facebookmetapixel
नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का पड़ोसी दरभंगा पर कोई प्रभाव नहीं, जनता ने हालात से किया समझौताEditorial: ORS लेबल पर प्रतिबंध के बाद अन्य उत्पादों पर भी पुनर्विचार होना चाहिएनियामकीय व्यवस्था में खामियां: भारत को शक्तियों का पृथक्करण बहाल करना होगाबिहार: PM मोदी ने पेश की सुशासन की तस्वीर, लालटेन के माध्यम से विपक्षी राजद पर कसा तंज80 ही क्यों, 180 साल क्यों न जीएं, अधिकांश समस्याएं हमारे कम मानव जीवनकाल के कारण: दीपिंदर गोयलभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर दिया जोरपीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारीवित्त मंत्रालय 4 नवंबर को बुलाएगा उच्चस्तरीय बैठक, IIBX के माध्यम से सोने-चांदी में व्यापार बढ़ाने पर विचार

क्या रेलवे फिर से देगा बुजुर्गों को किराए में छूट?

Last Updated- December 15, 2022 | 1:27 PM IST
Indian Railways

रेलवे फिलहाल वरिष्ठ नागरिक (Senior citizens) को रेलवे टिकट में छूट की व्यवस्था को बहाल नहीं करेगा। बुधवार को लोकसभा में महाराष्ट्र के सांसद नवनीत राणा के एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्र ने यात्री सेवाओं के लिए सब्सिडी में 59,000 करोड़ रुपये दिए थे और पेंशन और वेतन बिल बहुत अधिक थे।

वैष्णव ने कहा, “हमने पिछले साल 59,000 करोड़ रुपए की यात्री सब्सिडी दी है, नई सुविधाएं आ रही हैं। अगर नए फैसले लेने हैं, तो हम उन्हें लेंगे। लेकिन अभी के लिए, सभी को रेलवे की स्थितियों पर गौर करना चाहिए।”

चार सांसदों द्वारा पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “सरकार ने 2019-20 में यात्री टिकटों पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी। यह रेलवे में यात्रा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को औसतन 53 प्रतिशत की रियायत है।”

छूट के अलावा, रेलवे का वार्षिक पेंशन बिल 60,000 करोड़ रुपये, वेतन बिल 97,000 करोड़ रुपये है जबकि 40,000 करोड़ रुपये ईंधन पर खर्च किए जा रहे हैं।

चार सांसदों के सवाल के जवाब में वैष्णव ने कहा, “इसके अलावा रेलवे में विभिन्न वर्ग जैसे-फर्स्ट एसी, सेकंड एसी, थर्ड एसी, एसी चेयर कार, स्लीपर क्लास, सेकंड क्लास आरक्षित/अनारक्षित आदि कैटेगरी में यात्रा करने की सुविधा मौजूद है, जिनके किराए भी अलग-अलग है। वरिष्ठ नागरिक समेत सभी यात्री अपने अनुसार कैटेगरी चुनकर यात्रा कर सकते हैं।”

इससे पहले, वैष्णव ने संकेत दिया था कि वरिष्ठ नागरिकों को “कम से कम स्लीपर क्लास और थर्ड एसी में” टिकट के किराए में मिलने वाली छूट को बहाल किया जा सकता है।

अगस्त में एक संसदीय स्थायी समिति ने स्लीपर क्लास और थर्ड एसी में वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट बहाल करने की सिफारिश की थी। चार सांसदों के आरआर कृष्णा राजू, एस वेंकटेशन, राजमोहन उन्नीथन और पल्लब लोचन दास ने मंत्री से पूछा था कि क्या सिफारिश पर कोई फैसला लिया गया है।

वैष्णव ने जवाब दिया, “रेलवे पर स्थायी समिति ने कम से कम स्लीपर क्लास और थर्ड एसी में वरिष्ठ नागरिकों को रियायत की समीक्षा करने और उस पर विचार करने की सलाह दी है।”

हालांकि, हाल ही में सदन में दिया गया जवाब इससे इतर है।

सीनियर सिटीजन के लिए रेल किराए में छूट

भारतीय रेलवे 60 या उससे अधिक आयु के पुरुष यात्रियों को 40 फीसद की छूट देता था। वहीं महिलाओं के लिए, (न्यूनतम आयु 58 वर्ष) ये छूट 50 प्रतिशत थी।

आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट के नियमों के अनुसार, “भारतीय रेलवे मेल/एक्सप्रेस/राजधानी/शताब्दी/जन शताब्दी/दुरंतो समूह की ट्रेनों के सभी वर्गों के किराए में न्यूनतम 60 वर्ष के पुरुष वरिष्ठ नागरिकों और न्यूनतम 58 वर्ष की महिला वरिष्ठ नागरिकों को छूट प्रदान करता है।”

यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकट बुक करते समय “Avail Concession” ऑप्शन चुनकर इस छूट का लाभ उठा सकते थे। जिसके लिए आयु प्रमाण पत्र का होना आवश्यक था।

20 मार्च, 2020 को कोविड-19 महामारी के कारण वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराए में रियायत वापस ले ली गई थी।

First Published - December 15, 2022 | 1:04 PM IST

संबंधित पोस्ट