facebookmetapixel
Earthquake Today: अंडमान में धरती डोली! 5.4 तीव्रता के झटकों से दहशतFPIs ने फिर खोला बिकवाली का सिलसिला, नवंबर में निकाले ₹12,569 करोड़Market Outlook: इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे महंगाई डेटा और तिमाही नतीजेMCap: टॉप-10 कंपनियों की मार्केट कैप में भारी गिरावट, Airtel-TCS सबसे ज्यादा प्रभावितथाईलैंड जाने वाले सावधान! शराब पीना अब महंगा, नियम तोड़ा तो लगेगा 27,000 रुपये तक का जुर्मानाDelhi AQI Today: दिल्ली में जहरीली धुंध! AQI 400 पार, सांस लेना हुआ मुश्किल; GRAP 3 हो सकता है लागू!डिजिटल गोल्ड के झांसे से बचें! सेबी ने बताया, क्यों खतरे में है आपका पैसाकेंद्र सरकार ने चीनी निर्यात पर लगाई मुहर, मोलासेस टैक्स खत्म होने से चीनी मिलों को मिलेगी राहतCDSCO का दवा कंपनियों पर लगाम: रिवाइज्ड शेड्यूल एम के तहत शुरू होंगी जांचें; अब नहीं चलेगी लापरवाहीपूर्वोत्तर की शिक्षा में ₹21 हजार करोड़ का निवेश, असम को मिली कनकलता बरुआ यूनिवर्सिटी की सौगात

जितनी देर पिक्चर देखें बस उतना ही पैसा दें

दर्शकों को यह छूट होगी कि वे सिनेमा देखने के दौरान किसी भी वक्त वहां से निकल सकेंगे और उतने ही समय के लिए उन्हें भुगतान करना होगा जितनी देर उन्होंने फिल्म देखी है।

Last Updated- December 19, 2024 | 11:15 PM IST

भारत की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स चेन पीवीआर थियेटर में ‘फ्लेक्सी शो’ मॉडल की पेशकश करने जा रही है। इस मॉडल के तहत दर्शकों को यह सुविधा मिलेगी कि वे जो देखेंगे उसी के लिए ही उन्हें भुगतान करना होगा। यानी दर्शकों को यह छूट होगी कि वे सिनेमा देखने के दौरान किसी भी वक्त वहां से निकल सकेंगे और उतने ही समय के लिए उन्हें भुगतान करना होगा जितनी देर उन्होंने फिल्म देखी है।

पीवीआर आइनॉक्स के मुख्य कार्य अधिकारी ( लक्जरी कलेक्शन और नवाचार) रेनॉड पैलियर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि मनोरंजन कंपनी के तौर पर उनके लिए यह लाजिमी है कि वे जिस तरह की सेवाओं की पेशकश कर रहे हैं, उसमें कुछ नयापन लाया जाए और इसकी वजह से ही फ्लेक्सी शो जैसी नई सेवा देने के बारे में सोचा जा रहा है। फिलहाल मल्टीप्लेक्स चेन इसका प्रायोगिक परीक्षण कर रही है और दिल्ली-एनसीआर और गुरुग्राम में चुनिंदा फिल्मों के कुछ शो के लिए ‘फ्लेक्सी शो’ का विकल्प है।

पैलियर ने बताया, ‘हम इसमें अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करेंगे जैसे कि एआई वाला वीडियो एनालिटिक्स और यह निगरानी करेंगे कि ऑडिटोरियम में कौन बैठा है। टिकट आपकी (दर्शक) सीट से लिंक किया गया होगा, ऐसे में सिस्टम को पता चल जाएगा कि आप कब आए और कब निकल गए। सिस्टम इसकी गणना भी करेगा कि आपने कितनी देर फिल्म देखी है और पहले से तय किए गए ब्रैकेट के हिसाब से ही आपका रिफंड तय होगा।’

रिफंड की गणना फिल्म को बीच में छोड़कर जाने के समय के हिसाब से तय होगी। मिसाल के तौर पर अगर आधी फिल्म अभी बाकी है तब दर्शक को 50 प्रतिशत रिफंड मिलेगा और अगर 25-50 प्रतिशत फिल्म बाकी है तब 30 प्रतिशत रिफंड मिलेगा। अगर फिल्म आधी से अधिक बाकी है तब दर्शक को 60 प्रतिशत रिफंड मिलेगा।

पैलियर कहते हैं, ‘इसके जरिये हम दर्शकों के आधार में विस्तार कर रहे हैं और इसके चलते वही दर्शक फिर से दोबारा आ सकते हैं क्योंकि इस तरह के विकल्प से लोगों को महसूस हो सकता है कि वे एक शो को कई बार देख सकते हैं और अपनी सुविधा के अनुसार फिल्में देखकर आनंद उठा सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि इस तरह की सेवाओं की पेशकश महानगरों में की जाएगी।

First Published - December 19, 2024 | 10:47 PM IST

संबंधित पोस्ट