UP: उत्तर प्रदेश का ऊर्जांचल कहे जाने वाले सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली जिलों में 14450 मेगावाट जलविद्युत की नौ नई पंप स्टोरेज संयंत्र (पीएसपी) स्थापित होंगी। इन परियोजनाओं के लिए विभिन्न बिजली कंपनियों ने प्रदेश सरकार के साथ करार पर हस्ताक्षर किए हैं।
सबसे ज्यादा सात पीएसपी परियोजनाएं सोनभद्र जिले में स्थापित की जा रही हैं जहां पानी की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता है। इनमें सबसे बड़ी 3660 मेगावाट की परियोजना ग्रीनको समूह ओबरा में स्थापित कर रहा है जिसे बीते साल मई में मंजूरी दी गयी थी। इसके अलावा सोनभद्र के ही शोमा गांव में टोरेंट पॉवर 2400 मेगावाट और शाशनाई गांव में 1750 मेगावाट की पीएसपी परियोजना स्थापित करने जा रही है।
जेएसडब्लू नियो एनर्जी सोनभद्र के ही कंधौरा गांव में 1200 मेगावाट की पीएसपी परियोजना ला रहा है तो टिहरी हाइड्रोपावर डेवलपमेंट कारपोरेशन (टीएचडीसी) यही के बशुहारी व बदेला गांव में 1200 मेगावाट की पीएसपी परियोजना लगाने जा रही है। इनके अतिरिक्त सोनभद्र के चिचलिक गांव ने अवाडा वाटर बैटरी की 1120 मेगावाट की और झरिया गांव में अमून्रा इंफ्राटेक एंड एग्रीटेक 1620 मेगावाट का पीएसपी लगा रहा है।
एक्मे क्लीनटेक साल्यूशन्स की ओर से सोनभद्र से सटे मिर्जापुर के सोनगढ़ गांव में 900 मेगावाट और चंदौली के मुबारकपुर में 600 मेगावाट की पीएसपी परियोजना लगाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश में निवेश व औद्योगीकरण के बढ़ावा देने में जुटी संस्था इन्वेस्ट यूपी ने हाल ही में पीएसपी परियोजनाओं की समीक्षा की है।
समीक्षा के दौरान प्रकाश में आया कि नौ पीएसपी परियोजनाओं में से ग्रीनको समूह के लिए सोनभद्र में एक्मे क्लीनटेक के लिए चदौली में जमीन चिन्हित कर ली गयी है और इन दोनो पीएसपी के साथ ही अमून्रा व जेएसडब्लू नियो एनर्जी ने अपने स्थल कार्यालय शुरु कर दिए हैं। अब तक ग्रीनको समूह, जेएसडब्लू नियो एनर्जी ने सोनभद्र के लिए और एक्मे क्लीनटेक ने चंदोली पीएसपी के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से क्लीयरेंस के लिए आवेदन जमा कर दिया है।
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से अनुमति न मिलने के चलते एक्मे क्लीनटेक की मिर्जापुर पीएसपी परियोजना अभी होल्ड पर है।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) ने ग्रीनको, जेएसडब्लू नियो एनर्जी और टोरेंट पावर के शोमा गांव के पीएसपी को अनुमोदन प्रदान कर दिया है। वहीं ग्रीनको व जेएसडब्लू नियो एनर्जी की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पहले चरण में है व अन्य की प्रक्रिया में है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा ताप बिजली घर सोनभद्र जिले में है और अब पीएसपी की स्थापना के बाद यह जिला देश के सबसे ज्यादा विद्युत उत्पादन वाले जिलों में शामिल हो जाएगा।