टीकाकरण अभियान के अहम स्तंभ को-विन पोर्टल पर पिछले दो दिनों में 50 लाख से अधिक पंजीकरण कराये गए हैं। टीकाकरण से जुड़े अधिकार प्राप्त समूह के अध्यक्ष आर एस शर्मा ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि कोविन पोर्टल पर कोई दिक्कत नहीं है और आगे लोग अस्पतालों की क्षमता के आधार पर ऑनलाइन स्लॉट बुक करा सकते हैं।
फिलहाल करीब 1.5 करोड़ लोगों को अब तक टीके की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है और 60 वर्ष से अधिक और दूसरी बीमारियों से ग्रस्त 45 साल से अधिक उम्र के लाभार्थियों को दो लाख से अधिक खुराकें दी गई हैं। फि लहाल को-विन लाभार्थियों को पूर्वाह्न और दोपहर का समय देता है जिसकी वजह से टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ जमा होती है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘को-विन 2.0 ने सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक का टीकाकरण सत्र खत्म कर दिया है। हालांकि अगर किसी अस्पताल में इंतजाम है तब वहां शाम 5 बजे के बाद भी टीकाकरण सत्र आयोजित करने की अनुमति दी जा सकती है।’
कई उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की है कि उन्हें ओटीपी नहीं मिला है जबकि कई अन्य का कहना है कि सोमवार को पोर्टल के नए संस्करण के लॉन्च होने के बाद को-विन की वेबसाइट पर मौजूद सूची में उनका नाम नहीं था। अस्पतालों ने भी कहा कि प्रत्येक लाभार्थी का डेटा अपलोड करने में काफी वक्त लग रहा था। शर्मा ने कहा कि 16 जनवरी को लॉन्च किए गए को-विन के पहले के संस्करण में खामियां थीं जिसे उन्होंने सुधारा। उनका कहना है कि कई उपयोगकर्ताओं ने कोविन ऐप की तलाश की जो मौजूद नहीं है इसलिए भी उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘हम इसके दायरे में बढ़ोतरी में कोई समस्या नहीं देखते हैं। लेकिन इसे लोडिंग में सक्षम होना चाहिए। हम यह भी चाहते हैं कि डेटा सुरक्षित हो।’
भारत का टीकाकरण अभियान अब आम जनता तक पहुंच बनाने के स्तर पर है ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश भर में अब तक टीके की 5 करोड़ खुराक और 46 लाख शीशियां भेजी गई हैं। भूषण ने आगे कहा, ‘यह एक बड़ी और जटिल लॉजिस्टिक्स चुनौती रही है।’ देश में केंद्र सरकार के चार मेडिकल स्टोर विभाग हैं, जिनमें 60 माल पाने के केंद्र बनाए गए हैं और राज्यों में 29,000 कोल्ड चेन हैं। ईटानगर से गुवाहाटी के बीच कई जगहों पर टीका केंद्र तक ट्रक को पहुंचने में सात घंटे का लंबा वक्त लगता है।
टीकाकरण शुरू होने के बाद भी सरकार इस बात को लेकर चिंतित है कि महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, हरियाणा में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। सरकार का मानना है कि हाल में संक्रमण के मामलों में आई तेजी किसी नए म्यूटेशन के कारण नहीं हुआ है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा, ‘कई राज्यों में शादी और बड़ी पार्टियों का आयोजन रुका नहीं, जहां बड़ी संख्या में लोग इक_ा हुए, जिसकी वजह से भी संक्रमण की तादाद में बढ़ोतरी हुई है।’