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उत्तर प्रदेश को FDI लाने में करेगा मदद IFC; कृषि, सोलर और इन्फ्रा क्षेत्रों का होगा विकास

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के विकास की असीम सामर्थ्य व अनंत संभावनाओं पर विस्तृत विमर्श के साथ ही प्रदेश के समग्र विकास के लिए पारस्परिक सहयोग पर वार्ता की।

Last Updated- October 06, 2024 | 5:52 PM IST
IFC to assist UP in getting FDI, To help in Agri, Solar and Infra sectors IFC उत्तर प्रदेश को FDI लाने में करेगा मदद; कृषि, सोलर और इन्फ्रा क्षेत्रों का होगा विकास

अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र, सौर ऊर्जा और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए आर्थिक सहयोग करेगी। इसके अलावा आईएफसी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लाने में भी मदद करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश सरकार और अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) के बीच हुई बैठक में प्रदेश में बुनियादी ढांचे, सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) और कृषि क्षेत्र में निवेश पर विस्तृत चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के विकास की असीम सामर्थ्य व अनंत संभावनाओं पर विस्तृत विमर्श के साथ ही प्रदेश के समग्र विकास के लिए पारस्परिक सहयोग पर वार्ता की। इस मौके पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि, आईएफसी के साथ सहभागिता से प्रदेश में एडी-टेक परियोजनाओं के जरिए किसानों की उत्पादकता बढ़ाने और उन्हें नई तकनीकों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे विशाल सोलर पार्कों की स्थापना की जा रही है, जो पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होगी।

इसके साथ ही, मौसम केंद्रों की स्थापना किसानों को सटीक मौसम जानकारी प्रदान करेगी, जिससे फसल सुरक्षा में मदद मिलेगी। मुख्य सचिव ने बताया कि, आईएफसी के सहयोग से उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत शहरी अवसंरचना परियोजनाओं को गति मिल रही है।

आईएफसी के प्रबंध निदेशक मख्तार डियोप ने कहा उनका संगठन उत्तर प्रदेश के विकास कार्यों में विशेषकर कृषि व्यवसाय और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में अपने सहयोग एवं सहभागिता को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश 2028 तक एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है, और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। डियोप ने आगे कहा कि, हमारे प्रयासों का उद्देश्य नए विकास के अवसरों को खोलना है, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अमित सिंह एवं आईएफसी के प्रबंध निदेशक मख्तार दिओप, रीजनल वाइस प्रेसिडेंट एशिया और पैसिफिक रिक्कार्डो पुलिटी के साथ कंट्री मैनेजर इंडिया और मालदीव वेंडी वर्नर, रीजनल डायरेक्टर साउथ एशिया इमाद फखूरी, ग्लोबल डायरेक्टर डिसरप्टिव टेक्नोलॉजीज फरीद फेज़ोआ, रीजनल इंडस्ट्री डायरेक्टर इंफ्रास्ट्रक्चर एशिया और पैसिफिक विक्रम कुमार, रीजनल इंडस्ट्री डायरेक्टर फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स एलेन फॉरलेमू, एडवाइजर मैन्युफैक्चरिंग, एग्रीबिजनेस और सर्विसेज़ साउथ एशिया रमेश रमनाथन, और एडवाइजर टू द मैनेजिंग डायरेक्टर ताएहो कांग भी उपस्थित रहे। बैठक के पहले आईएफसी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री कमांड सेंटर का दौरा भी किया।

First Published - October 6, 2024 | 5:45 PM IST

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