवार को तेजी उन खबरों से भी आई जिनमें कहा गया कि वोडाफोन आइडिया बॉन्डधारकों को करीब 6,000 करोड़ रुपये के ब्याज की अदायगी 13 दिसंबर से मार्च 2022 तक चुकाने में सफल रहेगी। बाजार ने इस घटनाक्रम को सकारात्मक तौर पर लिया और यह शेयर 7 मई 2019 से अपने सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गया और गुरुवार को 6 दिसंबर 2021 के 15.88 रुपये के पिछले ऊंचे स्तर को पार कर गया। वीआई ने कंपनी द्वारा प्रीपेड दरें 25 नवंबर 2021 से 20-25 प्रतिशत बढ़ाए जाने के बाद से शेयर बाजारों पर 64 प्रतिशत की तेजी दर्ज की है। कंपनी ने कहा है कि नए प्लान एआरपीयू सुधार की प्रक्रिया में मददगार होंगे और उनसे उद्योग की राह में पैदा हुए वित्तीय दबाव को दूर करने में भी मदद मिलेगी।
आईआईएफएल में इस सेक्टर पर नजर रखने वाले विश्लेषक बालाजी सुब्रमण्यन ने कहा, ‘जहां दर वृद्घि से वीआई को राहत मिलेगी, वहीं यह सही दिशा में उठाया गया एक कदम है। कंपनी को प्रतिस्पर्धी बनने के लिए अभी भी लंबा रास्ता तय करना है।’
हालांकि इस घटनाक्रम से वीआई को मदद मिली है और शेयर बाजारों परउसका शेयर दो साल की ऊंचाई पर पहुंचा है, लेकिन विश्लेषक अभी भी सतर्क बने हुए हैं और निवेशकों को इससे जुड़े जोखिमों को देखते हुए शेयर से दूर बने रहने का सुझाव दे रहे हैं।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के तरुण लखोटिया और हेमांग खन्ना ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में लिखा है, ‘वीआईएल को खोए ग्राहकों को पुन: पाने में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि वह पूरे भारत में नेटवर्क कवरेज और क्षमताओं (4जी/5जी) के साथ साथ रियायती हैंडसेट या सस्ते प्लान जैसी सेवा पेशकशों के संदर्भ में भारती एयरटेल और रिलायंस जियो से पीछे बनी रह सकती है।’
रिपोर्टों के अनुसार, वोडाफोन आइडिया के बाजार भागीदारी नुकसान वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में लगातार बना रहा, हालांकि उसके कई प्रमुख बाजारों में इस नुकसान की रफ्तार धीमी पड़ी है। विश्लेषकों का कहा है कि कंपनी के लिए राजस्व बाजार भागीदारी नुकसान उसके बड़े बाजारों पर केंद्रित रहा है। वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही के दौरान, वोडाफोन आइडिया की 47 प्रतिशत बाजार भागीदारी नुकसान उसके टॉप-3 बाजारों से दर्ज किया गया, जिनका उसके कुल राजस्व में 34 प्रतिशत योगदान रहा है।
