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एलआईसी पॉलिसी से जुड़े हैं 6.5 करोड़ पैन

Last Updated- December 11, 2022 | 7:28 PM IST

बीएस बातचीत
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) 4 मई को अपना आईपीओ लाने के लिए तैयार है। सरकार द्वारा एलआईसी की सूचीबद्घता से करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटाए जाने की संभावना है। एलआईसी के चेयरमैन एम आर कुमार ने आईपीओ की घोषणा के बाद सुब्रत पांडा के साथ एक अनौपचारिक बातचीत में व्यावसायिक योजनाओं, निवेशक दिलचस्पी, आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी घटाने समेत कई अन्य मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की। मुख्य अंश:

अब आपके उत्पाद मिश्रण में किस तरह से बदलाव आएगा, जिससे कि आप ज्यादा गैर-भागीदारी वाली योजनाएं बेच सकें?
हमने प्रतिशतता पर निर्णय नहीं लिया है। करीब 20-25 साल पहले हमारे पास ‘नॉन-पार’ योजनाएं थीं। धीरे धीरे हमने इनसे दूरी बनाई। लेकिन हमने हमेशा से ऐसी योजनाओं की जरूरत महसूस की है। साथ ही हर साल बोनस देने के मुकाबले गारंटीड उत्पादों का प्रबंधन करना आसान है। अब हमारे पोर्टफोलियो में अच्छी नॉन-पार योजनाएं हैं। ब्याज दरें बहुत ज्यादा नहीं गिरी हैं, इसलिए हम अच्छी कमाई में सक्षम हैं। पिछले 6 महीने में हमने नॉन-पार सेगमेंट में अपनी पॉलिसी की संख्या में 100 प्रतिशत इजाफा दर्ज किया।
 
सरकार आईडीबीआई बैंक में प्रबंधन नियंत्रण समाप्त करना चाहेगी। आप आईडीबीआई बैंक में कितनी हिस्सेदारी चाहेंगे?
प्रबंधन नियंत्रण 51 प्रतिशत है। हमारा हिस्सा 51 प्रतिशत था और फिर यह घटकर 49 प्रतिशत रह गया। मैं गैर-कार्यकारी चेयरमैन बना हुआ हूं। मैं 15-20 प्रतिशत हिस्सेदारी चाहूंगा, क्योंकि भविष्य में बैंकएश्योरेंस व्यवसाय बढ़ेगा और ज्यादातर हमारा यह व्यवसाय आईडीबीआई बैंक के जरिये होता है। जहां तक हिस्सेदारी बिक्री का सवाल है, सरकार ने संभावित निवेशकों के साथ बातचीत शुरू कर दी है। एलआईसी आईपीओ की तरह आईडीबीआई हिस्सेदारी बिक्री भी काफी बड़ी है।

एलआईसी हाउसिंग और आईडीबीआई बैंक, दोनों ही आवास ऋण व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, ऐसे में क्या भविष्य में आरबीआई के साथ कोई समस्या आ सकती है?
आरबीआई इसे पहले ही हरी झंडी दिखा चुका है। यदि आईडीबीआई बैंक में विनिवेश होता है तो यह समस्या दूर हो जाएगी। लेकिन यदि नहीं होता है तो शायद हमें ऐसे ढांचे पर विचार करना होगा जिसमें एलआईसी हाउसिंग फाइनैंस के लिए आईडीबीआई बैंक ऋण हासिल करेगा। अभी हम इस बारे में निर्णय लेने में असमर्थ हैं।

क्या इसे लेकर कोई अनुमान है कि उन पॉलिसीधारकों से आईपीओ के लिए रिटेल भागीदारी कितनी है, जिन्होंने अपने पैन जोड़े हैं?
हमारी पॉलिसी से 6.5 करोड़ पैन जोड़े गए हैं, लेकिन हम नहीं जानते कि इनमें से कितने लोगों के पास डीमैट खाते हैं। इसलिए मैं सिर्फ पैन के आधार पर रिटेल भागीदारी के बारे में कोई अनुमान नहीं लगा सकता।

नए व्यवसाय में प्रीमियम की बाजार भागीदारी वित्त वर्ष 2021 के मुकाबले वित्त वर्ष 2022 में कुछ घटी है। आपने निजी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की क्या योजना बनाई है?
मैं मजबूत वृद्घि के साथ मुकाबला प्रतिस्पर्धा करूंगा और बाजार भागीदारी इसका परिणाम है। इसलिए, यदि मैं तेजी से बढ़ सकता हूं, तो समझिए मेरा काम अच्छा है।

क्या आईपीओ लाने के लिए यह सही समय है?
यदि यह सवाल 6 महीने पहले पूछा जाता तो मैं कहता कि हमें इंतजार करना होगा क्योंकि चीजें तब स्पष्ट नहीं थीं। कोविड अभी भी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है और युद्घ चल रहा है। यदि आप आज मुझसे फिर यह सवाल पूछते हैं तो मेरा जवाब है कि कितने समय तक हमें इंतजार करना चाहिए? इसे लेकर दो साल से काम चल रहा है,

क्या निवेशकों की चिंताओं की वजह से आईपीओ का आकार घटाया गया था?
युद्घ और बाजार हालात को लेकर चिंताएं थीं। लेकिन बाजार अब स्थिर हो रहा है, इसलिए हमारा मानना है कि यह आईपीओ के लिए सही समय है। लेकिन इतने बड़े निर्गम के लिए यह अच्छा समय नहीं है।

First Published - April 28, 2022 | 12:53 AM IST

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