Trump makes U-turn: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पहली बार यह दावा किया है कि “भारत और पाकिस्तान के दो बेहद समझदार नेताओं” ने उस युद्ध को आगे न बढ़ाने का फैसला किया जो परमाणु युद्ध में तब्दील हो सकता था। यह पहली बार है जब ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध खत्म कराने का श्रेय खुद को नहीं दिया। भारतीय सेना की ओर से 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किए जाने के बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था।
व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर के साथ बुधवार (स्थानीय समयानुसार) लंच के बाद ट्रंप ने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए यह टिप्पणी की। ट्रंप ने कहा कि वह असीम मुनीर से मिलकर “सम्मानित” महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने मुनीर को इसलिए आमंत्रित किया क्योंकि वह युद्ध में न जाने और उसे खत्म करने के लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहते थे।
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यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब असीम मुनीर ने भारत-पाक युद्ध को खत्म करने में ट्रंप की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें नोबेल पुरस्कार देने की मांग की थी। ट्रंप और मुनीर की यह पहली आधिकारिक बैठक थी, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान की सेना के किसी प्रभावशाली प्रमुख की मेजबानी की। इस घटनाक्रम से यह साफ है कि भारत-पाक संघर्ष को लेकर ट्रंप के रुख में बदलाव आया है।
मुनीर से मुलाकात के बाद ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, “मैंने पाकिस्तान के साथ युद्ध रोका। मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं। मुझे लगता है मोदी एक शानदार व्यक्ति हैं, मैंने कल रात उनसे बात की। हम भारत के मोदी के साथ एक व्यापार समझौता करने जा रहे हैं… और मैंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका। इस आदमी (मुनीर की ओर इशारा करते हुए) ने पाकिस्तानी पक्ष से इसे रोकने में अहम भूमिका निभाई, भारतीय पक्ष से मोदी ने और अन्य लोगों ने भी। वे एक-दूसरे पर हमलावर थे; दोनों परमाणु देश हैं। मैंने इसे रुकवाया।”
ट्रंप ने पहले भी कई बार यह दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को समाप्त कराने में उनकी मध्यस्थता की भूमिका रही है। हालांकि भारत लगातार ट्रंप के ऐसे दावों को खारिज करता रहा है और दोहराता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मामलों में किसी भी तरह की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करता।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (स्थानीय समय) को ट्रंप से फोन पर बात की और दोहराया कि भारत अपने द्विपक्षीय मामलों में किसी भी तरह की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करता और न ही करेगा।
मिस्री ने कहा, “फोन पर बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 6-7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। भारत की कार्रवाई संतुलित, सटीक और गैर-उत्तेजक थी। इसके साथ ही भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि वह पाकिस्तान की गोलियों का जवाब गोले से देगा।”
बातचीत के दौरान ट्रंप ने पीएम मोदी से यह भी पूछा कि क्या वे कनाडा से लौटते वक्त अमेरिका रुक सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी ने पहले से तय कार्यक्रमों का हवाला देते हुए यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)