Ebrahim Raisi Death: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईशी के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है और कहा है कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों के पीछे उनका बड़ा योगदान रहा है। बता दें कि आज यानी 20 मई को ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पहाड़ी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए राष्ट्रपति, विदेश मंत्री समेत 9 लोग दुर्घटनास्थल पर मृत पाए गए।
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की 63 साल की उम्र में मौत हो गई। उनके निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।’
ईरान के राष्ट्रपति सहित 9 लोगों की मौत पर भारत के राष्ट्रपति एस जयशंकर ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री एच. अमीर-अब्दुल्लाहियन के निधन की खबर सुनकर गहरा सदमा लगा। उनके साथ मेरी कई मुलाकातें याद आ रही हैं। आखिरी बार उनसे जनवरी 2024 में ही मिला था। उनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं। इस त्रासदी के समय हम ईरान के लोगों के साथ खड़े हैं।’
ईरान के प्रेस टीवी (Press TV) ने जानकारी दी कि विमान दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी के साथ 9 लोग मारे गए। इनमें देश के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन (Hossein Amir-Abdollahian), पूर्वी अजरबैजान के गवर्नर मालेक रहमती, पूर्वी अजरबैजान के शुक्रवार की नमाज के इमाम मोहम्मद अली आले-हाशेम (Prayer Mohammad Ali Ale-Hashem) और कई अन्य यात्रियों के साथ ईरान के उत्तरपश्चिम में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए हैं।’
ईरान के राष्ट्रपति के निधन की खबर आने के बाद गवर्नमेंट कैबिनेट की अर्जेंट मीटिंग बुलाई गई है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान का संविधान यह कहता है कि अगर राष्ट्रपति की किसी वजह से मृत्यु हो जाती है तो देश का उपराष्ट्रपति उनका कार्यभार संभालेगा। इसके लिए सर्वोच्च नेता यानी सुप्रीम लीडर से मंजूरी मिलनी जरूरी है। उनकी मंजूरी के बाद उपराष्ट्रपति (vice president) राष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभालेंगे।
ऐसे में अगर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई (Ayatollah Ali Khamenei) की मंजूरी मिल जाती है तो देश के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर देजफुली (Mohammad Mokhaber) ईरान के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालेंगे।