भारत में आज यानी 26 जनवरी, 2024 को धूम-धाम से गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति और 75वें गणतंत्र दिवस (75th Republic Day) के मुख्य अतिथि इमैनुअल मैक्रों (Emmanuel Macron) की उपस्थिति में भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु ने तिरंगा झंडा फहराया।
26 जनवरी के इस अद्भुत समारोह के दौरान सभी राज्यों की झांकी दिखाने का भी समय आया। सभी अपने-अपने प्रदेश की सभ्यता, संस्कृति, सामाजिक-आर्थिक विकास और ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित कर रहे थे। इसी बीच, राज्यों द्वारा झांकी प्रदर्शन का कार्यक्रम शुरू हुआ। प्रदर्शन के इस क्रम में दूसरे नंबर पर दिखाई गई हरियाणा राज्य की झांकी। झांकी की थीम थी ‘मेरा परिवार-मेरी पहचान’ और साथ में गाया जा रहा था-जय हरियाणा, विकसित हरियाणा।
थीम से साफ है कि सरकार अपने राज्य में डिजिटलीकरण के माध्यम से आर्थिक विकास को प्रदर्शित करना चाहती है। इस बीच आइये जानते हैं क्या है ‘परिवार पहचान पत्र’ योजना जिसके तहत चलाया गया- मेरा परिवार-मेरी पहचान, कार्यक्रम और कैसे आप भी बन सकते हैं इसका हिस्सा-
हरियाणा सरकार की परिवार पहचान पत्र (PPP) स्कीम को हरियाणा सरकार ने 4 अगस्त, 2020 को लॉन्च किया था। इस योजना का मकसद डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग कर राज्य के सभी परिवारों तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाना है। इसके जरिये सरकार सभी परिवारों के बुनियादी डेटा जुटाती है।
परिवार पहचान पत्र (PPP) योजना के द्वारा राज्य के प्रत्येक परिवार को 8 अंकों वाली फैमिली-आईडी प्रदान की जाती है। परिवार पहचान पत्र की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, जब ये 8 अंकों वाली फैमिली आईडी परिवार को मिल जाती है तो सरकार के पास उस परिवार का डेटा भी पहुंच जाता है।
साथ ही वे लोग, जो हरियाणा के बाहर रहते हैं, मगर राज्य की किसी सरकारी पद या योजना के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो उन्हें 9 अंकों की फैमिली आईडी जारी की जाती है। आईडी की स्टार्टिंग ‘T’ शब्द से होती है।
सरकार का कहना है कि इसकी वजह से छात्रवृत्ति, पेंशन, सब्सिडी जैसी कई मौजूदा योजनाएं और भविष्य़ में भी आने वाली कई योजनाओं के लिए परिवारों को बार-बार अप्लाई नहीं करना पड़ेगा। चूंकि, सरकार के पास पहले से ही डेटा रहेगा तो वह उन परिवारों का पहले से ही पहचान कर लेगी, जो उस योजना के पात्र हैं, और लाभार्थियों का ऑटोमेटिक चयन कर लिया जाएगा।
एक बार फैमिली का डेटाबेस बनकर तैयार हो गया और उन्हें आईडी मिल गई तो उनको हर बार पर्सनल योजनाओं के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होती है।
इसके अलावा एक फायदा और है कि परिवार पहचान पत्र के डेटाबेस में जब आपका डेटा प्रमाणित और वेरिफाइड हो जाता है तो आपको अन्य सरकारी योजनाओं के लिए कोई और डॉक्यूमेंट जमा करने की जरूरत नहीं होती है।
परिवार पहचान पत्र के लिए आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं होती है। करीब-करीब हर गांव के आस-पास कोई न कोई कंप्यूटर ऑपरेटर की दुकान होती है, जिसे कॉमन सर्विस सेंटर यानी CSC VLE कहा जाता है, वहां जाकर आप अप्लाई कर सकते हैं।
राज्य सरकार द्वारा सरल अंत्योदय केंद्र खोले गए हैं, जहां जाकर भी अप्लाई किया जा सकता है। इसके अलावा, राज्य भर में परिवार पहचान पत्र के लिए सरकार की तरफ से ऑपरेटर्स (PPP Operators) रजिस्टर किए गए हैं, वहां जाकर भी आवेदन किया जा सकता है।
एडिट करने के लिए या गलत इंफार्मेशन को ठीक करने के लिए खुद कर सकते हैं अपडेट
अगर आपकी फैमिली आईडी में कोई गलती आ गई है या कुछ जोड़ना है तो ऊपर आवेदन के लिए बताई गई जगहों पर जाकर आप ठीक करा सकते हैं।
इसके अलावा, अगर आप चाहें तो मेरा परिवार पोर्टल पर जाकर ‘अपडेट फैमिली डिटेल्स’ पर क्लिक करें और जरूरी जानकारी को अपडेट कर दें। परिवार का कोई भी सदस्य इसे अपडेट कर सकता है। हालांकि, अपडेट करने के लिए परिवार के मुखिया के मोबाइल पर वेरिफिकेशन के लिए OTP आएगी, जिसे डालने के बाद ही अपडेट करने का काम पूरा हो पाएगा।
ध्यान रहे, जो इन्फॉर्मेशन पहले से वेरिफाइड है, उसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है। साथ ही साथ, PPP डॉक्यूमेंट को अपलोड करने के बाद पोर्टल से सिर्फ एक बार ही अपडेट किया जा सकता है।