भारत-और पाक के बीच दोस्ती का नया खाता शुरू करने के लिए दोनों देशों का बैंकिंग उद्योग अब सामने आ गया है। आपसी सहयोग के इस नए चरण में दोनों देशों के शीर्ष बैंकों के बीच बातचीत चल रही है। भारत के भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया जबकि पाकिस्तान का यूनाइटेड बैंक लिमिटेड और नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान इसके लिए बातचीत कर रहे हैं।
साफ्टा के मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भाग लेने भारत आए पाकिस्तान के वाणिज्य सचिव सैयद आसिफ शाह ने इस सिलसिले में भारत में अपने समपदस्थ गोपाल कृष्ण पिल्लई से मुलाकात की है। सम्मेलन से इतर बात करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों ओर के वित्तीय क्षेत्रों को एक-दूसरे के लिए खोलने की दिशा में आगे बढ़ना बड़ी अच्छी बात है। इसके लिए संबधित बैंकों को दोनों ओर के शीर्ष बैंकों की अनुमति लेना जरूरी होगा।
इस दिशा में दोनों देशों में शुरूआती काम हो चुके हैं। इसके लिए आवेदन-पत्र शीर्ष बैंकों को मिल चुका है। दोनों ही देशों के शीर्ष बैंकों ने उन बैंकों का नाम तय कर लिया है, जिसे एक दूसरे देशों में शाखाएं खोलनी हैं। इसके अलावा और कोई समस्या नहीं है। वैसे यह मुद्दा दोनों देशों के बीच होने वाली द्विपक्षीय संयुक्त बातचीत वार्ता में उठाया जाना है। पिछले साल भारतीय रिजर्व बैंक ने पाकिस्तान के शीर्ष बैंक को भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया को पाकिस्तान में शाखा खोलने देने की सिफारिश की थी। वैसे बंटवारे से पहले भारत के इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (बाद में, भारतीय स्टेट बैंक), केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक की शाखाएं पाकिस्तान में रही हैं।
