दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के हालांकि अभी शुरुआती दिन ही हैं, लेकिन इस साल इसने धीमी शुरुआत की है और पहले सात दिनों (1-7 जून) में बारिश सामान्य से करीब 37 प्रतिशत कम रही है।
भारतीय मौसम विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार 1 से 7 जून के बीच देश में सामान्य 23.1 मिलीमीटर के मुकाबले 14.5 मिलीमीटर बारिश हुई है।
जिन स्थानों पर बारिश हुई है, उनमें से केरल में पहले सात दिनों के दौरान मॉनसून सामान्य से 48 प्रतिशत कम रहा है, जबकि पुदुच्चेरी में यह सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक रहा है। तमिलनाडु में 1 से 7 जून के बीच सामान्य से 21 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है।
देश के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में, जहां शुरुआती चरण में बारिश का जोर अधिक रहा है, 1 जून से 7 जून के बीच मेघालय में मॉनसून सामान्य से 97 प्रतिशत अधिक, नागालैंड में सामान्य से 32 फीसदी अधिक, सिक्किम में सामान्य से 16 प्रतिशत अधिक, असम में तकरीबन सामान्य रहा है।
मिजोरम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में अब तक बारिश सामान्य से कम हुई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मध्य और पश्चिमी भारत की ओर बढ़ने पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून देश के बाकी हिस्सों में जोर पकड़े लेगा।
मौसम विभाग ने अपने मंगलवार को अपने नवीनतम मौसम अपडेट में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पिछले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, पुदुच्चेरी और कराईकल, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ा है। इसमें यह भी कहा गया है कि अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम में तेज बारिश होने की संभावना है।