सफल वैश्विक निवेशक सम्मेलन के बाद पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारियों में जुटी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मानसून सत्र में अनुपूरक बजट लाएगी। यह चालू वित्तीय वर्ष का पहली अनुपूरक बजट होगा जिसमें औद्योगिक विकास के लिए धनराशि का आवंटन किया जाएगा।
प्रदेश सरकार 2024 के आम चुनाव से पहले कई बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के साथ ही 2022 के विधानसभा चुनाव में पेश किए गए लोक कल्याण पत्र के वादों को पूरा करने के लिए भी धनराशि का व्यवस्था अनुपूरक बजट में करेगी।
सितंबर के महीने में छोटे व मझोले उद्यमों के लिए नोयडा में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो के लिए भी धनराशि का आवंटन अनुपूरक बजट में किया जाएगा। इस ट्रेड शो का आयोजन उत्तर प्रदेश का एमएसएमई विभाग करा रहा है।
वित्त विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मानसून सत्र में पेश होने वाले अनुपूरक बजट के लिए तैयारियां की जा रही हैं। विभिन्न विभागों से धनराशि की मांग संबंधी प्रस्ताव मांगे गए हैं जिनके परीक्षण के बाद उन्हें शामिल किया जाएगा। जनवरी में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर के पहले चरण का लोकार्पण होना है।
इससे पहले अयोध्या में चल रही कई बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के आवश्यक धन का इंतजाम भी अनुपूरक बजट में ही किया जाएगा। सड़कों, स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही नए बनने वाले मेडिकल कॉलेजों के लिए धन का आवंटन भी अनुपूरक बजट में किया जाएगा। प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले कुंभ की तैयारियों के लिए भी बजट की व्यवस्था की जाएगी।
इससे पहले के वर्ष में योगी सरकार ने 6.15 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था
औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों ने औद्योगिक पार्कों में बुनियादी सुविधाओं के विकास, एक्सप्रेस वे के दोनो तरफ क्लस्टर्स के निर्माण के लिए धन की आवश्यकता बतायी है। साथ ही नयी औद्योगिक नीति के तहत स्थापित होने वाली कई इकाइयों मे वाणिज्यिक उत्पादन शुरु हो चुका है। इन इकाइयों को प्रोत्साहन राशि देने के लिए भी व्यवस्था अनुपूरक बजट में की जाएगी।
गौरतलब है कि इस साल फरवरी में योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 6.90 लाख करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट पेश किया था। इससे पहले के वर्ष में योगी सरकार ने 6.15 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था और अलग-अलग समयों पर कुल 33769.54 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया था।
वित्त विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार अनुपूरक बजट का आकार 18000 से 20000 करोड़ रुपये के आसपास रखा जा सकता है। इस अनुपूरक बजट पर अगले साल होने वाले आम चुनावों की छाया साफ नजर आएगी।