सिट्रो इंडिया की स्थानीयकरण की नई रणनीति रंग लाती दिख रही है। कंपनी ने कैलेंडर वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में दमदार वृद्धि और सकारात्मक गति बरकरार रखी है और तीसरी तिमाही के मुकाबले चौथी तिमाही में बिक्री में तीन गुना वृद्धि की है। इस वृद्धि को ‘सिट्रो 2.0- शिफ्ट इनटु द न्यू स्ट्रैटिजी’ से बल मिला है।
इस साल अगस्त में आधिकारिक रूप से इस रणनीति को लागू किया गया था। इसके तहत देश में स्थानीयकरण को मजबूत करने, डीलर और सर्विस नेटवर्क का विस्तार करने और ग्राहक केंद्रित मॉडल और स्वामित्व अनुभव को बेहतर बनाने के लिए दीर्घकालिक रोडमैप बनाया गया था।
कंपनी ने बताया कि तिमाही के दौरान निरंतर नवाचार, विस्तारित निर्यात कार्यक्रम और मजबूत इंजीनियरिंग एवं सॉफ्टवेयर क्षमताओं ने वृद्धि को बढ़ाया है। अफ्रीकी और एशियाई बाजारों की दमदार मांग के कारण सिट्रो इंडिया का वाहन निर्यात साल 2025 में 18.8 फीसदी बढ़ गया।
स्टेलैंटिस इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी और प्रबंध निदेशक शैलेश हजेला ने कहा, ‘सिट्रन 2.0 – शिफ्ट इनटु द न्यू स्ट्रैटिजी भारत में लगातार वृद्धि को बढ़ा रही है। स्थानीयकरण पर विशेष ध्यान देने, भारत-केंद्रित पहलों को बढ़ावा देने और ग्राहकों तक पहुंच बढ़ाने के साथ हमने वृद्धि का मजबूत और टिकाऊ रास्ता बनाया है। इसका असर स्पष्ट दिख रहा है।
तीसरी तिमाही के मुकाबले चौथी तिमाही में सिट्रन की तीन गुना गाड़ियां बिकीं और 2025 में स्टेलैंटिस इंडिया की 18.8 फीसदी निर्यात वृद्धि में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। 2026 में बेसाल्ट के हमारे वैश्विक निर्यात पोर्टफोलियो में शामिल होने से भारत तेजी से सिट्रो के वाहन बनाने, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी के लिए दीर्घकालिक रणनीति का प्रमुख स्तंभ बन रहा है।’