भारत में पहली बार कोरोनावायरस का प्रसार शुरू होने से लेकर अब तक पहली बार कोविड-19 के आंकड़ों में उम्मीद की किरण दिखी है जिसके मुताबिक देश में कुल सक्रिय मामलों के मुकाबले संक्रमित मरीजों के ठीक होने की तादाद ज्यादा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि बुधवार सुबह तक कोरोनावायरस के कुल 1,33,632 सक्रिय मामलों के मुकाबले ठीक होने वाले मरीजों की तादाद 1,35,205 थी।
राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी ई श्रीकुमार ने बताया, ‘ज्यादा मरीजों के ठीक होने पर उन्हें अस्पताल से घर जाने की अनुमति मिलना अच्छी बात है क्योंकि इससे उन मरीजों के लिए बेड की उपलब्धता बढ़ेगी जिन्हें ज्यादा जरूरत है और जिन्हें भर्ती किया जाना जरूरी है।’
हालांकि महामारी विशेषज्ञ अब भी सतर्क हैं और उन्हें आशंका है कि आने वाले दिनों में संक्रमितों की तादाद बढ़ेगी और स्थिति और प्रतिकूल होगी। श्रीकुमार ने कहा, ‘हमें इन आंकड़ों की निगरानी करने की जरूरत है। संभव है कि ये आंकड़े तात्कालिक हों। लॉकडाउन में छूट मिलने और आंतरिक स्तर पर यात्राओं में तेजी से संक्रमण के मामले और बढ़ सकते हैं।’
बुधवार सुबह जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में एक ही दिन में 9,985 मामलों की पुष्टि हुई। संक्रमण के मामलों की रोजाना की संख्या में वृद्धि करीब एक हफ्ते से अधिक समय से 10,000 के करीब है और कोविड मरीजों की तादाद में बढ़ोतरी का रुझान जारी है। प्रतिशत वृद्धि के संदर्भ में देखें तो संक्रमण मामले की रोजाना बढ़ोतरी की तादाद में थोड़ी कमी आने लगी जो जून की शुरुआत के 4 प्रतिशत से अधिक मामलों की तुलना में यह तादाद 10 जून को करीब 3.7 प्रतिशत रह गई।
महाराष्ट्र में बुधवार को 2,259 नए मामलों की पुष्टि हुई जो पिछले दो हफ्ते के मुकाबले सबसे कम है और यहां मामले के दोगुने होने की दर करीब 20 दिन है। संक्रमण के अधिकतम मामलों की तादाद 90,787 से अधिक है और 42,638 लोग ठीक हुए हैं। दिल्ली में संक्रमितों की कुल तादाद 31,309 है जबकि ठीक होने वालों की तादाद 11,000 से अधिक है। मध्य प्रदेश, राजस्थान उत्तर प्रदेश और तेलंगाना उन राज्यों में शामिल हैं, जहां सक्रिय मामलों की तादाद कम है जबकि ठीक होने वाले मामले की संख्या ज्यादा है। मेडिका ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन और फिक्की स्वास्थ्य सेवा समिति के अध्यक्ष आलोक रॉय का कहना है, ‘हालांकि यह अच्छी खबर है लेकिन हमें अगले तीन दिनों की संख्या देखने की जरूरत है। एक दिन के आंकड़े से रुझान तय नहीं हो सकता है।’
पिछले एक दिन में 5,892 लोग ठीक हुए या उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई जबकि संक्रमण के 3,819 नए मामलों की पुष्टि हुई। ठीक होने में बढ़ोतरी के साथ ही देश में मरने वालों की तादाद भी बढ़कर अब 7, 745 हो गई है।
विषाणु विशेषज्ञ और आईसीएमआर के पूर्व अध्यक्ष जैकब जॉन ने कहा, ‘सरकार को मौतों को रोकने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। यदि मरने की दर 5 प्रतिशत है तो 95 प्रतिशत लोगों को ठीक हो जाना चाहिए। सक्रिय और ठीक होने वाले मामलों के बीच यह अंतर भ्रामक है।’ भारत की मृत्यु दर लगभग 2.8 प्रतिशत है जिससे ज्यादा रिकवरी दर का संकेत मिलता है।
ट्रेन चलाने की मांग
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जरूरी सामानों की आपूर्ति में लगे कर्मियों की आवाजाही के लिये मुंबई में उपनगरीय ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू करने की मांग करते हुए बुधवार को संकेत दिए कि अगर लोगों ने दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन नहीं किया तो लॉकडाउन जारी रखा जा सकता है। ठाकरे ने कहा कि कोरोना का खतरा बरकरार है। उन्होंने लोगों से भीड़ से बचने और शारीरिक दूरी बनाए रखने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि खतरा अब भी बरकरार है, लेकिन हमें आर्थिक गतिविधियां शुरू करने की भी जरूरत है। भाषा